बाबरी विवाद पर गरमाई सियासत, इमरान मसूद ने हुमायूं कबीर को बताया BJP का एजेंट

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने हुमायूं कबीर पर बाबरी मस्जिद की नींव रखने को लेकर तीखा हमला बोला. उन्होंने कबीर को BJP का एजेंट बताया.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने हुमायूं कबीर पर बाबरी मस्जिद की नींव रखने को लेकर तीखा हमला बोला. उन्होंने कबीर को BJP का एजेंट बताया.

बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के दिन बेलडांगा में निलंबित TMC विधायक हुमायूं कबीर द्वारा कथित तौर पर बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने के बाद सियासी तूफान मच गया है. इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कबीर पर गंभीर आरोप लगाए.

हुमायूं कबीर मानसिक तौर पर बीमार- मसूद
इमरान मसूद ने सबसे पहले कबीर की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, “हुमायूं कबीर मानसिक तौर पर बीमार है.
अपनी सियासत को चमकाने के लिये मस्जिद का सहारा ले रहा है. हुमायूं कबीर वहीयाता आदमी है. बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है.” मसूद ने कहा कि मस्जिद को राजनीति का मंच नहीं बनाया जाना चाहिए. उनके मुताबिक कबीर का यह कदम समाज को बांटने और माहौल खराब करने की साजिश जैसा है.

मस्जिद को राजनीति से दूर रखने की अपील
मसूद ने आगे कहा, “भाजपा और उसके लोग मुसलमानों के खिलाफ जो नफरत फैलाने का काम करते हैं, कबीर भी वही कर रहे हैं. अगर आपको मस्जिद बनानी है, तो बनाइए, तमाशा क्यों कर रहे हैं? अपनी राजनीति को चमकाने के लिए आप मस्जिद का इस्तेमाल करेंगे? मस्जिद सिर्फ इबादत के लिए है.” उन्होंने साफ कहा कि धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल वोट बैंक के लिए करना गलत है और इससे मुस्लिम समाज की छवि को नुकसान पहुंचता है.

‘हुमायूं कबीर BJP का एजेंट’
इमरान मसूद ने कबीर के राजनीतिक इतिहास पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “हुमायूं कबीर जो है, उसका इतिहास समझो, वो भाजपा का एजेंट है, वो भाजपा का आदमी है. 2019 में भाजपा से चुनाव लड़ा और वो जो काम कर रहा है, वही कर रहा है, जो भाजपा करती है. ये देश के अंदर नफरत फैलाना चाहते हैं. मस्जिद इबादत के लिए है, अगर इतने ही बड़े मुसलमान थे, तो तुम 2019 में भाजपा की ओर से चुनाव क्यों लड़े थे? क्या भारतीय पार्टी की नीतियां तुम्हें समझ में नहीं आ रही थी?”

मसूद का BJP पर पलटवार
BJP के ममता बनर्जी और हुमायूं कबीर के बीच “फिक्स्ड गेम” के आरोप पर मसूद ने जवाब देते हुए कहा, “हुमायूं कबीर और ममता बनर्जी के बीच नहीं, ये आपके (बीजेपी) और ममता के बीच फिक्स गेम हो सकता है. सख्ती के साथ ममता जी को रोकना चाहिए. देश के अंदर यह तमाशा न बने. देश के अंदर क्यों तमाशा बना रहे हैं? हुमायूं कबीर तो बीजेपी का आदमी था, आपने लिया क्यों था?”

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