65 प्रतिशत आरक्षण के प्रावधान को 9वीं अनुसूची में कब डालेंगे पीएम: जयराम
जनसंघ-आरएसएस ने कर्पूरी ठाकुर की सरकार गिराई

- कांग्रेस ने बिहार दौरे को लेकर बीजेपी पर दागे सवाल
- दलितों व पिछड़ों का किया अपमान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने बिहार दौरे पर रहे पीएम मोदी पर तीखा हमला किया है। पार्टी पे कहा कि प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए कि पिछड़ों, अति पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के लिए 65 प्रतिशत आरक्षण के प्रावधान को संविधान की नौवीं अनुसूची में क्यों नहीं डाला गया। प्रधानमंत्री मोदी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत समस्तीपुर जिले में भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की जन्मस्थली कर्पूरी ग्राम से किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, प्रधानमंत्री आज कर्पूरी ठाकुर जी के गांव जा रहे हैं।
उनके लिए तीन सीधे सवाल हैं। उन्होंने कहा, कर्पूरी ठाकुर जी ने 1978 में पिछड़ों को 26 प्रतिशत आरक्षण देकर सामाजिक न्याय की ऐतिहासिक नींव रखी थी। पार्टी महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी से तीन सवाल पूछे हैं। बाद में उन्होंने एक इंटरव्यू में भी इसी तरह के प्रश्न किए हैं। इसमें जयराम रमेश ने दावा किया है कि बीजेपी की पूर्ववर्ती पार्टी जनसंघ और आरएसएस ने बिहार में कर्पूरी ठाकुर की सरकार गिराई थी। दरअसल, पीएम मोदी ने बिहार में चुनाव प्रचार का आगाज उन्हीं की जन्मस्थली समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम से की है। पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने ही इस समाजवादी नेता को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा था। जयराम रमेश ने दूसरा सवाल ये किया है कि जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग को कथित रूप से अर्बन नक्सल एजेंडा कहकर क्या आपने दलितों, पिछड़ों, अति-पिछड़ों और आदिवासियों के अधिकारों का अपमान नहीं किया?
क्या पीएम जनसंघ आरएसएस की ओर से माफी मांगेंगे
अपने एक्स पोस्ट पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने लिखा है, कर्पूरी ठाकुर जी ने 1978 में पिछड़ों को 26 प्रतिशत आरक्षण देकर सामाजिक न्याय की ऐतिहासिक नींव रखी थी…क्या यह सही नहीं है कि आपकी पार्टी के वैचारिक पूर्वज -जनसंघ और आरएसएस ने उनकी आरक्षण नीति का खुलकर विरोध किया था? उन्होंने आगे लिखा, क्या उस समय जनसंघ, आरएसएस ने सडक़ों पर कर्पूरी ठाकुर जी के खिलाफ अपमानजनक और घृणा से भरे नारे नहीं लगाए गए थे? क्या उस दौर में जनसंघ, आरएसएस के प्रमुख नेताओं ने कर्पूरी ठाकुर सरकार को अस्थिर करने और गिराने में अहम भूमिका नहीं निभाई थी? उन्होंने कथित रूप कर्पूरी सरकार गिराने के आरोपों के साथ यह भी पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री आज उस ऐतिहासिक गलती के लिए अपने वैचारिक पूर्वजों, जनसंघ और आरएसएस की ओर से माफी मांगेंगे? इससे पहले भी कांग्रेस ने कई मुद्दों को लेकर भाजपा को धेरा। कांग्रेस नेताओं ने एसआइआर को लेकर निर्वाचन आयोग के काम करने के तरीके को गलत बताया । उधर राजद ने भी कांग्रेस के साथ देते हुए कि आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है। विपक्ष धुसपैठियों के उपर बीजेपी के बयान को भी अनुचित बताया। राजद नेताओं ने कहा जब केंद्र में भाजपा सरकार है तो धुसपैठिये कैसे आ रहे है।



