जम्मू-कश्मीर में आरक्षण को लेकर मचा सियासी रार

- सीएम उमर का विपक्ष पर पलटवार, बोले- महबूबा और लोन कर रहे राजनीति, जब सत्ता में थे तो क्यों थे खामोश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। राब्ता कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद सीएम अब्दल्ला ने पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन की आलोचना की। सीएम ने कहा कि वे आरक्षण को लेकर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उनके पास मौका था, तब उन्होंने भर्ती में आरक्षण का मुद्दा नहीं उठाया। अब्दुला ने सवाल उठाया और कहा, जब महबूबा मुफ्ती को वोटों की जरूरत थी, तो उन्होंने अपनी पार्टी के सदस्यों को आरक्षण के बारे में बात करने से भी सख्ती से मना कर दिया था। जब अनंतनाग से चुनाव लड़ रही थीं और राजोरी और पुंछ से वोटों की जरूरत थी, तब उन्होंने आरक्षण के बारे में बात क्यों नहीं की? जब ये सब हो रहा था, तब सज्जाद लोन पांच साल तक सरकार के करीब थे।
हमें हमारे सरकारी घरों से बेदखल कर दिया गया और हमारी सुरक्षा कम कर दी गई, जबकि वे सरकारी घर में बैठे थे। उन्होंने तब आरक्षण के बारे में बात क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने छह महीने के भीतर आरक्षण रिपोर्ट पेश कर दी थी और यह पहली बार है, जब इस तरह की प्रगति हुई है, अगर मुझे समय बर्बाद करना होता तो मैं उप-समिति को छह महीने और दे देता, तब वे क्या करते? क्या उनके पास मुझे छह महीने में यह रिपोर्ट पूरी करने के लिए मजबूर करने का कोई तरीका था?
हमारे प्रदेश में सूखे जैसे हालात हम पंजाब को पानी नहीं देंगे
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पंजाब-हरियाणा और राजस्थान को पानी पहुंचाने के लिए 113 किमी लंबी नहर बनाने के मामले में कड़ा विरोध जाहिर किया है। उन्होंने साफ कहा कि हमारे प्रदेश में सूखे जैसे हालात हैं, हम पंजाब को पानी क्यों दें। उन्होंने कहा कि मैं इसकी अनुमति कभी नहीं दूंगा। इस दौरान उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन की भी आलोचना की और राजनीति करने का आरोप लगाया।उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को जम्मू में भी राब्ता कार्यालय का उद्घाटन किया। इसी दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अपने पानी का इस्तेमाल हम पहले अपने लिए करेंगे। जम्मू में सूखे जैसी स्थिति है। सिंधु जल संधि के तहत पंजाब के पास पहले से ही पानी है।



