कश्मीर शहीद दिवस पर सज्जाद गनी लोन नजरबंद, शहीदों को देने जा रहे थे श्रद्धांजलि

सज्जाद गनी लोन ने कहा, “घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं है, नज़रबंद हैं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि केंद्र सरकार कश्मीर के लोगों के लिए पवित्र चीज़ों को नए सिरे से परिभाषित करने पर इतनी आतुर क्यों है.

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी) के अध्यक्ष और हंदवाड़ा के विधायक सज्जाद गनी लोन को रविवार को कश्मीर शहीद दिवस के वसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने से रोका गया।

लोन ने दावा किया है कि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है और प्रशासन ने उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी। इस संबंध में लोन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि उन्हें 13 जुलाई को शहीदों के कब्रिस्तान जाकर श्रद्धांजलि देने से रोक दिया गया है। यह दिन कश्मीर शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो पहले जम्मू-कश्मीर का एक राजकीय अवकाश हुआ करता था।

लोन ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सरकार कश्मीरियों के पवित्र स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों को “फिर से परिभाषित” करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह न केवल एक निर्वाचित प्रतिनिधि के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि आम लोगों की ऐतिहासिक और भावनात्मक आस्थाओं पर भी हमला है।

सज्जाद गनी लोन ने कहा, “घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं है, नज़रबंद हैं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि केंद्र सरकार कश्मीर के लोगों के लिए पवित्र चीज़ों को नए सिरे से परिभाषित करने पर इतनी आतुर क्यों है. 13 जुलाई को दिए गए बलिदान हम सबके लिए पवित्र हैं. इन बलिदानों का अपमान करना और शहीदों की कब्रगाह पर जाने से सभी को रोकना, अगर कुछ है तो उन बलिदानों को और ऊंचाइयों पर पहुंचाता है. खून से सने इतिहास कभी मिटते नहीं हैं” जेकेपीसी ने उनके घर की एक तस्वीर भी शेयर की है, जहां उनके दरवाज़े बंद कर दिए गए हैं. पार्टी ने कहा, “एक बुनियादी, शांतिपूर्ण श्रद्धांजलि से इनकार कश्मीर में सिकुड़ते लोकतांत्रिक स्थान की एक गंभीर याद दिलाता है. ”

कौन हैं सज्जाद लोन?
सज्जाद लोन को कश्मीर के प्रमुख राजनेताओं में से एक माना जाता है. वह पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद और पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी कहे जाते हैं. लोन कश्मीर की हंदवाड़ा सीट से विधायक हैं. हाल ही उन्होंने कश्मीर में नए राजनीतिक गठबंधन का ऐलान किया था.

गठबंधन  का नाम ‘पीपुल्स अलायंस फॉर चेंज’ है. इसमें सज्जाद लोन की जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC), हकीम मोहम्मद यासीन की पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDF) और जस्टिस एंड डेवलपमेंट फ्रंट (JDF) शामिल हैं. लोन कई मुद्दों पर अब्दुल्ला सरकार और केंद्र सरकार को निशाने पर ले चुके हैं.

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