अगर तोड़ा सीजफायर तो देंगे कड़ा जवाबः DGMO घई
जनरल राजीव घई ने उसकी झूठ को बेनकाब करते हुए कहा कि मुझे हॉटलाइन के जरिए संदेश आया कि पाकिस्तान के उनके समकक्ष ने हॉटलाइन के जरिए मैसेज किया कि वो सीजफायर पर बात करना चाहते हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः पाकिस्तान की ओर से कहा जा रहा है कि उसने सीजफायर के लिए कभी भी अनुरोध नहीं किया था. लेकिन भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने उसकी झूठ को बेनकाब करते हुए कहा कि मुझे हॉटलाइन के जरिए संदेश आया कि पाकिस्तान के उनके समकक्ष ने हॉटलाइन के जरिए मैसेज किया कि वो सीजफायर पर बात करना चाहते हैं.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच 3 दिनों तक भारी संघर्ष चला और फिर अचानक सीजफायर ने सीमा पर शांतिपूर्ण स्थिति बना दी. अचानक हुए सीजफायर को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष भी इस पर सवाल कर रही है. भारत की ओर से यह साफ कर दिया गया कि सीजफायर को लेकर पाकिस्तान के अनुरोध के बाद यह पहल की गई थी, हालांकि पाकिस्तानी सेना अब अपने बयान से पलट रही है. पाकिस्तान का कहना है कि उसने सीजफायर के लिए कभी अनुरोध नहीं किया था.
दोनों देशों के बीच सीजफायर होने के बाद सीमा पर बने तनाव के बीच डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “मुझे हॉटलाइन (10 मई) के जरिए संदेश आया कि सीमा पर बने हालात को लेकर पाकिस्तान के मेरे समकक्ष सीजीएमओ मुझसे बात करना चाहते हैं. फिर शनिवार को दोपहर बाद 15:35 बजे पाकिस्तान के डीजीएमओ के साथ मेरी बातचीत हुई.”
PAK के DGMO से सीजफायर पर बनी सहमति’
उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान के डीजीएमओ की ओर से सीजफायर करने और संघर्ष खत्म करने के प्रस्ताव के बाद आपसी रजामंदी हो गई. फिर 10 मई को शाम 5 बजे से दोनों पक्षों की ओर से सीमापार से गोलीबारी और हवाई हमले बंद कर दिए गए. यही नहीं हमने 12 मई (सोमवार) की दोपहर 12 बजे फिर से बात करने का भी फैसला किया ताकि इस समझ को लंबे समय तक बनाए रखने के तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके.”
#WATCH | Delhi | DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai says "…My communication with the Pak DGMO was conducted at 15:35 hrs yesterday and resulted in cessation of cross-border firing and air intrusions by either side with effect from 17:00 hrs, 10th of May, after he proposed that… pic.twitter.com/2aIZJ3E9Xk
— ANI (@ANI) May 11, 2025
राजीव घई ने कहा, “हालांकि निराशाजनक रूप से यह ज्यादा देर नहीं चला. पाकिस्तानी सेना की ओर से महज चंद घंटों के अंदर सीमापार और नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलीबारी की गई और कल रात तथा आज (रविवार) तड़के ड्रोन के जरिए घुसपैठ करके इन व्यवस्थाओं का उल्लंघन किया गया. लेकिन हमारी ओर से इन उल्लंघनों का जोरदार अंदाज में जवाब
दिया गया.”
डीजीएमओ राजीव घई ने यह भी कहा, हमने आज (रविवार) पहले अपने पाकिस्तानी समकक्ष को एक और हॉटलाइन के जरिए संदेश भेजा है जिसमें 10 मई को डीजीएमओ स्तर पर बनी सहमति के बाद इन उल्लंघनों को लेकर जानकारी दी गई. साथ ही यह भी बताया कि आज (रविवार) रात, बाद में या आगे भी इसे दोहराए जाने पर इस हरकत पर माकूल जवाब देने का हमारा दृढ़ और स्पष्ट इरादा है.” उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की ओर से ऐसी किसी भी उल्लंघन की स्थिति में कड़ी जवाबी कार्रवाई के लिए हमारे सेना कमांडर को पूर्ण अधिकार दिए गए हैं.”
अपने बयान से पलट गया पाकिस्तान
हालांकि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अब उसकी ओर से कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ने सीजफायर के लिए कभी भी अनुरोध नहीं किया था. पाक के आईएसपीआर के महानिदेशक अहमद शरीफ चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा करते हुए
कहा, “यह रिकॉर्ड में है कि पाकिस्तान ने “कभी भी सीजफायर का अनुरोध नहीं किया था.”
उन्होंने कहा “6 और 7 मई की रात को, उन वीभत्स और कायराना हमलों के बाद, भारत की ओर से यह अनुरोध किया गया और पाकिस्तान ने उन्हें बताया कि हम इस हरकत का उचित जवाब देने के बाद ही कोई कार्रवाई करेंगे.” उन्होंने कहा कि इसलिए 10 मई को, जवाबी कार्रवाई और प्रतिशोध लेने के बाद, तथा अंतरराष्ट्रीय वार्ताकारों के अनुरोध और उनके हस्तक्षेप पर ही हमने भारत की ओर से किए गए अनुरोध का जवाब दिया.”



