ब्रिक्स समूह ने की पहलगाम आतंकी हमले की निंदा, आतंकवाद पर भारत के रुख का किया समर्थन

ब्रिक्स घोषणापत्र में कहा गया है कि हम आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की नीति सुनिश्चित करने और आतंकवाद का मुकाबला करने में दोहरे मापदंड को खारिज करने का आग्रह करते हैं.

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: ब्रिक्स समूह ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। समूह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की “कतई बर्दाश्त न करने” की नीति को दोहराते हुए दोहरे मापदंड छोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।

ब्राजील के समुद्र तटीय शहर रियो डी जेनेरियो में आयोजित दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के पहले दिन ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस,भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष नेताओं ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ मिलकर लड़ने के संकल्प को दोहराया। इसमें विशेष रूप से आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही और पनाहगाहों से निपटने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। बैठक के बाद ‘रियो डी जेनेरियो घोषणापत्र’ जारी किया गया, जिसमें न केवल आतंकवाद से जुड़े खतरों का जिक्र किया गया, बल्कि पश्चिम एशिया की स्थिति, वैश्विक व्यापार, शुल्क, और आर्थिक असमानताओं जैसे कई अहम वैश्विक मुद्दों पर ब्रिक्स देशों की साझा चिंता और दृष्टिकोण को स्पष्ट किया गया। ब्रिक्स नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के एकजुट होकर कार्य करने की अपील की, ताकि वैश्विक शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

आतंकवादी हमले की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. अपने घोषणापत्र में ब्रिक्स के नेताओं ने कहा कि हम 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. ब्रिक्स ने आतंकवादियों की सीमापार आवाजाही, आतंकवाद के वित्तपोषण और आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने सहित सभी तरह के आतंकवाद से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

आतंकवाद का मुकाबला
ब्रिक्स घोषणापत्र में कहा गया है कि हम आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की नीति सुनिश्चित करने और आतंकवाद का मुकाबला करने में दोहरे मापदंड को खारिज करने का आग्रह करते हैं. इसमें कहा गया है कि हम आतंकवाद का मुकाबला करने में देशों की प्राथमिक जिम्मेदारी पर जोर देते हैं और यह कि उन्हें आतंकवादी खतरों को रोकने और उनका मुकाबला करने के वैश्विक प्रयासों में अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने दायित्वों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए.

आतंकवादी संगठनों के खिलाफ एक्शन
ब्रिक्स ने आतंकवाद-रोधी सहयोग को और गहरा करने का संकल्प लिया और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित सभी आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान किया. समूह के नेताओं ने एकतरफा शुल्क और गैर-शुल्क उपायों के बढ़ने के बारे में भी गंभीर चिंता व्यक्त की, जिसे परोक्ष तौर पर शुल्क को लेकर अमेरिका की नीति के संदर्भ के तौर पर देखा गया. ब्रिक्स ने दुनिया के कई हिस्सों में जारी संघर्षों और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में ‘ध्रुवीकरण और विखंडन’ की वर्तमान स्थिति पर भी चिंता जतायी. इसमें कहा गया है कि हम कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र की स्थिति के बारे में अपनी गंभीर चिंता दोहराते हैं.

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