अमेरिका से भारतीयों के निर्वासन मामले पर लोस में हंगामा, विपक्ष समेत कांग्रेस ने की चर्चा की मांग
बजट सत्र पर चर्चा : लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
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4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुरुवार को लोकसभा में एक स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव में कांग्रेस ने संसद में अमेरिका द्वारा 100 से अधिक भारतीय नागरिकों को निर्वासित किये जाने के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है। इस पर लोकसभा स्पीकर ने कहा कि ये विदेश नीति का मामला है, इस पर ज्यादा हंगामा करने की जरूरत नहीं है। उसके बाद लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने ये प्रस्ताव पेश किया है।
इस प्रस्ताव में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार द्वारा मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और गुजरात से संबंधित 100 से अधिक भारतीय नागरिकों को ऐसी परिस्थितियों में निर्वासित किया गया है जो बेहद दुखद और अपमानजनक हैं। निर्वासित व्यक्तियों में 25 महिलाएं, 12 नाबालिग और 79 पुरुष शामिल हैं। इन व्यक्तियों को निर्वासन प्रक्रिया के दौरान बेडिय़ों में जकड़े जाने और उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किए जाने की खबरें सामने आई हैं, जिससे उनकी मानवीय गरिमा और अधिकारों को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं। प्रस्ताव में कहा गया, सदन को हमारे लोगों के साथ और अधिक अमानवीय व्यवहार को रोकने तथा देश और विदेश में प्रत्येक भारतीय की गरिमा को बनाए रखने के लिए इस मुद्दे पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। जानकारी के मुताबिक बुधवार को 104 भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सी-17 सैन्य विमान अमृतसर पहुंचा। यह डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीयों का पहला ऐसा जत्था था जिसे पिछले महीने शपथ लेने के बाद से ही दमनात्मक कार्रवाई के तहत वापस भेजा गया था। सूत्रों ने बताया कि निर्वासित लोगों में से हरियाणा और गुजरात से 33-33, पंजाब से 30, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तीन-तीन तथा चंडीगढ़ से दो लोग हैं।
संसद परिसर में विपक्ष का प्रदर्शन
संसद में विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा चीफ अखिलेश यादव भी शामिल हैं। विपक्ष का हंगामा देखते हुए विदेश मंत्री इस मामले में राज्यसभा में जवाब देंगे।
हथकड़ी लगाकर संसद पहुंचे सांसद
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए अवैध प्रवासियों को लेकर विपक्ष के सांसद लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वह हाथों में हथकड़ी लगाकर संसद पहुंचे है।
इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए : प्रियंका
अमेरिका द्वारा डिपोर्ट किए गए अवैध भारतीय प्रवासियों पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने मांग की है कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि हमारा विमान उन्हें लेने के लिए अमेरिका क्यों नहीं गया था, क्या इंसानों के साथ इस तरह का व्यवहार करना चाहिए?
अवैध प्रवासियों को लेकर ओवैसी ने पूछे सवाल
असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि भारतीयों को बेइज्जती से क्यों लाया गया? अब सरकार बताए कि उनके साथ क्या करेगी।
रास मेें विदेश मंत्री बोले- नियमों के तहत भेजा गया
अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट किए जाने पर राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर संसद में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने नियमों के तहत भारतीयों को भेजा है।
निर्वासितों ने बयां किया दर्द, कहा- अमेरिकी सैन्य विमान में हथकड़ी और पैरों में लगाई गईं बेडिय़ां
