दिल्ली से लेकर बिहार तक एसआईआर पर हंगामा

लोस व रास में विपक्ष का सरकार पर वार

  • मानसून सत्र का चौथा दिन भी खाली गया
  • राहुल बोले- चुनाव आयोग धांधली कर रहा है

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन, गुरुवार को, विपक्षी सांसदों ने बिहार मतदाता सूची संशोधन के मुद्दे पर एकबार फिर जोरदार हंगामा किया। यह हंगामा जहा संसद में हुआ वहीं बिहार विधान सभा में शोरशराबा हुआ। विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा और लोकसभा दोनों में कार्यस्थगन और कार्यस्थगन के नोटिस पेश किए। संजय सिंह, रंजीत रंजन, अखिलेश प्रसाद सिंह और अन्य विपक्षी सांसदों ने अपने-अपने सदनों में नोटिस पेश कर बिहार मतदाता सूची संशोधन मुद्दे पर तत्काल चर्चा के लिए प्रश्नकाल स्थगित करने और तत्काल कार्यस्थगन का आग्रह किया।
वहीं लोकसभा नेता राहुल गांधी ने संसद भवन के बाहर कहा कि उन्होंने भारतीय चुनाव आयोग पर कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। गांधी ने दावा किया कि उनके पास कथित हेराफेरी, जिसमें मतदाताओं के नाम जोडऩे और हटाने का काम शामिल है, के 100 प्रतिशत सबूत हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई सबूत पेश नहीं किया है। हंगामा के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के सात मिनट बाद ही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्षी सांसदों ने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की और तख्तियां लहराईं, जिन पर एसआईआर विरोधी नारे लिखे हुए थे।

सोनिया समेत कई विपक्षी सांसदों ने एसआईआर के खिलाफ संसद परिसर के प्रदर्शन में भाग लिया

विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करते हुए बृहस्पतिवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। संसद के ‘मकर द्वार’ के निकट आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और कई अन्य दलों के सांसद शामिल हुए। विपक्षी सांसदों ने एक बड़ा बैनर भी ले रखा था, जिस पर ‘एसआईआर- लोकतंत्र पर वार’ लिखा हुआ था। उन्होंने ‘एसआईआर वापस लो’ के नारे लगाए। विपक्षी सांसदों ने कहा कि इस विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद गिरिधारी यादव के बयान का हवाला देते हुए कहा कि अब तो सत्तापक्ष के लोग भी एसआईआर पर सवाल उठा रहे हैं, ऐसे में इस विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। यादव ने एसआईआर की कवायद का विरोध करते हुए कहा कि जो मतदाता सूची लोकसभा चुनाव में सही थी, वो विधानसभा चुनाव में गलत कैसे हो सकती है।

एसआईआर की आड़ में मतदाता सूची में हेराफेरी की जा रही

विपक्षी दलों ने मानसून सत्र की शुरुआत से ही हर दिन स्थगन प्रस्ताव पेश करते हुए लोकसभा और राज्यसभा में संशोधन प्रक्रिया पर चर्चा की मांग की है और आरोप लगाया है कि एसआईआर की आड़ में मतदाता सूची में हेराफेरी की जा रही है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सांसद महुआ माजी, लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, राष्टï्रीय जनता दल (राजद) सांसद मनोज झा सहित अन्य नेता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

सांसदों के इस तरह के व्यवहार को पूरा देश देख रहा है : बिरला

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा, ”आपसे पहले भी कहा गया है कि प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय होता है। इसमें जनता के महत्वपूर्ण सवाल होते हैं और सरकार की जवाबदेही होती है, कई सांसदों ने कहा कि उनका प्रश्नकाल के दौरान मुश्किल से प्रश्न आता है और आप लोग नारेबाजी करते हैं। बिरला ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि इतने पुरानी राजनीतिक दल के लोग इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, उसे पूरा देश देख रहा है।

अब सरकारें मतदाताओं को चुन रही हैं : तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने कहा कि पहले मतदाता सरकारें चुनते थे, लेकिन अब सरकारें मतदाताओं को चुन रही हैं। यह चुनाव आयोग के ज़रिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के कल के प्रेस नोट में कहा गया है कि 52-55 लाख मतदाता (अपने पते पर) अनुपस्थित पाए गए। कुछ आँकड़े मृतक की श्रेणी में दर्ज हैं, कुछ मतदाताओं ने अपना विधानसभा क्षेत्र बदल लिया है। हम पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं। बीएलओ खुद ही हस्ताक्षर कर रहे हैं और अपलोड कर रहे हैं। इसलिए, पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई। यह सिर्फ़ एक उपलब्धि के तौर पर दिखाने और सुप्रीम कोर्ट के सामने आँकड़े पेश करने के लिए है। बस औपचारिकता निभाई जा रही है।

सरकार आग से खेल रही है : मनोज झा

राजद सांसद मनोज झा ने कहा, अगर हमारे चुनाव आयोग का व्यवहार बांग्लादेश चुनाव आयोग जैसा है, तो पार्टियों और नागरिकों के पास कोई विकल्प नहीं बचेगा। क्या वे एक भी विदेशी मतदाता का नाम बता सकते हैं, और अगर यह सरकार ऐसे इरादों से बिहारियों को बेदखल करने की योजना बना रही है, तो वे आग से खेल रहे हैं।

सरकार चर्चा करेगी या नहीं : गौरव

बिहार में एसआईआर पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, हम पिछले 3 दिनों से मांग कर रहे हैं कि एसआईआर पर चर्चा हो, लेकिन अभी तक भाजपा के मंत्री की ओर से एक भी जवाब नहीं आया है। हम उनसे बस यह पूछना चाहते हैं कि एसआईआर पर चर्चा होगी या नहीं। हां या नहीं, एक बार उनका जवाब आ जाए।

बाबासाहेब की विरासत पर हमला : टैगोर

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने संशोधन प्रक्रिया पर चर्चा के लिए एक स्थगन प्रस्ताव पेश किया और इसे सामूहिक मताधिकार से वंचित करने की कार्रवाई बताया, जो मोदी सरकार के तहत संचालित संस्थागत मतदाता सफ़ाई से कम नहीं है। टैगोर ने प्रक्रिया को बाबासाहेब बी.आर. अंबेडकर की विरासत पर हमला बताया, जिन्होंने नागरिकों को उनकी जाति, वर्ग या संपत्ति से परे, सशक्त बनाने के लिए मताधिकार को प्रतिष्ठित किया था।

हमारा आंदोलन जारी रहेगा : राजीव शुक्ला

कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, हमारा मानना है कि इसके खिलाफ लड़ाई अभी जारी है और यह जारी रहनी चाहिए। हमें लगता है कि चुनाव आयोग सच्चाई को जरूर स्वीकार करेगा और लोगों को वोट देने से वंचित नहीं किया जाएगा। फिलहाल, यह आंदोलन जारी रहेगा।

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