चैतर वसावा का CM पर तगड़ा वार, कहा- किसानों की फसल सड़ रही है

गुजरात की राजनीति में फिर गरमाया माहौल... आदिवासी नेता चैतर वसावा ने सीएम पर बोला जोरदार हमला... सीएम साहब किसानों की हालत देखने नहीं..

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात में पिछले कुछ दिनों में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है… नवसारी, तापी, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर.. और सूरत जैसे जिलों में फसलें बर्बाद हो गई हैं… इसी बीच आम आदमी पार्टी के युवा विधायक चैतर वसावा ने.. नए आदिवासी विकास मंत्री नरेश पटेल के निरीक्षण को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल पर जोरदार हमला बोला है… वसावा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके कहा कि मंत्री फसल नुकसान का जायजा लेने गए थे.. या 10 कैमरामैन लेकर फोटो शूट करने.. और उन्होंने लिखा कि किसानों की मेहनत की फसल से बदबू आ रही है.. लेकिन मंत्री सिर्फ रील बनाने में व्यस्त हैं.. यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गई.. और गुजरात की राजनीति में हलचल मचा दी…

चैतर वसावा देदियापाड़ा विधानसभा से AAP के विधायक हैं.. गुजरात विधानसभा के सबसे युवा सदस्य हैं.. वे आदिवासी क्षेत्रों में अपनी सक्रियता के लिए जाने जाते हैं.. 29 अक्टूबर 2025 को एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में उन्होंने लिखा कि आदिवासी मंत्री नरेश पटेल फसल नुकसान का निरीक्षण करने निकले या 10 कैमरामैन लेकर रील बनाने? सीएम साहब, आपके मंत्री को किसानों की मेहनत की फसल से बदबू आ रही है…

वहीं इस पोस्ट में संलग्न वीडियो में मंत्री नरेश पटेल को खेतों में कैमरों से घिरे हुए दिखाया गया है.. वसावा ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की परेशानी को गंभीरता से नहीं ले रही.. बल्कि मंत्री सिर्फ मीडिया में अपनी तस्वीरें चमकाने में लगे हैं.. वसावा पहले भी BJP सरकार पर किसान-विरोधी होने का आरोप लगाते रहे हैं… अक्टूबर में ही उन्होंने बोटाद में किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की थी..

आपको बता दें कि नरेश पटेल हाल ही में कैबिनेट विस्तार में आदिवासी विकास, खादी, ग्रामोद्योग और ग्रामीण उद्योग मंत्री बने हैं.. 28 अक्टूबर को नवसारी जिले के प्रभावित इलाकों में पहुंचे.. वे साथी मंत्री जयराम गामित के साथ फसल नुकसान का जायजा लेने गए थे.. पटेल ने एक्स पर पोस्ट किया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में उन्होंने नुकसान का आकलन किया.. और किसानों से बात की… और उन्होंने तापी-नवसारी के अधिकारियों के साथ बैठक भी की..

लेकिन एक वीडियो ने विवाद पैदा कर दिया.. जमावत न्यूज के वीडियो में नरेश पटेल खेत में खड़े होकर कहते दिखे.. खेत की पैदावार से बदबू आ रही है.. VTV गुजराती ने भी रिपोर्ट किया कि मंत्री फोटोग्राफी में व्यस्त थे.. जबकि किसानों के पास पहनने को चप्पल तक नहीं बचे.. वीडियो में दिखा कि मंत्री के साथ कई कैमरामैन थे.. जो फोटो और वीडियो ले रहे थे.. यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.. और विपक्ष ने इसे असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया..

नरेश पटेल BJP के वरिष्ठ नेता हैं.. वे गांदेवी (ST) सीट से विधायक हैं.. और 2022 चुनाव में भारी अंतर से जीते थे.. वे धोदिया पटेल समुदाय से हैं.. और दक्षिण गुजरात के आदिवासी इलाकों में मजबूत आधार रखते हैं.. गुजरात में 25-27 अक्टूबर के बीच हुई भारी बारिश ने राज्य के 33 जिलों में तबाही मचाई.. प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, 10 लाख हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि प्रभावित हुई है.. धान, कपास, सब्जियां और अन्य फसलें पानी में डूब गईं.. या सड़ गईं.. नवसारी में 4 इंच बारिश दर्ज की गई.. जबकि वलसाड, गिर सोमनाथ और अमरेली में भी भारी नुकसान हुआ..

किसानों का कहना है कि परिपक्व फसलें बर्बाद हो गईं.. जिससे लाखों का नुकसान हुआ.. तापी जिले में धान किसान विशेष रूप से प्रभावित हैं.. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कैबिनेट बैठक में नुकसान का जायजा लिया.. और 7 दिनों में सर्वे पूरा करने के निर्देश दिए.. SDRF मानदंडों के तहत राहत देने का आदेश दिया गया.. मंत्रियों को प्रभावित जिलों में भेजा गया.. जहां उन्होंने किसानों से मिलकर नुकसान का आकलन किया..

नवसारी जिले में 355 गांवों की फसलें प्रभावित हुईं.. जहां 15,295 किसानों ने नुकसान की शिकायत की.. विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी बेमौसम बारिश बढ़ रही है.. जो कृषि अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचा रही है.. यह विवाद 17 अक्टूबर 2025 को हुए मंत्रिमंडल विस्तार के ठीक बाद शुरू हुआ.. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 16 मंत्रियों के इस्तीफे के बाद नई कैबिनेट बनाई.. 26 मंत्रियों ने शपथ ली.. जिसमें हर्ष संघवी को उप मुख्यमंत्री बनाया गया..

आपको बता दें कि बारिश प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की समस्या देखने गए तो गम बूट पहनकर पहुंचे… फोटो वायरल हुई.. जिसमें वे कैबिनेट मंत्री अर्जुन मोढवाडिया के साथ दिखे.. कांग्रेस ने इसे मजाक बताया.. मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने कहा कि समर्थन की उम्मीद थी, मजाक की नहीं… BJP प्राकृतिक आपदाओं को भी प्रचार के लिए इस्तेमाल करती है.. किसानों को अपमान नहीं, मुआवजा चाहिए.. BJP ने सफाई दी कि गम बूट कीचड़ से बचाव के लिए थे..

विवादों के बीच सीएम पटेल ने पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कृषि मंत्री जीतू वाघाणी.. और उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी को सरकारी प्रवक्ता बनाया… पहले यह भूमिका ऋषिकेश पटेल के पास थी.. वाघाणी पूर्व BJP प्रदेश अध्यक्ष हैं.. जबकि संघवी युवा नेता हैं..

 

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