पटेल जयंती पर खड़गे का तीखा वार, ‘देश की हर समस्या की जड़ BJP और RSS’
पटेल जयंती के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने PM मोदी और RSS पर साधा निशाना... खड़गे ने कहा कि देश की तमाम...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर गुजरात के केवड़िया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर भव्य परेड का उद्घाटन किया.. और कांग्रेस पर निशाना साधा.. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पीएम मोदी पर जोरदार पलटवार किया.. खड़गे ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर फिर से बैन लगना चाहिए.. उन्होंने BJP और RSS को देश की कानून-व्यवस्था की सारी गड़बड़ियों की जड़ बताया.. खड़गे ने सरदार पटेल के एक पुराने पत्र का हवाला दिया.. और कहा कि पटेल जी ने खुद RSS को देश के लिए खतरा माना था.. उन्होंने इंदिरा गांधी की शहादत का भी जिक्र किया.. इस बयान से राजनीतिक हलचल मच गई है..
दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन दुखद भी.. हम सरदार पटेल जी की जयंती मना रहे हैं.. और आज ही इंदिरा गांधी जी का शहादत दिवस है.. पटेल जी ‘लौह पुरुष’ थे.. जिन्होंने देश को एकजुट किया.. इंदिरा जी ‘आयरन लेडी’ थीं.. जिन्होंने देश की एकता के लिए अपनी जान दी.. यह कांग्रेस का इतिहास है.. देश के लिए हमारा योगदान है..
खड़गे ने आगे कहा कि जो लोग देश के लिए मर मिटे.. उनकी पार्टी पर ही कुछ लोग टिप्पणियां करते हैं.. यह समझ से परे है.. मैं सरदार पटेल जी की बात याद दिलाता हूं.. और उन्होंने 4 फरवरी 1948 को श्यामा प्रसाद मुखर्जी को एक पत्र लिखा था.. इसमें कहा गया कि गांधी जी की मौत पर RSS ने खुशी मनाई और मिठाई बांटी.. RSS और हिंदू महासभा की गतिविधियों से ऐसा माहौल बना.. जिससे गांधी जी की हत्या हुई.. खड़गे ने अपनी निजी राय देते हुए कहा कि RSS पर फिर बैन लगना चाहिए.. देश में कानून-व्यवस्था की ज्यादातर समस्याओं के लिए यही संगठन जिम्मेदार है.. BJP और RSS सारी गड़बड़ियों की जड़ हैं..
उन्होंने हाल के NCERT किताबों के बदलावों का भी जिक्र किया.. खड़गे बोले कि NCERT की तीन किताबों से गांधी जी, नाथूराम गोडसे, RSS और 2002 गुजरात दंगों से जुड़े टॉपिक हटा दिए गए.. BJP सरकार सच्चाई छिपाना चाहती है.. मोदी सरकार झूठ को सच बनाने में लगी है..
आपको बता दें कि खड़गे ने X (पूर्व ट्विटर) पर भी पटेल के पत्र को शेयर किया.. और RSS बैन की मांग दोहराई.. सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ.. वे बैरिस्टर बने और स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े.. 1928 के बारडोली सत्याग्रह से उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि मिली.. 1942 के ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन में जेल गए.. आजादी के बाद वे पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बने.. पटेल ने 562 रियासतों को भारत में मिलाया.. जिससे उन्हें ‘लौह पुरुष’ कहा जाता है.. उनका निधन 15 दिसंबर 1950 को हुआ..
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में केशवराव बलराम हेडगेवार ने की.. यह हिंदू राष्ट्रवाद पर आधारित संगठन है.. लेकिन 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद पटेल ने RSS पर बैन लगा दिया.. हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे RSS से जुड़े थे.. हालांकि RSS ने इनकार किया.. पटेल ने 4 फरवरी 1948 को बैन लगाया.. क्योंकि रिपोर्ट्स में RSS को हिंसा और नफरत फैलाने का आरोपी बताया गया..
असल में मुख्य पत्र 18 जुलाई 1948 का है.. पटेल ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लिखा कि RSS की गतिविधियां देश के लिए खतरा हैं.. गांधी हत्या का माहौल इन्होंने बनाया.. यह पत्र ‘सरदार पटेल की संपूर्ण पत्रावली’ में उपलब्ध है.. बैन 11 जुलाई 1949 को हटा.. जब RSS ने संविधान मानने का वादा किया.. RSS पर कुल चार बार बैन लगा.. 1948, 1975 (इमरजेंसी), 1992 (बाबरी विध्वंस), और 2002 (गुजरात दंगे)..
2023 में NCERT ने किताबों में बदलाव किए.. क्लास 12 की पॉलिटिकल साइंस किताब से गांधी हत्या, गोडसे का RSS से लिंक, और 2002 गुजरात दंगे हटा दिए गए.. क्लास 11-12 से मुगल इतिहास, कोल्ड वॉर के हिस्से भी गायब.. NCERT ने कहा कि यह ‘रेशनलाइजेशन’ है.. कोविड के कारण पेज कम करने के लिए.. लेकिन विपक्ष ने इसे इतिहास से छेड़छाड़ कहा.. खड़गे ने इसे BJP की साजिश बताया.. जो हिंदू राष्ट्रवाद से जुड़े हिस्सों को हटाकर गांधी के विचारों को दबाना चाहती है..
आपको बता दें कि पटेल की जयंती पर हर साल सियासत होती है.. BJP पटेल को अपना मानती है.. क्योंकि वे कट्टर राष्ट्रवादी थे.. कांग्रेस उन्हें नेहरू के साथ जोड़ती है.. नेहरू-पटेल के पत्र दिखाते हैं कि दोनों एक-दूसरे की तारीफ करते थे.. लेकिन BJP कहती है कि कांग्रेस ने पटेल को किनारा किया.. 2024 में मोदी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों पर 58 साल पुराना RSS बैन हटाया.. खड़गे ने इसे पटेल का अपमान कहा.. RSS आज मजबूत है, लाखों शाखाएं चलती हैं.. यह आपदा में मदद करता है.. लेकिन आलोचक इसे सांप्रदायिक कहते हैं..



