वक्फ कानून को लेकर बोलीं PDP प्रमुख, कहा- सुप्रीम कोर्ट को बड़ा दिल दिखाना होगा

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर हमारे पास विधायक होते तो हम वक्फ एक्ट को जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होने देते. उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस को इस मुद्दे पर घेरा

4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में वक्फ संशोधन कानून को लेकर अभी भी बहस छिड़ी है. इसे लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने फिर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को बड़ा दिल करते हुए इस बिल को रिजेक्ट करना होगा. सुप्रीम कोर्ट को यह दिखाना होगा कि वह देश के मुसलमानों के साथ है. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ”अगर हमारे पास विधायक होते तो हम इस बिल को जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होने देते, नेशनल कॉन्फ्रेंस को भी विधानसभा में इसके खिलाफ कार्य करना चाहिए.”

पीडीपी ने हर जिले में विरोध प्रदर्शन किया- महबूबा मुफ्ती

उन्होंने आगे कहा, ”पीडीपी ने हर जिले में विरोध प्रदर्शन किया. हमने कश्मीर के सभी जिलों में इसे लेकर विरोध किया. हम केवल वही कर सकते हैं जो हमारे हाथ में है, हमारे पास विधानसभा में प्रस्ताव पारित करने के लिए पर्याप्त विधायक नहीं हैं, नेशनल कॉन्फ्रेंस ऐसा कर सकती थी. हम सुप्रीम कोर्ट भी गए और कुछ हद तक शीर्ष अदालत ने कुछ राहत दी है लेकिन वह पर्याप्त नहीं है.

सुप्रीम कोर्ट को बड़ा दिल दिखाना होगा- महबूबा मुफ्ती

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने वक्फ एक्ट को लेकर ये भी कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट को बड़ा दिल दिखाना होगा, मुसलमानों की भावनाओं का सम्मान करना होगा और इसे ध्यान में रखते हुए इस बिल को खारिज करना होगा.” विरोधी पक्ष के नेता लगातार वक्फ कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने 09 अप्रैल को बजट सत्र के आखिरी दिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा से वक्फ अधिनियम में संशोधनों को खारिज करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध भी किया था. पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने कहा था कि सत्तारूढ़ गठबंधन को राजनीतिक तमाशा को खींचने के बजाय इस विधेयक को खारिज करने के लिए प्रस्ताव पारित करने को प्राथमिकता देनी चाहिए.

पीडीपी की प्रमुख ने ट्यूलिप गार्डन में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बीच हुई मुलाकात को लेकर भी तंज कसा था. बता दें कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को लोकसभा में 3 अप्रैल और राज्यसभा में 4 अप्रैल को पारित किया गया था.

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