डिप्टी सीएम पर चिराग ने फंसा दिया, बड़ी डिमांड से एनडीए में फूट
दोस्तों, बिहार चुनाव के शॅाकिंग रिजल्ट के बाद एक ओर जहां कांग्रेस और विपक्ष ज्ञानेश कुमार की भयंकर धांधली का एक दो नहीं बल्कि पांच सबूत ले आया है तो वहीं दूसरी ओर एनडीए सरकार बनाने की कवायद में पूरी तरह से जुट गई है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: दोस्तों, बिहार चुनाव के शॅाकिंग रिजल्ट के बाद एक ओर जहां कांग्रेस और विपक्ष ज्ञानेश कुमार की भयंकर धांधली का एक दो नहीं बल्कि पांच सबूत ले आया है तो वहीं दूसरी ओर एनडीए सरकार बनाने की कवायद में पूरी तरह से जुट गई है।
हालांकि इस बात पर अभी सस्पेंस गहराया हुआ है कि एनडीए का सीएम कौन होगी लेकिन इस आपको बता दें कि बड़ी खबर ये निकल कर आ रही है कि चिराग पासवान डिप्टी सीएम की डिमांड को लेकर फैल गए हैं और फिर से न सिर्फ मान- मनौव्वल का दौर शुरु चुका है बल्कि एनडीए में फूट के आसार दिखाई देने लगे हैं। ऐसे में सरकार के गठन से पहले पीएम साहब और उनके चाणक्य जी चौतरफा फंसे दिखाई दे रहे हैं। विपक्ष कौन से भयंकर धांधली के पांच सबूत ले आया है और कैसे डिप्टी सीएम की डिमांड को लेकर चिराग पासवान की वजह से एनडीए में भयंकर सिर फुटव्वल शुरु हो गई है, ये हम आपको अपनी इस रिपोर्ट न सिर्फ बताएंगे बल्कि वो सबूत भी दिखाएंगे जो ज्ञानेश जी के खिलाफ विपक्ष ले आया है।
दोस्तों, बिहार में एनडीए की 202 सीटें और बीजेपी 90 परसेंट का स्ट्राइक रेट किसी के गले से उतर नहीं रहा है। एक ओर जहां हार की समीक्षा करने के लिए तेजस्वी यादव ने अपने हारे हुए प्रत्याशियों की बैठक बुला ली है तो और जमीनी स्तर से ये पता लगाने की कोशिश शुरु कर दी कि आखिर इतनी बड़ी हार कैसे हो गई तो वहीं दूसरी ओर एनडीए नई सरकार के गठन की तैयारी में जुट गया है।
खबर है कि 20 तारीख को एनडीए का शपथ ग्रहण होगा और आज कैबिनेट के साथ सीएम नीतीश कुमार भी इस्तीफा दे सकते हैं। कहा जा रहा है कि सीएम को लेकर खेल बिल्कुल क्लियर कट है और नीतीश कुमार ही सीएम होंगे, हालांकि अभी तक कोई भी आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। आपको बता दें कि एक ओर जहां जदयू आज बैठक करके नीतीश कुमार को अपना नेता चुनने वाली है तो पहले से ही हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने नीतीश के अगुवाई में नई सरकार के गठन का ऐलान कर दिया है लेकिन अभी तक बीजेपी का कोई अधिकारिक बयान नीतीश कुमार सीएम होंगे। इसलिए अभी भी संशय माना जा रहा है और कहने वाले यहां तक कह रहे हैं कि जैसे नीतीश कुमार ने सीएम से इस्तीफा दिया तो पूरा खेल पटल जाएगा,
हालांकि जिस तरीके की तैयरियां एनडीए में चल रही है उसको देखकर ये मुश्किल लग रहा है कि बीजेपी नीतीश कुमार को हटाने में कामयाब हो पाएगी। क्योंकि एनडीए के सभी घटक दल चुनाव से पहले और चुनाव के बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में ही सरकार बनाने का ऐलान कर चुके हैं। हालांकि पीएम साहब और उनके चाणक्य पिछले 11 साल से सपना संजो रहे थे कि उनका अपना सीएम बिहार में होगा लेकिन जिस तरह का रिजल्ट आया है, उसमें यह बात शीशे की तरह साफ है कि नीतीश कुमार ने न सिर्फ विपक्ष को जोर का झटका दिया है बल्कि पीएम साहब और उनके चाणक्य जी की बोलती बंद कर दी है और ऐसे में बीजेपी के पास सिर्फ और सिर्फ एक विकल्प है और यही वजह है कि बीजेपी न चाहते हुए भी नीतीश को ही सीएम बनाना पड़ेगा, वरना एनडीए में एक बार फिर से सीट शेयरिंग वाला खड़मंडल मच जाएगा।
वैसे भी आपको बता दें कि एनडीए में मंत्री पद को लेकर उठापटक का दौर शुरु हो चुका है। जीनत राम मांझाी चाहते हैं कि उनके बेटे को कैबिनेट में जगह मिल जाए तो उपेंद्र कुशवाहा अपनी पत्नी को कैबिनेट में जगह दिलाने के लिए बेताब हैं। जबकि चिराग की डिमांड तो सबसे अलग है वो दो मंत्रियों के साथ सीधे डिप्टी सीएम का पद चाहते हैं। आपको बता दें कि इसको लेकर भयंकर हंगामा खड़ा हो गया है। जहां एक ओर बीजेपी 15 से 16 मंत्रियों की लिस्ट लगभग लगभग फाइनल कर चुकी है तो वहीं दूसरी ओर जेडीयू के 14 से 15 मंत्रियों का नाम फाइनल है। पेंच सिर्फ और सिर्फ डिप्टी सीएम और हम और उपेंद्र कुशावाहा को लेकर फंसा है। दो डिप्टी सीएम के नाम मंथन चल रहा है कहा जा रहा है कि दोनों बीजेपी के कोटे से ही होंगे,
