राहुल गांधी का बिहार चुनाव को लेकर मेगा प्लान तैयार, 12 राज्य के नेताओं के साथ की बैठक , दो हफ्ते में बड़ा धमाका

दोस्तों, बिहार चुनाव के रिजल्ट के बाद एक ओर जहां बिहार एनडीए में सीएम और डिप्टी सीएम पद को लेकर भयंकर पेंच फंसता दिख रहा है तो वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी बिहार चुनाव के रिजल्ट को लेकर एक्शन में आ गए हैं।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: दोस्तों, बिहार चुनाव के रिजल्ट के बाद एक ओर जहां बिहार एनडीए में सीएम और डिप्टी सीएम पद को लेकर भयंकर पेंच फंसता दिख रहा है तो वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी बिहार चुनाव के रिजल्ट को लेकर एक्शन में आ गए हैं।

आपको बता दें कि बड़ी खबर सामने आई है कि अचानक राहुल गांधी ने 12 राज्यों के सीनियर लीडर दिल्ली में तलब कर लिया है और एसआईआर को लेकर बहुत बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर हजारों की संख्या में जेन जी सड़कों पर उतर पड़े हैं। ऐसे न सिर्फ बिहार से दिल्ली तक हड़कंप मचा है बल्कि चुनाव अयोग और बीजेपी एक बार फिर से बुरा तरह फंसती हुई नजर आ रही है। 12 राज्यों के सीनियर लीडर के साथ राहुल गांधी क्या बहुत बड़ा करने जा रहे है और कहां और कैसे जेन जी सड़को पर उतर आया है,

दोस्तों, बिहार चुनाव में एनडीए नई सरकार के गठन में न सिर्फ बुरी तरह उलझा है बल्कि नीतीश कुमार के इस्तीफेे के बाद ये बात अभी भी संस्पेंस बरकार है कि नीतीश कुमार ही सीएम होंगे या पीएम साहब की पुरानी परंपरा के अनुसार कोई अचानक पर्ची वाला सीएम निकल आएगा। इसकी वजह यह है कि बीजेपी के विधायक दलों की बैठक जहां टल गई तो वहीं दूसरी ओर डिप्टी सीएम पद को लेकर भी सिर फुटव्वल शुरु हो गई है।

एक ओर जहां चिराग पासवान डिप्टी सीएम की डिमांड पर अड़ गए है तो वहीं विजय सिन्हा का बीजेपी में डिप्टी सीएम से पत्ता गोल होने के चांस 100 प्रतिशत बन गए हैं और उनकी जगह पर ठाकुर डिप्टी सीएम या फिर महिला डिप्टी सीएम के नाम की बात सामने आ रही है। आपको बता दें कि फिलहाला पूरा मामला उलझा हुआ लेकिन पूरे मामले में एक बात साफ है कि 20 तारीख को शपथ नई सरकार की शपथ ग्रहण हो सकती है लेकिन वही दूसरी ओर राहुल गांधी बिहार रिजल्ट को लेकर बिल्कुल खुश नहीं है।

उनका मानना है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं हुआ है और इसको लेकर वो बिहार चुनाव के तुंरत बाद अपना रिएक्शन भी दे चुके हैं। आपको बता दें कि उसके बाद से लगातार राहुल गांधी न सिर्फ बैठकें कर रहे बल्कि बिहार रिजल्ट में खामियों को उजागर करने के लिए अपनी टीम को उतार भी चुके हैं और दो हफ्ते में पूरे मामले का रिजल्ट आने के दावें कांग्रेस लीडरों की ओर से किए जार रहे है। कांग्रेस का मानना है कि बिहार चुनाव में भयंकर धांधली हुई। एक ओर जहां केरल कांग्रेस ने 202 सीटों का मूल्यांकन कर रिपोर्ट सौंपी है और उनको सार्वजनिक किया है कि कैसे एसआईआर के बीद एनडीए को 128 सीटों को ज्ञानेश कुमार जी के विभाग ने जितवा दिया है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का दावा है कि बिहार के एसआईआर में न सिर्फ 69 लाख वोट काटे गए बल्कि जो 21 लाख के अलावा 5 लाख वोटर्स जोड़े गए उसमें भी खेल किया और और सबसे बड़ा खेल तो 14 लाख दोहरे मतदाताओं को लेकर किया गया, जिसके लिए बाद में ट्रेने भर भरकर लोग आए और वोट डाला।

ऐसे कांग्रेस मान रही है कि एसआईआर की पूरी प्रक्रिया सीधे-साीधे बीजेपी को सत्ता दिलाने के लिए बनी है। आपको बता दें कि पूरे मामले पर सिविल सुसाइटी एक एक सबूत इक्ट्ठा कर रही है और इसके लिए वो सुप्रीम कोर्ट जाने की भी तैयारी में है लेकिन दूसरी ओर राहुल गांधी का बिहार चुनाव के बाद ये मानना है कि कहीं न कहीं एसआईआर में बड़ा खेल है लेकिन आपको बता दें कि ये खेल क्या है, इसको अभी तक कोई पकड़ नहीं पाया है और इसी के लिए राहुल गांधी ने पूरी एक टीम लगाई है कि कैसे एसआईआर के जरिए सीधे बीजेपी को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है , ऐसे में केरल कांग्रेस ने 128 सीटों वाला मामला सर्च करके निकाला भी है लेकिन ये 100 प्रतिशत प्रूव नहीं है।

