राहुल के सबूत से कांपा EC! गिड़गिड़ाने लगा, मोदी- शाह की पोल खुल गई!

बीजेपी के इशारे पर काम करने वाले चुनाव आयोग का नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पोल खोल दिया है... चुनाव आयोग की बेइमानी और बीजेपी की हर...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों हाल के दिनों में भारतीय राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है….. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं…. और उन्होंने दावा किया है कि उनके पास ऐसे पुख्ता सबूत हैं…… जो यह साबित करते हैं कि चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम कर रहा है……. और वोट चोरी में शामिल है……. राहुल गांधी के इन बयानों ने न केवल राजनीतिक गलियारों में, बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का माहौल बना दिया है……. बता दें कि बीजेपी के इशारे पर काम करने वाले चुनाव आयोग का नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पोल खोल कर रख दिया है……. चुनाव आयोग की बेइमानी और बीजेपी की हर चुनाव में मदद करने का सबूत राहुल के हाथ लग गया है…… जिसको वो जनता के सामने बहुत जल्द पेश करेंगे और चुनाव आयोग की पोल खोल देंगे…….. जिससे चुनाव आयोग गिड़गिड़ाने लगा है……

वहीं अब मोदी और शाह को डर सता रहा है कि राहुल के सबूतों से चुनाव आयोग बेकाब हो जाएगा……. बीजेपी की वोट चोरी का पर्दाफाश हो जाएगा….. राहुल ने दावा करते हुए कहा है कि मेरे पास एटम बम है जो जब भी फटेगा भूचाल आ जाएगा….. बीजेपी चुनाव जीतने के लिए ईवीएम में सिर्फ धांधली नहीं करवाती है…. बल्कि वोटर लिस्च में भी बड़ा खेल करवाती है……. जिसका पोल अब खुलने ही वाला है…. विपक्ष ने मोदी और चुनाव आयोग की चोरी को पकड़ लिया है….. बता दें कि इस समय बिहार में एसआईआर का काम तेजी से चल रहा है……. जिसमें तमाम गड़बड़िया सामने आई है….. लाखों मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए हैं…. जिससे साबित होता है कि उन्ही मतदाताओं मे पिछले चुनावों में बीजेपी को वोट देकर उनकी सरकार बना दी….. लेकिन विधानसभा चुनाव आते- आते वही मतदाता फर्जी मतदाता कैसे हो गये यह बड़ा सवाल है…..

बता दें कि राजधानी दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के ‘एनुअल लीगल कॉन्क्लेव’ को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश में चुनाव आयोग का अस्तित्व नहीं रह गया है……… उन्होंने कहा कि मैं हाल के इलेक्शन सिस्टम के बारे में बोल रहा हूं…….. मुझे हमेशा से शक था कि इसमें कुछ गड़बड़ है…….. 2014 से ही…….. मुझे गुजरात विधानसभा चुनाव में भी शक था……. किसी एक पार्टी की लैंड स्लाइड विक्ट्री का ट्रेंड शक पैदा करता है……. लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात में एक भी सीट नहीं मिलती……… ये मेरे लिए आश्चर्य की बात थी…….. जब भी हम बोलते थे तो लोग कहते थे, सबूत कहां है? फिर, महाराष्ट्र में कुछ हुआ……. लोकसभा चुनाव में हम जीत गए और फिर चार महीने बाद, हम न सिर्फ हारे, बल्कि पूरी तरह से खत्म हो गए……. तीन मजबूत पार्टियां अचानक गायब हो गईं…….

राहुल गांधी ने कहा कि फिर हमने चुनावी धांधलियों की गंभीरता से जांच शुरू की……… हमें महाराष्ट्र में यह पता चला, लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता सामने आते हैं…….. इनमें से ज्यादातर वोट भाजपा को जाते हैं……. अब मैं बिना किसी संदेह के कहता हूं कि हमारे पास सबूत हैं…….. हमारे पास ऐसे सबूत हैं जो बताते हैं कि चुनाव आयोग है ही नहीं…….. कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव आयोग मतदाता सूची की डिजिटल प्रति उपलब्ध नहीं कराता…….. इन दस्तावेजों को स्कैन नहीं किया जा सकता…….. चुनाव आयोग ऐसी प्रतियां क्यों उपलब्ध कराएगा जिन्हें स्कैन नहीं किया जा सकता……. और उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एक लोकसभा क्षेत्र में हमने मतदाता सूची की जांच की……. और पाया कि 6.5 लाख मतदाताओं में से 1.5 लाख मतदाता फर्जी थे…….

आपको बता दें कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और लोकसभा चुनाव 2024 में मतदाता सूची में गड़बड़ी और वोट चोरी के आरोप लगाए हैं……. उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने जानबूझकर ऐसी नीतियां और प्रक्रियाएं अपनाईं, जिनसे बीजेपी को फायदा हुआ……… राहुल गांधी ने यह भी दावा किया है कि उनकी पार्टी ने छह महीने की गहन जांच के बाद ऐसे सबूत जुटाए हैं…….. जो इस बात को साबित करते हैं कि चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में हेरफेर किया और बीजेपी के लिए वोट चोरी की……. वहीं राहुल गांधी ने इसे एक एटम बम की संज्ञा दी है…… जिसके फटने पर चुनाव आयोग की साख पर गहरा असर पड़ेगा……. उन्होंने कहा कि वह जल्द ही इन सबूतों को जनता के सामने लाएंगे…….. जिसके बाद देश को पता चलेगा कि चुनाव आयोग ने बीजेपी के लिए क्या-क्या किया…….. उनके बयानों में यह भी शामिल है कि चुनाव आयोग के अधिकारियों, चाहे वे सेवानिवृत्त हों या सक्रिय, को इस मामले में जवाबदेही तय की जाएगी……..

