घास ने रोका एअर इंडिया के विमान का रास्ता, पांच घंटे तक खड़ी रही फ्लाइट

मुंबई। 25 जून को मुंबई से बैंकॉक जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट को पांच घंटे से अधिक समय तक रोककर रखा गया। इसकी वजह विमान के एक पंख में कुछ घास का फंसना बताया गया। एअर इंडिया ने एक बयान में कहा कि इस पर तुरंत ध्यान दिया गया और विमान को परिचालन के लिए मंजूरी दे दी गई। टाटा समूह द्वारा संचालित एयरलाइन ने अन्य महत्वपूर्ण विवरण जैसे कि विमान में सवार यात्रियों और चालक दल की संख्या, विमान का प्रकार, प्रस्थान का निर्धारित समय और यात्री मुंबई एयरपोर्ट पर कितने समय तक फंसे रहे, साझा नहीं किए।
एअर इंडिया ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 25 जून 2025 को मुंबई से बैंकॉक के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट को रोक दिया गया, क्योंकि ऑपरेटिंग विमान के बाएं पंख के नीचे कुछ घास फंसी हुई पाई गई थी। एयरलाइन ने कहा कि इस पर तुरंत ध्यान दिया गया और विमान को संचालन के लिए मंजूरी दे दी गई।
घास कैसे फंसी? पता नहीं चल सका
विमानन कंपनी ने साथ ही कहा कि घास के स्रोत की पहचान नहीं की जा सकी। इसने यह भी कहा कि चूंकि फ्लाइट क्रू विनियामक उड़ान ड्यूटी समय सीमाओं के अंतर्गत आ गया था, इसलिए फ्लाइट तुरंत रवाना नहीं हो सकी।
एअर इंडिया ने बयान में कहा कि मुंबई हवाई अड्डे पर विमान को संभालने वाले सेवा प्रदाता को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है, जिसकी सूचना सुरक्षा नियामक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को दी गई है।
यात्रियों को विमान से उतार दिया गया, जलपान की व्यवस्था की गई
एयरलाइन ने कहा कि यात्रियों को विमान से उतार दिया गया और उनके जलपान की व्यवस्था की गई। फ्लाइट क्रू के नए सदस्यों के आते ही फ्लाइट रवाना हो गई। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब डीजीसीए ने प्रमुख हवाई अड्डों पर अपनी निगरानी के दौरान एयरलाइनों, हवाई अड्डों, विमान रखरखाव कार्यों से संबंधित कई उल्लंघनों और कई मामलों में बार-बार होने वाली खामियों का पता लगाया है। यह कार्रवाई अहमदाबाद में 12 जून को एयर इंडिया के विमान हादसे के दो सप्ताह से भी कम समय बाद की गई थी।
नियामक ने मंगलवार को क्या कहा था?
खामियों के संबंध में एयरलाइनों, हवाई अड्डों और अन्य संस्थाओं के नामों का खुलासा किए बिना नियामक ने मंगलवार को कहा था कि निगरानी में उड़ान संचालन, उड़ान योग्यता, रैंप सुरक्षा, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी), संचार, नेविगेशन और निगरानी (सीएनएस) प्रणाली और उड़ान से पहले चिकित्सा मूल्यांकन जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।

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