सीजफायर के बाद भारत-पाक की बड़ी पहल: BSF जवान की वापसी, पाक रेंजर को सौंपा गया
बीएसएफ ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा, आज बीएसएफ जवान पीके साहू वापस लौट आए हैं. वो 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सीजफायर समझौते के बाद दोनों देशों ने सैन्य सद्भावना दिखाते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पाकिस्तान ने भारतीय बीएसएफ जवान पूर्णब कुमार साहू को भारत को सौंप दिया है। इसके बदले भारत ने भी राजस्थान में पकड़े गए एक पाकिस्तानी रेंजर को पाकिस्तान को लौटा दिया। बीएसएफ जवान पीके साहू को आज सुबह 10:30 बजे अटारी बॉर्डर के जरिए भारत को सौंपा गया। वह 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे। बीएसएफ के अनुसार, हैंड ओवर की प्रक्रिया शांतिपूर्वक और तय प्रोटोकॉल के तहत संपन्न हुई।
कैसे हुई अदला-बदली?
बताया गया है कि जवान पीके साहू गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान में चले गए थे, जिसके बाद उन्हें वहां की सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। जवाब में भारत ने भी राजस्थान सीमा के पास एक पाकिस्तानी रेंजर को पकड़ लिया था। सीजफायर के बाद दोनों देशों के बीच हुए संवाद के तहत, आज अटारी में दोनों जवानों की अदला-बदली हुई। इस प्रकार की कार्रवाई को सैन्य संबंधों में विश्वास बहाली की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
शांति की ओर कदम
बीते कुछ समय में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था, जिसमें मिसाइल और ड्रोन हमलों की घटनाएं भी शामिल थीं। लेकिन सीजफायर के बाद दोनों देशों द्वारा इस तरह की पहल करना यह दर्शाता है कि शांति और आपसी समझ अब भी संभव है। बीएसएफ ने जवान के वापस भारत लौटने की जानकारी दी. बीएसएफ ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा, आज बीएसएफ जवान पीके साहू वापस लौट आए हैं. वो 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे. जवान को संयुक्त चेक पोस्ट अटारी, के जरिए लगभग 10:30 बजे भारत को सौंप दिया गया. बीएसएफ ने साथ ही बताया, हैंडओवर शांतिपूर्वक और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार आयोजित किया गया था.
भारत ने भी रेंजर को लौटाया
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दिनों तनाव बढ़ गया था. दोनों देशों के बीच मिसाइल और ड्रोन से एक-दूसरे पर हमले भी किए गए. भारत ने पाकिस्तान को आंतकवाद के खिलाफ मुंह तोड़ जवाब दिया. इसी के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ. हालांकि, सीजफायर के बाद अब 14 मई को बीएसएफ और पाक रेंजर्स ने अपने इलाकों से पकड़े गए जवानों को शांतिपूर्वक तरीके से वापिस कर दिया है. फिरोजपुर में पाकिस्तान सीमा से पाक रेंजर्स ने भारतीय जवान को गिरफ्तार किया था. वहीं, दूसरी तरफ बीएसएफ ने राजस्थान में भारतीय सीमा के नजदीक पाक रेंजर को पकड़ा था. जवान के बदले भारत ने भी पाक रेंजर को पाकिस्तान को सौंप दिया है.
राजस्थान के श्रीगंगानगर में भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर पर बीएसएफ ने एक पाकिस्तानी रेंजर को गिरफ्तार किया था. पाक रेंजर बॉर्डर क्रॉस कर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान सीमा पर मुस्तैद जवानों की नजर उस पर पड़ी, जिसके बाद रेंजर को पकड़ लिया गया था. हालांकि, अब भारत ने पाकिस्तान के रेंजर को एक्सेंज में उसको सौंप दिया है.
जवान ने गलती से की थी सीमा पार
बीएसएफ जवान पूर्णब कुमार साहू 23 अप्रैल से पाकिस्तान की हिरासत में थे. साहू ने हाल ही में पंजाब के फिरोजपुर जिले में भारत पंजाब सीमा पर ड्यूटी ज्वाइन की थी, वो 23 अप्रैल को जीरो लाइन के पास खेतों में काम कर रहे सीमावर्ती ग्रामीणों (किसानों) की सहायता करते समय गलती से सीमा पार कर गए थे और इसी समय उन्हें पाकिस्तान सीमा सुरक्षा बल ने पकड़ लिया था.
जवान पीके साहू पश्चिम बंगाल के हुगली के निवासी हैं, जो 10 अप्रैल से भारत-पंजाब सीमा पर एक तदर्थ टीम के साथ तैनात थे, जिस समय उन्होंने सीमा गलती से पार की वो अपनी वर्दी पहने हुए थे और ड्यूटी पर थे. हालांकि, जिस समय साहू को पकड़ा गया था इसी के बाद मामले से परिचित सुरक्षा अधिकारियों ने कहा था कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं और आमतौर पर फ्लैग मीटिंग और आपसी समझ के जरिए इनका समाधान किया जाता रहा है और ऐसा ही एक बार फिर देखने को मिला है.