वहीं चुनाव आयोग ने अब अपने बचाव में बयान देना शुरू कर दिया है….. नहीं अभी तक वो मोदी के इशारे पर चुप था…… लेकिन चुनाव आयोग को जैसे पता चला कि अब पोल खुलने वाली है गिड़गिड़ाने लगा….. और राहुल गांधी के इन आरोपों को बेबुनियाद और गैर-जिम्मेदाराना बताया है…… आयोग का कहना है कि राहुल गांधी ने अब तक कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया और न ही उन्होंने आयोग से औपचारिक रूप से कोई शिकायत दर्ज की……. चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि उसने राहुल गांधी को 12 जून 2025 को पत्र और ईमेल भेजकर अपनी आपत्तियां दर्ज करने के लिए बुलाया था……. लेकिन राहुल गांधी ने कोई जवाब नहीं दिया…… आयोग ने यह भी बताया कि कर्नाटक लोकसभा चुनाव 2024 में मतदाता सूची को लेकर कांग्रेस ने कोई अपील नहीं की…….. जो कि कानूनी रूप से उपलब्ध एक विकल्प था……. इसके अलावा, लोकसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया को लेकर दायर 10 याचिकाओं में से एक भी याचिका कांग्रेस के किसी उम्मीदवार ने दायर नहीं की…….

राहुल गांधी ने अपने बयानों में कहा है कि उनकी पार्टी ने कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची की गहन जांच की……. इस जांच में उन्हें हजारों संदिग्ध वोटर मिले, जिनकी उम्र 50, 60 या 65 साल बताई गई……. लेकिन वे नए मतदाता के रूप में दर्ज थे….. राहुल गांधी ने दावा किया कि यह एक सुनियोजित साजिश थी……. जिसे बीजेपी के इशारे पर चुनाव आयोग ने अंजाम दिया……. उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए वोटर अचानक जोड़े गए, जो संदेह के घेरे में है…….. राहुल गांधी का कहना है कि उनकी पार्टी ने मध्य प्रदेश, लोकसभा और महाराष्ट्र के चुनावों में इस तरह की गड़बड़ियों पर शक जताया था…….. और छह महीने की जांच के बाद उनके पास विस्फोटक तथ्य हैं…… हालांकि, राहुल गांधी ने अभी तक इन सबूतों को सार्वजनिक नहीं किया है और न ही यह बताया कि ये सबूत किस रूप में हैं……..

आपको बता दें कि इस पूरे विवाद का केंद्र बिंदु बिहार में चल रहा विशेष गहन पुनरीक्षण है……. SIR मतदाता सूची को अपडेट करने की एक प्रक्रिया है…….. जिसमें पुराने वोटरों के नाम हटाए जाते हैं और नए वोटरों को जोड़ा जाता है….. राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं का आरोप है कि इस प्रक्रिया में गड़बड़ी की जा रही है……. जिससे बीजेपी को फायदा हो रहा है……..चुनाव आयोग ने बताया कि बिहार में SIR के तहत ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की गई है…….. और कोई भी व्यक्ति 1 सितंबर 2025 तक इसमें सुधार के लिए आवेदन कर सकता है…….. आयोग का कहना है कि यह एक पारदर्शी प्रक्रिया है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हो रही है……

कांग्रेस के अलावा अन्य विपक्षी दल भी इस मुद्दे पर मुखर हैं…….. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बूथ स्तर के अधिकारियों को चेतावनी दी है……. और प्रवासी अल्पसंख्यक वोटरों से वापस लौटने की अपील की है……. झारखंड और अन्य राज्यों में भी विपक्षी दल SIR के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं…….. विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है और यह बीजेपी के पक्ष में काम कर रही है…… वहीं बिहार के नेता प्रतिपक्ष ने भी मोर्चा खोल रखा है….. और चुनाव आयोग पर तमाम सवाल दागे हैं……. और उन्होंने तो चुनाव बहिष्कार करने की बात कह ही है….. जिससे साफ पता चलता है कि वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ की जा रही है…..

चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है, जिसका काम निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराना है……. अगर राहुल गांधी के दावे सही साबित होते हैं…….. तो यह भारत के लोकतंत्र के लिए एक गंभीर मुद्दा होगा…… वोट चोरी या मतदाता सूची में हेरफेर जैसे आरोप सीधे तौर पर देश की चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं……. राहुल गांधी ने कहा है कि वह जल्द ही अपने सबूत जनता के सामने पेश करेंगे……. अगर ये सबूत वाकई में एटम बम की तरह हैं…….. तो यह न केवल चुनाव आयोग, बल्कि बीजेपी और केंद्र सरकार के लिए भी बड़ी चुनौती होगी……… दूसरी ओर अगर ये आरोप बेबुनियाद साबित हुए…….. तो बीजेपी इसे कांग्रेस के खिलाफ एक बड़े हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकती है……. वहीं चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि वह इस तरह के आरोपों को गंभीरता से नहीं लेगा……. जब तक कि ठोस सबूत पेश नहीं किए जाते……. आयोग ने अपने कर्मचारियों को भी निष्पक्षता के साथ काम करने की सलाह दी है…….

 

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