नाम, दौलत, शोहरत… सबकुछ, तो फिर क्यों लगाया मौत को गले सिमरन ने?

नई दिल्ली। जम्मू से ताल्लुक रखने वाली फेमस रेडियो जॉकी आरजे सिमरन सिंह सुसाइड केस में पुलिस जांच कर रही है. अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिरकार 25 साल की रेडियो जॉकी ने क्यों इस खौफनाक कदम को उठाया. क्या वो किसी तनाव से गुजर रही थीं या मामला कुछ और ही है. इस तरह के कई सवालों के जवाब जानने के लिए पुलिस सिमरन के परिवार वालों से लेकर सभी खास दोस्तों से पूछताछ कर रही है.
सिमरन गुरुग्राम के सेक्टर-47 स्थित कोठी नंबर-59 में रहती थीं. यहीं पर गुरुवार के दिन उनकी लाश मिली. सिमरन के साथ रहने वाले दोस्त ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी थी. सिमरन ने जम्मू की सेंट्रल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी. वो काफी होनहार थीं. वहीं से उनकी प्लेसमेंट रेडियो मिर्ची में बतौर आरजे हुई थी. छोटी सी उम्र में ही सिमरन काफी फेमस हो गई थीं. उनकी आवाज का जादू ऐसा था कि लोग उन्हें ‘जम्मू की धडक़न’ भी कहते थे. वो सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थी. इंस्टाग्राम पर उनके 7 लाख फॉलोअर्स हैं. सिमरन ने इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट 13 दिसंबर को डाली थी. इस पोस्ट को शेयर कर सिमरन ने लिखा था- अंतहीन खिलखिलाहट और अपने गाउन के साथ समुद्र तट पर बस एक लडक़ी.
जानकारी के मुताबिक- सिमरन मूल रूप से जम्मू के नानक नगर की रहने वाली थी. रेडियो मिर्ची में कुछ साल काम किया. फिर नौकरी छोडक़र साल 2021 में सिमरन गुरुग्राम आ गईं. यहां कुछ दोस्तों के साथ उन्होंने एक कोठी किराए पर ली थी. सभी दोस्त इसी कोठी में रहते थे.
यहां सिमरन फ्रीलांसर के तौर पर काम कर रही थीं. साथ ही सोशल मीडिया पर भी वो खूब एक्टिव थीं. उनके वीडियो पर लाखों व्यूज मिलते थे. बेटी को खोने के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था. सिमरन घर में सबसे करीब अपने नाना के थीं. माता-पिता की लाडली सिमरन अब इस दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह गई हैं. उनकी मौत से पूरे जम्मू में शोक की लहर है.
जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला और उनके पिता फारुख अब्दुल्ला ने भी सिमरन के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने संयुक्त बयान में कहा- ‘सिमरन की आवाज और आकर्षण जम्मू और कश्मीर की भावना से मेल खाता था. हमारे क्षेत्र के सांस्कृतिक ताने-बाने में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा.’
गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक- हमें बुधवार रात करीब साढ़े 9 बजे क्रछ्व सिमरन सिंह के एक दोस्त ने पुलिस को फोन किया, जो उसी कोठी में रहता है. उसने हमें बताया कि सिमरन ने खुद को कमरे के अंदर बंद कर लिया है और दरवाजा नहीं खोल रही है. पुलिस टीम कोठी पर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था.
ुलिस किसी तरह से कमरे का दरवाजा खोलकर अंदर दाखिल हुई तो सिमरन का शव कमरे में फंदे से लटका मिला. सिमरन के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला, जिससे उसके खुदकुशी करने के कारण का पता चल सके. पुलिस ने कोठी से सबूत वगैरह खंगाले. जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉच्र्युरी में भेज दिया गया. शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा गया. अभी तक सुसाइड के कारणों का पता नहीं लग पाया है. मामले में जांच जारी है.

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