कुमारी सैलजा ने रामचंद्र जांगड़ा को बताया शर्मनाक और असंवेदनशील
रामचंद्र जांगड़ा के बयान को लेकर कहा कि शहीदों के बलिदान पर सवाल उठाना और महिलाओं की वीरता पर टिप्पणी करना शर्मनाक और असंवेदनशील है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कुमारी सैलजा ने बीजेपी सांसद रामचंद्र जांगड़ा के बयान को लेकर कहा कि शहीदों के बलिदान पर सवाल उठाना और महिलाओं की वीरता पर टिप्पणी करना शर्मनाक और असंवेदनशील है.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के पहलगाम हमले की पीड़िताओं को लेकर दिए विवादित बयान से बवाल मच गया है. उनके बिगड़े बोल को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस सांसद और दिग्गज नेता कुमारी सैलजा ने रामचंद्र जांगड़ा के बयान को शर्मनाक बताया है.
कुमारी सैलजा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “शहीदों के बलिदान पर सवाल उठाना, और महिलाओं की वीरता पर टिप्पणी करना भाजपा सांसद का यह बयान शर्मनाक और असंवेदनशील है. पहलगाम में 26 लोगों की शहादत को ‘जोश की कमी’ कहना न सिर्फ अपमान है, बल्कि बीजेपी की सोच को भी उजागर करता है.”
‘ऐसे बयान देश की एकता के खिलाफ’
उन्होंने आगे लिखा, “कांग्रेस पार्टी शहीदों के सम्मान और महिलाओं की शक्ति को नमन करती है. ऐसे बयान देश की एकता और सम्मान के खिलाफ हैं. हम इसकी कठोर निंदा करते हैं.”
बीजेपी सांसद ने दिया था ये बयान
बता दें कि हरियाणा के भिवानी में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ रानी अहिल्या बाई होलकर स्मृति दिवस के अवसर पर पहलगाम हमले की पीड़ित महिलाओं के बारे में बोलते हुए बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने विवादित बयान दे दिया. उन्होंने कहा, “पहलगाम पर हमारी जो बहनें थी अगर उन्होंने रानी अहिल्या बाई होलकर का इतिहास पढ़ा होता तो उनके सामने उनके पति को कोई इस तरह से गोली नहीं मार सकता था, उनके अंदर वीरांगना का भाव नहीं था, जोश नहीं था, जज्बा नहीं था. इसलिए हाथ जोड़कर गोली का शिकार बन गए.”
जांगड़ा ने बाद में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “बिल्कुल लड़ना चाहिए था और अगर लड़ते, तो कम शहादत होती और कम लोग मारे जाते. हाथ जोड़ने से कौन छोड़ता है? वो तो मरने के लिए आए थे.” बीजेपी सांसद ने ये भी कहा, “अगर हमले में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं ने होलकर का इतिहास पढ़ा होता तो कोई भी उनके सामने उनके पतियों को इस तरह नहीं मारता. उन्होंने कहा, “अगर यात्री ट्रेनिंग पास किए होते तो तीन उग्रवादी 26 लोगों को नहीं मार सकते थे.”



