03 बजे तक की बड़ी खबरें

1 बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। राजनेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी बीच RJD नेता तेजस्वी यादव NDA गठबंधन पर लगातार हमलावर हैं। ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए अपने पिता लालू प्रसाद की तरह ही एआई इमेज का इस्तेमाल कर पीएम मोदी और सीएम नीतीश पर निशाना साधा। तेजस्वी ने इन दोनों नेताओं की तस्वीर शेयर की और लिखा कि प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी दोनों अपनी कुर्सी बचाने के लिए बिहार को बर्बाद कर रहे हैं।

2 केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद जम्मू-कश्मीर में बेपटरी हुआ पर्यटन पुनर्जीवित हो गया है। राज्य व केंद्र सरकार जिस दिशा से काम कर रही हैं उससे आने वाले समय में कश्मीर का पर्यटन जल्द ही अपने पहले जैसे मुकाम को हासिल कर लेगा। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं।

3 महाराष्ट्र में भाषा विवाद को लेकर सियासी पारा हाई है। नेताओं की लगातार प्रतिक्रिया सामने आ रही है, इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा के विधायक आशिष शेलार, जो मुंबई के प्रमुख नेताओं में से एक हैं, उन्होंने मराठी हिंदुओं की तुलना आतंकवादियों से की। अब निशिकांत दुबे कह रहे हैं कि ये लोग हमारी जेब पर पल रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहती हूँ कि जब महाराष्ट्र के हित की बात आती है, तो वे चुप क्यों हो जाते हैं? ऐसे बयानों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?

4 जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म उदयपुर फाइल्स की रिलीज रोकने की याचिका दायर की है। यह फिल्म उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल साहू की हत्या पर आधारित है। याचिकाकर्ता का कहना है कि फिल्म में हत्या को मुस्लिम समुदाय के नेताओं की मिलीभगत से दिखाया गया है जिससे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दरार पैदा हो सकती है।

5 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है. इस मामले पर नेताओं की लगातार प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इसी बीच इस प्रक्रिया को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बयान देते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने इसे तानाशाही करार देते हुए कहा कि यह नागरिकता पर सवाल उठाने जैसी प्रक्रिया है. साथ ही संजय सिंह ने कहा, “एक मतदाता बनने के लिए जो आवश्यक प्रमाण होते हैं, उन्हें नहीं मानकर एक तुगलकी फरमान जारी किया गया है. यह बिल्कुल ठीक नहीं है.”

6 महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाषा विवाद पर अपनी बात रखते हुए कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश ना की जाए। उन्होंने कहा कि मराठी व्यक्ति न केवल अपने राज्य के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए अपनी जान न्यौछावर करता आया है। जो लोग इस विषय में मोर्चा निकालना चाहते हैं, वे प्रशासन की अनुमति लेकर ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह एक लोकतांत्रिक देश है और यहां कोई भी शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कर सकता है।

7 बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। वोटरों को साधने के लिए राजनेता बड़े बड़े वादे कर रहे हैं। वहीं इसी बीच नीतीश सरकार भी बड़े-बड़े फैसले पर रही है। बिहार सरकार की नौकरियों में लागू महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की सुविधा का लाभ अब सिर्फ बिहार की स्थाई निवासी महिलाओं को ही मिलेगा।मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य की सेवाओं में 35 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण में डोमिसाइल लागू करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया। बैठक में 43 प्रस्ताव स्वीकृत किए गए।

8 भाषा विवाद के बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान ‘पटक पटक के मारेंगे’ पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने कहा कि वे उनसे सहमत नहीं हैं। उदय सामंत ने कहा, ‘सांसद दुबे ने जो कहा वह सही नहीं है। हम उनसे सहमत नहीं हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना उनसे सहमत नहीं है। हम महाराष्ट्रीयन हैं और हमें इस पर गर्व है। हमने उन्हें हमारा अपमान करने की जिम्मेदारी नहीं दी। हम उनसे सहमत नहीं थे और भाजपा भी उनसे सहमत नहीं थी।’

9 भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गलत नाम देने वाली टिप्पणी की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “खड़गे जी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मुर्मा जी, कोविंद जी को कोविड जी कहना और फिर उन्हें जमीन हड़पने वाला कहना, एससी और एसटी समुदाय के प्रति कांग्रेस की गहरी नफरत को दर्शाता है। और बार-बार, उन्होंने इस तरह का व्यवहार दिखाया है।”

10 कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने मध्य प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन सरकार के दबाव में शिकायतकर्ताओं को ही आरोपी बना रहा है। कांग्रेस ने मोदी की गारंटी, ओबीसी आरक्षण और एसटी-एससी पर हो रहे अत्याचारों का मुद्दा उठाते हुए प्रदेश को “अपराध की राजधानी” बताया। पार्टी ने कहा कि वह इन मुद्दों पर लगातार आवाज उठाती रहेगी।

 

 

Related Articles

Back to top button