अमेरिका से सैन्य विमान में सवार होकर वापस लाए गए भारतीय नागरिकों ने दावा किया कि पूरी यात्रा के दौरान उनके हाथ-पैर बेडिय़िां से बंधे रहे। अवैध रूप से अमेरिका में आने के कारण करीब 104 भारतीय नागरिकों को अमेरिकी वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से वापस भेजा गया। निर्वासितों में से एक, पंजाब के गुरदासपुर के 36 वर्षीय व्यक्ति जसपाल सिंह ने कहा कि अमृतसर में उतरने के बाद ही उन्हें बेडिय़ाँ खोली गईं। उन्होंने बताया, हमें लगा कि हमें दूसरे शिविर में ले जाया जा रहा है। फिर एक पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि हमें भारत ले जाया जा रहा है। हमें हथकड़ी और पैरों में जंजीरें बांधी गईं। अमृतसर हवाई अड्डे पर इन्हें खोला गया। सिंह ने कहा कि उन्हें वापस घर भेजे जाने से पहले 11 दिनों तक अमेरिका में हिरासत में रखा गया था। जसपाल सिंह उन कई अन्य भारतीयों में से थे जिन्हें 24 जनवरी को मैक्सिकन सीमा पर अमेरिकी सीमा गश्ती दल ने पकड़ा था। उन्होंने कहा कि उन्हें एक ट्रैवल एजेंट ने धोखा दिया, जिसने उन्हें कानूनी रूप से अमेरिका भेजने का वादा किया था।
200 बड़ी कंपनियों के मालिकों में एक भी दलित नहीं: राहुल गांधी
नेता प्रतिपक्ष बोले- ओबीसी आदिवासी को भी जगह नहीं
संविधान को खत्म करना चाहते हैं भाजपा और आरएसएस के लोग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। लोक सभा में नेता प्रतिपक्ष व सांसद राहुल गांधी ने भाजपा और संघ पर एकबार फिर जोरदार हमला किया है। स्वतंत्रता सेनानी एवं दलित नेता जगलाल चौधरी की जयंती के अवसर पर पटना में आयोजित एक समारोह में राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, आपने मुझे बुलाया, आप कह रहे थे कि दिल्ली का चुनाव है।
हां, दिल्ली का चुनाव है। वह अपनी जगह पर है मगर यह भी समारोह बहुत जरूरी है, तो मैं वोट डालकर सीधा यहां आ गया। उन्होंने कहा, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आप (दलितों) लोगों के इतिहास का कोई उल्लेख नहीं है। क्या देश में दलित प्रोफेसर परीक्षा के प्रश्नपत्र तैयार कर रहे हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, देश की 200 बड़ी कंपनियों के मालिकों में एक ओबीसी, आदिवासी और दलित नहीं है। पूरा का पूरा पैसा आपकी जेब से स्थानांतरित हो रहा है और फिर भी आप गरीब हो। राहुल ने कहा, मोदी जी ओबीसी की बात करते रहते हैं। देश का बजट 90 अधिकारी बनाते हैं और उनमें केवल तीन ही दलित हैं। आपकी आबादी 15-16 प्रतिशत है और 90 अधिकारियों में से केवल तीन अधिकारी आपके समुदाय से हैं और उन तीन अधिकारियों को छोटे-छोटे विभाग दे रखे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, अब इसका उपाय क्या है।
सबसे पहले यह पता लगाना है कि किसकी कितनी आबादी है और किसको कितनी भागीदारी मिल रही है। इसका पता लगाने का एक ही उपाय है जातीय जनगणना और यह बिहार वाला जातीय जनगणना जो है, मैं इसकी बात नहीं कर रहा हूं, जातीय जनगणना देखना है तो तेलंगाना वाला देख लीजिए। उन्होंने कहा, जाति जनगणना केवल सर्वेक्षण नहीं है। जाति जनगणना हमें यह बता देगा की दलित, आदिवासी, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग, सामान्य वर्ग तथा सामान्य वर्गों में गरीब कौन है। उसके बाद हम हिंदुस्तान की सारी संस्थाओं की सूची निकालेंगे, चाहे वह न्यायपालिका, नौकरशाही, मीडिया, उद्योग जगत हो, इनमें दलित, पिछड़ों और आदिवासियों की कितनी भागीदारी है इसका पता लग जाएगा। राहुल ने कहा, मैं ऐसा दिन देखना चाहता हूं कि हिंदुस्तान की हर संस्था और तंत्र में नेतृत्व के स्तर पर दलित, आदिवासी और पिछड़े लोग दिखें। मैं वह दिन देखना चाहता हूं कि जब हिंदुस्तान की शीर्ष दस कंपनियों के मालिक दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग से हों और मैं उसके लिए लड़ रहा हूं तथा आगे भी लड़ता रहूंगा।
मोदी ने 25 सबसे अमीर लोगों का 16 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया
उन्होंने कहा, उद्योग जगत की बात करें तो नरेन्द्र मोदी ने देश के 25 सबसे अमीर लोगों का 16 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर दिया, यह दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का धन है। देश में 100 रुपए में दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग सभी को मिलाकर हिस्सेदारी 6.10 रुपए है और इसे भी वो छीनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, लड़ाई हिंदुस्तान में विचारधारा की है। एक तरफ आरएसएस भाजपा और दूसरी तरफ आंबेडकर जी, महात्मा गांधी, जगलाल चौधरी जी। तो यह विचारधारा की लड़ाई चल रही है। हाथ में संविधान की प्रति लिए उसे दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा, आंबेडकर जी ने इसे दिया जिसे वह खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा कहना है कि प्रतिनिधित्व जितना ही जरूरी है उतनी ही भागीदारी भी। उन्होंने कहा, कल संसद में भी मैंने भागीदारी और जातीय जनगणना की बात की है और उसके बाद प्रधानमंत्री ने जवाब दिया पर उनके जवाब में जाति जनगणना को लेकर एक शब्द भी क्या आपने सुना क्योंकि नरेन्द्र मोदी, आरएसएस और भाजपा जातीय जनगणना नहीं करना चाहती।
