भारत की ये शांत जगहें शरीर और आत्मा को कर देंगे खुश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अगर आप फिटनेस को जीवनशैली का हिस्सा मानते हैं और घूमने के भी शौकीन हैं, तो योग से प्रेरित यात्रा आपके लिए परफेक्ट है। भारत में कुछ ऐसी जगह हैं जहां आप योग व ध्यान कर सकते हैं। इन स्थानों पर योग और प्रकृति के संग आप पूरी तरह से रिचार्ज हो सकते हैं। अगर आप ऐसी जगहों का चयन करते हैं जहां का सफर आपको ध्यान और योग से जोडऩे वाला है तो कई लाभ मिल सकते हैं। जैसे, ऐसी यात्राएं मानसिक तनाव में कमी लाती हैं। इससे डिजिटल डिटॉक्स का मौका मिलता है। नींद, पाचन और इम्यून सिस्टम में सुधार होता है। खुद को जानने और समझने का समय मिल पाता है। जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव को महसूस किया जा सकता है।

पंचगनी

महाराष्ट्र का खूबसूरत हिल स्टेशन पंचगनी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि योग के लिए भी जाना जाता है। यहां योग और प्राकृतिक थेरेपी के लिए मशहूर रिसॉर्ट्स हैं। मानसून में योग और आध्यात्म से जुडऩे के लिए पंचगनी जाना एक अच्छा फैसला हो सकता है।

ऋ षिकेश

उत्तराखंड के ऋ षिकेश को योग की राजधानी माना जाता है। जब भी योग और यात्रा की बात होती है तो सबसे पहले ऋ षिकेश का नाम आता है। योग की नगरी ऋ षिकेश में गंगा किनारे साधना, साइलेंस रिट्रीट और ध्यान का अनुभव लिया जा सकता है। ऋ षिकेश का पिंक सैंड बीच एक खूबसूरत और शांत जगह है। यह गंगा नदी के किनारे स्थित है जहां की रेत हल्की गुलाबी नजर आती है, इसी वजह से इसे पिंक सैंड बीच कहा जाता है। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों और शांति पसंद लोगों के लिए बेहद खास है। यहां गंगा की बहती धारा, सूरज की रोशनी और गुलाबी रेत मिलकर एक अद्भुत नजारा पेश करते हैं। योग, ध्यान और फोटोग्राफी के लिए यह जगह परफेक्ट मानी जाती है. शहर की भागदौड़ से दूर यह बीच सुकून और सादगी से भरा अनुभव देता है।

धर्मशाला

हिमाचल प्रदेश का खूबसूरत हिल स्टेशन धर्मशाला सिर्फ घूमने के लिए ही नहीं, बल्कि पहाड़ों की गोद में योग और ध्यान के लिए भी बेहतरीन स्थल है। यहां मोनास्ट्री विजिट्स का बेहतरीन संगम देखने को मिलता है। धर्मशाला तो एक नाम है यहां कई छोटे बड़े पर्यटन स्थल हैं तो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। धर्मशाला आज विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना नाम बना चुका है। धर्मशाला के साथ लगती पहाड़ी पर मैक्लोडगंज, धर्मकोट, भागसूनाग व डलझील हैं। यह स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं।

केरल

केरल को आयुर्वेद और योग की भूमि कहा जाता है। यहां बैकवाटर्स में योग का आनंद लेने के साथ ही आयुर्वेदिक मसाज का अनभव भी ले सकते हैं। यह स्थान शरीर और आत्मा दोनों को सुकून देने के लिए परफेक्ट है। यदि आपने कभी केरल के बैकवाटर में हाउसबोड की सैर का आनंद नहीं लिया हैं, तो यह आनंद एक बार ज़रूर लें। आज के हाउसबोट बड़े, धीमे चलने वाले विशेष नाव होते हैं, जो वास्तव में पुराने ज़माने के केट्टुवल्लम का ही नया रूप है।

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