आंख की रोशनी बढ़ाने के लिए डाइट में शामिल करें ये चीजें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आजकल की डिजिटल दुनिया में जहां हमारा अधिकांश समय स्क्रीन के सामने बीतता है आंखों की देखभाल एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चुनौती बन गई है। घंटों तक मोबाइल, लैपटॉप और टेलीविजन का उपयोग हमारी आंखों पर भारी दबाव डालता है, जिससे आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि हम अपनी आंखों के स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। दवाओं और चश्मे से हटकर, प्राकृतिक तरीकों से भी आंखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता है। हमारे खान-पान में कुछ ऐसी चीजें हैं जिनमें मौजूद पोषक तत्व आंखों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। अपनी डाइट में इन तीन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करके आप न केवल अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि भविष्य में होने वाली कई गंभीर समस्याओं, जैसे मोतियाबिंद और मैक्यूलर डीजेनरेशन, से भी खुद को बचा सकते हैं।
गाजर
गाजर मुख्य रूप से सर्दियों में खूब मिलती है, लेकिन अब आपको लाल-नारंगी रंग की गाजर 12 महीने सब्जी मार्केट में दिख जाएगी। हालांकि, गर्मियों या बारिश के मौसम में मिलने वाली गाजर में उतना स्वाद नहीं होता है, जिनते की सर्दियों में मिलने वाली गाजर खाने में स्वादिष्ट लगती है। गाजर खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। खासकर ये आंखों के लिए खूब हेल्दी होती है। गारज में प्रोटीन भरपूर होता है। साथ ही इसमें ढेरों पौष्टिक तत्व होते हैं जैसे विटामिंस, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स जो इम्यूनिटी, किडनी, हार्ट, लिवर सभी को हेल्दी रखते हैं। गाजर में कैलोरी भी कम होती है। गाजर आंखों के लिए सबसे प्रसिद्ध और फायदेमंद खाद्य पदार्थों में से एक है। विटामिन ए आंखों की रेटिना को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कम रोशनी में देखने की क्षमता को बेहतर बनाता है। बीटा-कैरोटीन शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाता है, जो रात के अंधेपन को रोकने में सहायक होता है। नियमित रूप से गाजर का सेवन आँखों के समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
मछली
सैल्मन, टूना और मैकेरल जैसी वसायुक्त मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों के रेटिना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और यह आंखों के सूखेपन को कम करने में भी मदद करता है। यह आंखों में सूजन और जलन को कम करने में भी सहायक होता है। जो लोग मछली नहीं खाते, वे ओमेगा-3 के लिए अखरोट, चिया बीज और अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं। हालांकि सिर्फ खाने-पीने से ही सब कुछ नहीं होता। नियमित रूप से आंखों के व्यायाम, पर्याप्त नींद और स्क्रीन टाइम को सीमित करना भी आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।
खट्टे फल
संतरा, नींबू, मौसमी और अंगूर जैसे खट्टे फल विटामिन सी के बेहतरीन स्रोत हैं। विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो आंखों को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लडऩे में मदद करता है। यह आंखों के लेंस को स्वस्थ बनाए रखने और मोतियाबिंद के खतरे को कम करने में भी सहायक होता है। खट्टे फलों का नियमित सेवन आंखों की रक्त वाहिकाओं को मजबूत बनाता है। इन सभी उपायों को अपनाकर आप अपनी आंखों को स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं। इसके अलावा यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार साबित हो सकता है। कीवी में विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन ई, फोलेट, पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए भी काफी फायदेमंद होते हैं।