गाजा पर ट्रंप का प्रस्ताव अस्वीकार्य, सरकार अपना रुख स्पष्ट करे: कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा कि गाजा को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ताजा प्रस्ताव अस्वीकार्य है और नरेन्द्र मोदी सरकार को इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि गाजा के भविष्य पर राष्ट्रपति ट्रंप की सोच विचित्र, खतरनाक और पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, ैदो देश वाला समाधान जो स्वतंत्रता और सम्मान में जीवन जीने के लिए फलस्तीनी लोगों की पूरी तरह से वैध आकांक्षाओं को पूरा करता है और इजऱाइल के लिए सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है, पश्चिम एशिया में स्थाई शांति का एकमात्र आधार है उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अपनी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट करनी होगी। रमेश का कहना है, अन्य सरकारें पहले ही ऐसा कर चुकी हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को ऐलान किया कि अमेरिका गाजा पट्टी पर अपना स्वामित्व कायम करेगा , इसे अपने अधीन करेगा और वहां आर्थिक विकास करेगा जिससे लोगों के लिए बड़ी संख्या में रोजगार और आवास उपलब्ध होंगे।
महाकुंभ भगदड़ : पीडि़तों की सुन भी नहीं रहा प्रशासन
अभी भी अपनों को ढूंढ रहे परिजन!
छह दिन होय गै पिता को खोजत, वय जिंदा हैं या मर गएओ..कोई बताने वाला नहीं
पिता की तलाश में छह दिन से भटक रहा बेटा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। महाकुंभ में मौनी अमावस्या की रात संगम में हुए हादसे के एक हफ्ता हो गया। पर आज भी कई लोगों को अपने खोए परिजन नहीं मिले। सब विंडबना तो यह हैं परिजन प्रशासन व पुलिस के पास दौड़ रहें पर क ोई सुनने वाला नहीं हैं। देश के कइ राज्यों के लोगों के वीडियो आरे रहें है जिसमें वह अपने लोगों को ढूंढते रो रहे हैं पर उनके आंसू न तो पीएम मोदी को दिख रहा है न तो सीएम योगी को।
मध्यप्रदेश के सागर के रहने वाले बुजुर्ग लापता हैं। पिता की तलाश में छह दिन से बेटा भटक रहा है। बेटा छह दिन से मोर्चरी और अस्पताल के चक्कर काट रहा है।छह दिन होय गै पिता को खोजत। वय जिंदा हैं या मर गएओ, यऊ बताय वाला कोउ नाय। पुलिसवालन अस्पताल भेजत हैं, अऊ डाक्टर मुरदाघर। अब तक हमाए पिता का कोई पता नाय। कहां जाएं, का करयं।मध्य प्रदेश के सागर के रहने वाले अशोक पटेल इतना कहते हुए फूट-फूट कर रोने लगे। वह उन लोगों में से हैं, जो मौनी अमावस्या के बाद से एक पल भी चैन की सांस नहीं ले सके हैं। हादसे वाली रात से गायक पिता की तलाश में वह सात दिन से अस्पताल से मोर्चरी और मोर्चरी से अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं।हर बीतते दिन के साथ अब पिता के मिलने की उम्मीदों के साथ उनकी खुद की हिम्मत भी जवाब देने लगी है। फिलहाल बची-कुची हिम्मत के सहारे वह अपने पिता को तलाशने में दिन रात एक किए हुए हैं।
साथ गए लोग आए लेकिन नहीं लौटे पिता
अशोक मूलरूप से मध्य प्रदेश के सागर जिले के गुंजोरा गांव के रहने वाले हैं। उनके 60 वर्षीय पिता तिजई पटेल मौनी अमावस्या पर गांव के 10-15 लोगों के साथ स्नान के लिए संगम पहुंचे थे। अशोक बताते हैं अगले दिन साथ गए गांव के लोग लौट आए, लेकिन उनके पिता नहीं आए। पूछने पर बताया कि मौनी अमावस्या की रात संगम में हुए हादसे के बाद से वह लापता हैं।
संगम तट पर हुई भगदड़ के बाद मौके पर बिखरा सामान
बहुत खोजा लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद वह खुद एक रिश्तेदार के साथ यहां आकर पिता की तलाश में जुट गए। छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। अशोक कहते हैं कि उन्हें कुछ नहीं चाहिए। बस उनके पिता सही सलामत मिल जाएं। शासन प्रशासन से हाथ जोडक़र यही मिन्नत करते हैं कि पिता को ढूंढऩे में उनकी मदद की जाए।