ऐसे में राहुल गांधी ने अचानक अपने 12 राज्यों के सीनियर लीडर को बुलाया है और कल एसआईआर को लेकर राहुल गांधी अपने सीनियर लीडर के साथ मेगा बैठक करेंगे और बिहार के रिजल्ट को एसआईआर से जोड़ते हुए नई रणनीति तय करेंगे। आपको बता दें कि पहले भी राहुल गांधी ये बात साफ कर चुके हैं कि उनको मोदी और शाह या फिर ज्ञानेश कुमार के आगे कोई सबूत नहीं पेश करना है वो तो जेन जी के आगे सबूत पेश कर रहे हैं और ये जेन जी को ये बताना चाहते हैं कि आखिर देश में हो क्या रहा है। आपको बता दें कि असम में आज भी हजारों की संख्या में जेन जी सड़कों पर उतरे हैं हालांकि उनका मुद्दा एसआईआर से अगल अपने को एसटी कटेगरी में शामिल कराने का है। देखिए आप कैसे असम में हजारों जेन जी सड़कों पर अपनी मांगो को लेकर उतरे हैं…

देखा आपने कि ये लोग मशाल जुलूस निकालकर पीएम मोदी को उनका वादा याद दिला रहे हैं और सरकार के विरोध में नारे लगा रहे है। आपको बता दें कि जब पीएम साहब 11 साल पहले सरकार में आए थे तो आसान की कुछ जनजातियों को एसटी कटेगरी में शामिल करने का भरोसा दिलाया था लेकिन आज तक आसाम के लोग एसटी कटेगरी में शामिल नहीं हो पाए हैं और ऐसे में आसाम के जनजाति समूह के जेन जी ने हमेत बिस्वा शरमा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पीएम मोदी को उनके वादे याद दिलाते हुए आंदोलनरत है।

आपको बता दें कि राहुल गांधी का फोकस भी इन्हीं जेन जी लोगों पर है ऐसे में एसआईआर का मुद्दा राहुल गांधी अपने सीनियर लीडर के साथ हाईलेवल बैठक कर जेन जी के बीच ले जाना चाहते हैं और बिहार चुनाव में जिस तरह से हुआ है, ऐसे में एसआईआर को लेकर समूचे विपक्ष को एक बार फिर से एक मंच पर लाने की कोशिश शुरु हो गई। आपको बता दें कि एसआईआर और बिहार चुनाव को लेकर पहले से ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, एमके स्टालिन समेत कई विपक्ष के बड़े नेता विरोध कर रहे हैं और अब इस विरोध को कल राहुल गांधी की बैठक के बाद एक मंच पर आने की रणनीति तय की जाएगी और साथ ही पूरे एसआईआर के आंदोलन को जेन जी से जोड़ने का खाका तैयार किया जाएगा।

आपको बता दें कि इसी माह के लास्ट में कांग्रेस एआईआर को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बहुत बड़ा प्रदर्शन करने वाली है और इस प्रदर्शन इसमें उन डाक्यूमेंट को रखा जाएगा जो एसआईआर के विरोध में देश के 5 करोड़ लोगों को साइन करके दिखा जा चुका है और इस डाक्यूमेंट को न सिर्फ राष्ट्रपति को सौंप कर एसआईआर को तुरंत रोके जाने की मांग की जाएगी बल्कि इसके खिलाफ पूरे देश के अलग-अलग हिस्सो में धरना प्रदर्शन की तारीख का भी ऐलान किया जाएगा। ऐसे में साफ हैै कि राहुल गांधी ने जो अचानक 12 राज्यों की बैठक बुलाई है वो बिहार रिजल्ट के बाद एसआईआर के मुद्दे को जन जन तक पहुंचाने की है।

ऐसे में एसआईआर देश में एक बहुत बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है। आपको बता दें कि 12 राज्यों में इस समय एसआईआर की प्रक्रिया चल रही है और खासकर यूपी और पश्चिम बंगाल में एसआईआर को लेकर पूरा हंगामा मचा हुआ है और ऐसे में राहुल गांधी अगर आंदालेन या फिर धरना प्रदर्शन करते हैं तो उनको बड़ा सपोर्ट देश के 12 राज्यों से मिलना तय है। ऐसे में ये बात पूरी तरह साफ है कि एक ओर जहां एनडीएम में सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर तकरार लंबी होती दिख रही है और इस्तीफे के बाद दोबार नीतीश कुमार सीएम बन पाएंगे या नहीं, अभी इस राज से परदा उठना बाकी है तो वहीं राहुल गांधी एसआईआर को लेकर न सिर्फ एक बहुत बड़ आंदोलन खड़ा करने जा रहे हैं बल्कि इस आंदोलन में जेन जी सहभाागिता कैसे होगी इस पर मंथन के लिए अचानक 12 प्रदेशों के लीडर्स को दिल्ली बुलाया है और कल बैठक में एसआईआर पर आखिरी फैसला लेंगे।

पूरे मामले पर आपको क्या मानना है क्या राहुल गांधी को अचानक 12 राज्यों के सीनियर लीडर को दिल्ली बुलाकर वहाईलेवल बैठक करने और जेन जी को जोड़ने की रणनीति में सफल हो जाएंगे। क्या बिहार में जिस तरह से से एनडीए में सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर जो सीधी तकरार शुरु हुई है वो सुलझ जाएगी या फिर मामले सरकार बनने से पहले उलझ सकता है।

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