क्वेटा में दिखे रहस्यमयी बादल से बढ़ी चर्चाएं, क्या पाकिस्तान ने किया हाइपरसोनिक मिसाइल टेस्ट?
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से हाल ही में एक प्रेस कॅाप्रेंस के दौरान पूछा गया कि क्या देश ने पिछले हफ्ते कोई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट किया है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से हाल ही में एक प्रेस कॅाप्रेंस के दौरान पूछा गया कि क्या देश ने पिछले हफ्ते कोई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट किया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से हाइपरसोनिक मिसाइल टेस्ट पर पूछे सवाल का सीधा जवाब नहीं मिला. क्वेटा में दिखे अजीब बादल को लोगों ने मिसाइल या UFO समझा, लेकिन मौसम विभाग ने इसे लेंटिक्युलर क्लाउड बताया. आसिफ की चुप्पी से रहस्य बरकरार है कि क्या सच में कोई गुप्त परीक्षण हुआ था.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से हाल ही में पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते कोई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट किया है. आसिफ ने न तो इसका जवाब हां में दिया और न ना में. उन्होंने बस मुस्कुराते हुए कहा, अब ऐसे सवाल मत पूछो, ये बातें प्राइवेट में पूछी जाती हैं. उनके इस जवाब से लोगों में और जिज्ञासा बढ़ गई कि क्या सच में कोई सीक्रेट टेस्ट हुआ था.
इस मामले को हवा मिली 28 अक्टूबर की एक घटना से. क्वेटा और आसपास के बलूचिस्तान के इलाकों में रहने वाले लोगों ने आसमान में एक अजीब आकार का बादल देखा. यह बादल गोल और चमकीला था, जिसकी शक्ल उड़न तश्तरी (UFO) जैसी लग रही थी. बहुत से लोगों ने उसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर की. लोगों को लगा कि शायद कोई मिसाइल टेस्ट हुआ है या कोई उफौ दिखाई दी है.
असल हकीकत क्या है?
इस चर्चा के बीच, जब रिपोर्टरों ने ख्वाजा आसिफ से पूछा तो उन्होंने पहले इसे अफवाह बताया. लेकिन टीवी शो मेरे सवाल में जब उनसे दोबारा पूछा गया, तो उन्होंने साफ जवाब देने से बचते हुए कहा कि ऐसे सवालों पर खुलेआम बात नहीं करनी चाहिए. इसी कारण अब सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें हो रही हैं.
बाद में पाकिस्तान मौसम विभाग (PMD) ने एक बयान जारी किया और बताया कि लोगों ने जो देखा, वह कोई मिसाइल या UFO नहीं था बल्कि एक लेंटिक्युलर क्लाउड (Lenticular Cloud) था. विभाग ने कहा कि यह बादल कोह-ए-मुर्दार पर्वत के ऊपर बना था और यह लगभग 20 मिनट तक दिखा. सूरज निकलने से ठीक पहले यह धीरे-धीरे गायब हो गया.
Rare Lenticular Cloud Formation Over Quetta
A lenticular cloud formation was observed in the early morning of Oct 28, 2025, over Koh e Murdaar – eastern range of Quetta city. The cloud appeared before sunrise, persisted for approx. 20 minutes, and dissipated just prior to sunrise pic.twitter.com/ovtvjXM3oy— Pak Met Department محکمہ موسمیات (@pmdgov) October 28, 2025
लेंटिक्युलर क्लाउड क्या होता है?
जब स्थिर हवा पहाड़ों से टकराकर ऊपर उठती है, तो हवा में नमी संघनित होकर ऐसे गोल, परतदार बादल बनाती है. ये बादल बहुत स्मूथ और चमकीले होते हैं, इसलिए लोग इन्हें अक्सर उड़न तश्तरी या मिसाइल की लकीर समझ लेते हैं.
यूके की मौसम सेवा (Met Office) के मुताबिक, यह एक सामान्य लेकिन दुर्लभ मौसम की घटना है. मौसम विभाग की सफाई के बाद भी लोगों के मन में सवाल बाकी हैं, क्योंकि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का टालमटोल वाला जवाब अब भी रहस्य पैदा कर रहा है कि क्या सच में पाकिस्तान ने कोई गुप्त मिसाइल टेस्ट किया था या नहीं.



