अलास्का में ट्रंप-पुतिन की महामुलाकात, इतने घंटे बाद होगा यूक्रेन के भविष्य का फैसला

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली इस महामुलाकात को लेकर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: पूरी दुनिया की निगाहे इस वक्त अलास्का पर टिकी हुई हैं, जहां आगामी 48 घंटे में एक ऐतिहासिक बैठक होने जा रही है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली इस महामुलाकात को लेकर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए है।

पूरी दुनिया की नजरें अलास्का पर टिकी हैं. यहां 48 घंटे बाद यूक्रेन के भविष्य का फैसला होगा. अलास्का में डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन की महामुलाकात होने वाली है. इस बैठक से पहले ही अलास्का को युद्धपोत और सबमरीन्स ने घेर लिया है. यहां कनाडा, चीन, अमेरिका और रूस की नौसेना ने जबरदस्त घेराबंदी की है. सिर्फ इतना ही नहीं अलास्का पर सैटेलाइट से भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है.

समंदर में सबमरीन हर गतिविधि पर नजर रख रही हैं. युद्धपोत और पेट्रोलिंग शिप्स का बड़ा बेड़ा… हर घंटे, हर मिनट समंदर की निगरानी कर रहा है. आसमान में गश्ती विमान लगातार जमीन और समंदर पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. सुरक्षा की ये जबरदस्त तैयारियां अलास्का में होने वाली इस दशक की सबसे बड़ी बैठक के लिए की गई हैं.

15 अगस्त को अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति अलास्का पहुंचने वाले हैं, जहां यूक्रेन का भविष्य तय होगा. शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति ट्रंप देश भर की यात्रा कर अलास्का के एंकरेज जाएंगे, जहां वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. वार्ता की तैयारियों का जिम्मा रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और मार्को रूबियो को सौंपा गया है. 15 अगस्त को एंकरेज में NOTAM जारी किया गया है यानी इस दिन यहां से किसी प्लेन को गुजरने की इजाजत नहीं.

पुतिन का स्पेशल हवाई रूट तैयार
रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन के हवाई रूट को बेहद सुरक्षित बनाया गया है. रूसी राष्ट्रपति का प्लेन राजधानी से मॉस्को से टेकऑफ होकर बेरिंग स्ट्रेट से होते हुए अमेरिका के अलास्का में दाखिल होगा, जहां से वो एंकरेज पहुंचेगा. एंकरेज पहुंचने के लिए पुतिन करीब 7300 किमी की हवाई यात्रा करेंगे लेकिन सवाल है कि पुतिन के अलास्का दौरे के लिए यही रूट क्यों चुना गया?

आपको बता दें,कि  रूस का पूर्वी छोर अमेरिका के अलास्का से महज 81 किमी दूर है. इन दोनों के बीच में बेरिंग स्ट्रेट है, जहां रूस और अमेरिका की नौसेना का जमावड़ा रहता है. इस रूट के जरिए पुतिन को अंतराष्ट्रीय समुद्री सीमा में जाने की जरूरत नहीं होगी. वो रूसी हवाई क्षेत्र से सीधा अमेरिका हवाई क्षेत्र में दाखिल हो जाएंगे, जिससे उनकी सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होगा.

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