सिकंदराबाद: अवैध सरोगेसी और स्पर्म तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, फर्टिलिटी सेंटर की डॉक्टर समेत इतने गिरफ्तार
अधिकारियों का कहना है कि अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान और पूछताछ जारी है। पुलिस ने फर्टिलिटी सेंटर से संबंधित दस्तावेज, उपकरण और अन्य महत्वपूर्ण सबूत जब्त कर लिए हैं।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: तेलगांना पुलिस ने सिकंदराबाद स्थित एक फर्टिलिटी सेंटर में अवैध सरोगेसी और शुक्राणु तस्करी के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
इस मामले में यूनीवर्सल सृष्टि फर्टिलिटी सेंटर की प्रबंधक डॉ. नम्रता सहित कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में डॉ. नम्रता के अलावा सेंटर के दो तकनीकी कर्मचारी और सात अन्य शामिल हैं। सभी पर अवैध सरोगेसी प्रक्रियाएं संचालित करने और स्पर्म की तस्करी में शामिल होने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, यह सेंटर सिकंदराबाद के रेजिमेंटल बाजार इलाके में चलाया जा रहा था।
यह मामला तब सामने आया जब राजस्थान के एक दंपति,जो फिलहाल सिकंदराबाद में रहते हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। दंपति ने आरोप लगाया कि फर्टिलिटी सेंटर के माध्यम से सरोगेसी प्रक्रिया के तहत पैदा हुआ बच्चा उनका जैविक संबंधी नहीं है। डीएनए परीक्षण में इस बात की पुष्टि हुई। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि यह रैकेट कितने समय से चल रहा था और इससे कितने अन्य लोग प्रभावित हुए हैं।अधिकारियों का कहना है कि अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान और पूछताछ जारी है। पुलिस ने फर्टिलिटी सेंटर से संबंधित दस्तावेज, उपकरण और अन्य महत्वपूर्ण सबूत जब्त कर लिए हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा परिषद से भी रिपोर्ट तलब की जा रही है।
सरोगेसी के लिए 30 लाख का भुगतान
उन्होंने बताया कि तीन साल पहले सरोगेसी प्रक्रिया के लिए क्लिनिक को 30 लाख रुपये का भुगतान किया था. इस साल जब बच्चे का जन्म हुआ, तो उन्होंने सरोगेट माँ के डीएनए जांच के लिए क्लिनिक से कहा. इस पर डॉ. नम्रता ने कथित तौर पर बार-बार परीक्षण में देरी की. मामले में गड़बड़ी की आशंका होने पर दंपत्ति ने दिल्ली में डीएनए की जांच कराई, जिसमें पता चला की बच्चे का उनसे कोई आनुवंशिक संबंध नहीं था.
डीएनए जांच में खुली पोल
इसके बाद दंपत्ति ने जून में, दंपत्ति ने डॉ. नम्रता से डीएनए परिणामों के बारे में बात की. बताया जा कि उसने ‘गड़बड़ी’ की बात स्वीकार की और मामले को सुलझाने के लिए समय माँगा. हालाँकि, वह जल्द ही गायब हो गई, जिसके बाद दंपति ने गोपालपुरम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.
कई राज्यों में फैला व्यापार
शिकायत मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फर्टिलिटी सेंटर पर देर रात छापेमारी की. इस दौरान उन्हें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ बरामद किए और फोरेंसिक जांच के लिए शुक्राणु के नमूने सुरक्षित रखे. पूछताछ में पता चला कि क्लिनिक गुजरात और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में स्पर्म और एग का अवैध व्यापार करता था. पुलिस ने पाया कि फर्टिलिटी सेंटर इंडियन स्पर्म टेक नामक एक फर्म के सहयोग से चल रहा था, जो बिना आधिकारिक मंजूरी के काम कर रही थी.
जांच मे जुटी पुलिस
मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फर्म के क्षेत्रीय प्रबंधक पंकज सोनी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही छह अन्य लोग जिसमें संपत, श्रीनु, जितेंद्र, शिवा, मणिकांठा और बोरो को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कथित तौर पर ये लोग विभिन्न राज्यों में प्रजनन सामग्री की आपूर्ति और शिपिंग में शामिल थे. पुलिस को आशंका है कि इस नेटवर्क में और भी प्रजनन केंद्र और एजेंट शामिल हो सकते हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है.



