अब ऑनलाइन होगा डीएल टेस्ट, घर भी पहुंचेगा : दयाशंकर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आज से सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ हो गया है। इस हफ्ते में प्रदेश का परिवहन विभाग अपने कार्ययोजना को विस्तृत रूप देने के साथ ही प्रदेश में सड़क दुर्घटना को रोकने के प्रयास पर मंथन करेंगे। प्रदेश के परिहवन मंत्री दयाशंकर सिंह ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने विभाग के कार्य की सराहना करने के साथ नई योजनाओं के बारे में भी बताया। सड़क सुरक्षा सप्ताह 18 से 24 अप्रैल तक चलेगा। प्रदेश में इस विशेष अभियान का उद्देश्य लोगों की यातायात के नियमों को लेकर जागरूक करना है। इसके शुभारंभ के बाद प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के कारण प्रदेश में प्रति वर्ष हजारों लोग मौत के मुंह में जाते हैं। हम प्रयास करेंगे कि सड़क दुर्घटनाएं कम हों। उन्होंने कहा कि हम अब से हर वर्ष चार बार सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन कर लोगों को यातायात नियमों से पारंगत करने के साथ ही उनको सड़क पर सुरक्षा के उपाय की भी जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चार करोड़ से अधिक वाहन पंजीकृत हैं। इन सभी पर बराबर नजर रखना काफी बड़ी बात हैं। मैं इसके लिए विभाग के लोगों को बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि मेरे विभाग काम बहुत ही सराहनीय है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि हम आज से प्रदेश में आनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट प्रारंभ कर रहे हैं। यह विभाग का सराहनीय कार्य है। हमारा प्रयास है कि अब लोगों को अपने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ आफिस ना आना पड़े। उनको बिना आफिस आए ही डीएल मिले। परिवहन मंत्री ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में आने वाली कठिनाइयों पर भी प्रकाश डालते हुए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि आज से ऑनलाइन ही डीएल का टेस्ट होगा और यह विभाग का एक बेहद शानदार प्रयास है कि बिना ऑफिस आए ही लोगों को डीएल मिल जाए। परिवहन मंत्री ने कहा कि हम स्कूलों में छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा सप्ताह के प्रति भी जागरूक करेंगे। जिससे कि हम भी समाज में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि अब से वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ हेलमेट मिलेगा, जिससे की लोगों की लापरवाही की आदत भी छूटेगी। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटना में मरने वाले लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि अभी भी लोग यातायात के नियमों के प्रति जागरूक नहीं हैं। इस विशेष सड़क सुरक्षा सप्ताह में आप सबको लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक करना है और यह सुनिश्चित करना है कि लोग यातायात नियमों का पालन जरूर करें।
लखीमपुर में बीजेपी विधायक की गाड़ी ने दो को रौंदा
लखनऊ। लखीमपुर खीरी जिले की सदर कोतवाली के रामापुर में देर रात विधायक लिखी काली स्कॉर्पियो ने बाइक सवार दो सगे भाइयों को कुचल दिया। हादसे में दोनों की मौके पर मौत हो गई। दोनों भाई एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। एएसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गाड़ी सदर विधायक योगेश वर्मा की है। गाड़ी को कब्जे में लिया गया है। खीरी थानाक्षेत्र के गांव कीरतपुर निवासी रवि (22) अपने बड़े भाई सुमित (28) के साथ रामापुर चौकी क्षेत्र के गांव महमदपुर में एक शादी में शामिल होने जा रहे थे। रामापुर में दोनों भाइयों ने बाइक में पेट्रोल भरवाया। इसके बाद दोनों भाई सड़क पर पहुंचे, तभी एक काली स्कॉर्पियो ने बाइक में टक्कर मार दी। इससे दोनों गंभीर घायल हुए। एम्बुलेंस से दोनों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। गाड़ी के ड्राइवर और चालक को कब्जे में लिया गया है। स्कॉर्पियो विधायक योगेश वर्मा की पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड है। बताया जा रहा है कि जिस समय ये हादसा हुआ, उस समय विधायक योगेश वर्मा गाड़ी में सवार नहीं थे।
भराला बोले, हरिद्वार में 19 जून से परशुराम संसद
लखनऊ। नई दिल्ली में राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा आगामी 19-20 जून 2022 को हरिद्वार में होने जा रहे श्री परशुराम संसद के आयोजन को लेकर एक बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता संस्थापक संरक्षक पंडित सुनील भराला मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गयी। बैठक का संचालन एसके शर्मा राष्ट्रीय सह संयोजक राष्टï्रीय परशुराम परिषद द्वारा किया गया। इस मौके पर भराला ने अपने संबोधन में कहा कि दिनांक 19-20 जून को देवभूमि हरिद्वार में राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा भगवान परशुराम जी के जीवन वृतान्त जन्मस्थली, विद्यास्थली, कर्मस्थली, युद्धस्थली इत्यादि का ऐतिहासिक पौराणिक, वैदिक तथा विविध भारतीय लोक संस्कृतियों के आधार पर संकलन करने के लिए दो दिवसीय परशुराम संसद का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। परशुराम संसद में देश-प्रदेश से आए हुए विद्वान एवं इतिहासकार तथा पूज्य संतों का बड़ा सम्मेलन करके परशुराम की जन्मस्थली, कर्मस्थली, युद्धस्थली, इत्यादि का ऐतिहासिक, पौराणिक, वैदिक तथा विविध भारतीय लोक संस्कृतियों के आधार उद्घोष किया जाएगा। बैठक में परशुराम संसद आयोजन के लिए टीम का गठन किया गया। आनंद शर्मा प्रोफेसर दिल्ली यूनिवर्सिटी को परशुराम संसद का संयोजक नियुक्त किया गया। भराला ने यह भी कहा कि प्रथम चरण में भारत के देवालय शिवालय व मंदिरों में भगवान परशुरामजी के मूर्ति स्थापना का कार्य किया जाएगा।