इसमें एक नाम सम्राट चौधरी का लगभग फाइनल माना जा रहा है लेकिन दूसरे को लेकर पेंच फंसा हुआ है और ये लगभग तय है विजय सिन्हा इस बार आउट हो जाएंगे, इनकी जगह पर बीजेपी किसी क्षत्रिय पर दांव खेलना चाहती है तो चिराग पासवान चाहते हैं कि दो नहीं तीन डिप्टी सीएम हों और एक एससी समुदाय का उनके कोटे से हो। आपको बता दें कि इसको लेकर अंदरखाने में रार-तकरार का दौर चल रहा है। बीजेपी के कंेद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान और बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े मिलकर पूरे मामले को सुलझाने में लगे हैं लेकिन फिलहाल चिराग वाली डिमांड सुलझती नहीं दिख रही है,
हालांकि उनको तीन मंत्री का प्रपोजल भी है लेकिन इसके बाद वो डिप्टी सीएम पद की डिमांड पर अड़े हुए हैं। ऐसे में अगले 24 घंटे बहुत अहम होने वाले हैं आपको बात दें कि एक तरफ आज नीतीश कुमार का इस्तीफा है और उनके दोबारा सीएम बनाने का ऐलान होना है तो दूसरी तरफ चिराग के डिप्टी सीएम की डिमांड है। ऐसे में आज दिन पटना के लिए बहुत अहम है। ऐसे में शाम तक गेम किस करवट उलटता है, ये देखना सबसे अहम होगा।
आपको बता दें जहां एक तरफ जहा एनडीए में मंत्रियों और डिप्टी सीएम को लेकर सबकुछ बुरी तरह से उलझा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष का सीधा आरोप है कि चुनाव को धनबल से लूटा गया है।
सुना आपने कि चुनाव को लूटा गया और इसमें धनबल का खेल हुआ है। आपको बता दें कि इसके लिए कांग्रेस और विपक्ष ने मिलकर एक दो नहीं बल्कि पांच- पांच बड़े सबूत दिए हैं। केरल कांग्रेस ने कल एनडीए की 202 सीटों की जीत का एक प्रोफार्मा जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि कैसे ज्ञानेश कुमार जी ने चुनाव से पहले पहुंचकर एनडीए के लिए फील्ड तैयार कर ली थी। आपको बता दें कि केरल कांग्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 202 में सिर्फ और सिर्फ 74 ऐसी सीटें थीं जो एनडीए ने अपनी ताकत से जीता है, बाकी की 128 सीटें एनडीए को ज्ञानेश कुमार ने जिता कर दी है। सिर्फ यही नहीं कांग्रेस ने 14 लाख से ज्यादा वोटर्स के दोहरे वोट को लेकर भी बिहार में सवाल उठााया था कि साफ्वेयर होते हुए भी सिर्फ और सिर्फ एनडीए को फायदा पहुंचनाने के लिए दोहरे वोटों को डिलीट नहीं किया गया और बीच चुनावों में ट्रेन से भर भरकर लोगों को भेज कर वोट पड़वाए गए इमसें सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल भी देखे गए।
लेकिन न तो ज्ञानेश कुमार जी ने इसका संज्ञान लिया और न ही उनके विभाग ने कोई कार्रवाई की। इसके साथ ही कुल वोटर्स की संख्या से अचानक तीन लाख वोटर्स बढ़, जाने, 23 प्रतिशत वोट के बाद भी तेजस्वी को सिर्फ और सिर्फ 25 सीटें मिलने और जनसुराज के आरोप कि बिहार चुनाव को जीतने के लिए 40 हजार करोड़ रुपए देश की जनता का चुनाव में झोंक देने जैसे गंभीर और बड़ सबूत भी आए लेकिन इसके बाद भी परम ज्ञान वाले ज्ञानेश जी का विभाग सोया ही रहा और कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है लेकिन अब कांग्रसे ने एसआईआर को लेकर 5 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर ले लिए है वो पूरे देश में एसआईआर के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने जा रही है और इस आंदालेन में न सिर्फ वो सड़कों पर उतरेगी बल्कि राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी।
ऐसे में चुनाव के चौंका देने वाले रिजल्ट के बाद देश में कुछ न कुछ तो बहुत बड़ा होने जा रहा है और इसकी तैयारी विपक्ष की ओर से शुरु हो चुकी है लेकिन जहां तक बिहार एनडीए का सवाल है कि वहां नए सरकार की तैयारियां तेज हैं और नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ चिराग के डिप्टी सीएम वाली डिमांड पर अदंरखाने में नई खिचड़ी पक रही है। आपको क्या लगता है कि क्या नीतीश कुमार ही सीएम होंगे। क्या चिराग एक बार फिर से अपनी बात मनवाने में कामयाब हो जाएंगे। क्या बिहार को एससी जाति का डिप्टी सीएम मिलने जा रहा है। क्या कांग्रेस और विपक्ष के जो पांच सबूत है, ये पोल नहीं खोल रहे हैं कि बिहार चुनाव में वोट चोरी नहीं वोट डकैती की गई है।



