बृजेश पाठक का महमूदाबाद के अस्पताल में छापा, डॉक्टरों की लग गई क्लास
लखनऊ। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक आज अचानक सीतापुर के दौरे पर निकले। वहां उन्होंने महमूदाबाद के एक सीएचसी अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यालय रजिस्टर में अनियमितता पाए जाने पर डॉक्टरों की क्लास लगा दी। गायब मिले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के संकेत दिए। ड्ïयूटी चार्ट मेंटेन करने के आदेश दिए। इसके अलावा पूरे अस्पताल का दौरा किया। खराब पड़ी एक्सरे मशीन को जल्द चालू करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं के बारे में मेडिकल अफसरों से पूछताछ भी की निरीक्षण के दौरान उन्होंने ओपीडी में लापरवाही मिलने पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही मरीजों से बातचीत की। कहा कोई असुविधा हो तो तत्काल हमें बताए। यूपी के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने इससे पहले लखनऊ के केजीएमयू व बाराबंकी अस्पताल में भी अचानक औचक निरीक्षण किए था। बिना प्रोटोकॉल पहुंचे अस्पतालों में मास्क पहने हुए मंत्री बृजेश पाठक, जिससे कि वहां के कर्मचारी तक नहीं पहचान पाए। बाराबंकी में बृजेश पाठक खुद पर्ची कटने वाले लाइन में लग व्यवस्था परखी। हालांकि कुछ देर बाद कर्मचारियों ने उन्हें पहचाना, उसके बाद व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गए।
अजीत अंजुम को अनब्लॉक करोÓ ट्विटर पर टॉप ट्रेंडिंग
लखनऊ। देश के जाने माने चर्चित पत्रकार अजीत अंजुम को ट्विटर ने ब्लॉक कर दिया। ट्विटर पर ब्लॉक होते ही उनके समर्थन में यूजर्स का जनसैलाब उमड़ा पड़ा या यू कहें कि अजीत अंजुम को अनब्लॉक करोÓ ट्विटर पर टॉप ट्रेंडिंग चल गया। हजारों समर्थकों ने पूछा कि आखिर ट्विटर ने सवाल उठाने वाले और सत्ता को आईना दिखाने वाले पत्रकार अजित अंजुम को ब्लॉक क्यों किया। समर्थकों ने हैशटैग कंपेन चलाकर इतना ट्वीट किया कि अजित अंजुम को अनब्लॉक करोÓ नम्बर एक पर ट्रेंड करने लगा। समर्थक अपने चेहते ईमानदार पत्रकार को ब्लॉक किए जाने से खासे नाराज है। वे लगातार ट्विटर पर उनके समर्थन में अनब्लॉक करने को ट्रेड कर रहे हैं। गौरतलब है कि अजीत अंजुम देश के वरिष्ठï पत्रकार है। वर्तमान में वे यूट्ïयूबर है, यूट्ïयूब चैनल चलाते हैं, जिनके दो मिलियन से ज्यादा सब्क्राइबर्स भी हैं। अंजुम को गोयनका अवार्ड भी मिल चुका हैं। अजीत अंजुम न्यूज 24 और इंडिया टीवी में मैनेजिंग एडिटर के पद भी रह चुके हैं।
अधिकारी जनता की समस्याएं सुनें व उन्हें हल करें : असीम अरूण
लखनऊ। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने अफसरों से कहा कि वैश्विक संरचना के आधार पर सोच को विकसित करें व अपनी-अपनी विशेषज्ञता का क्षेत्र चुने। काम पूरा करने में समय सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए। अधिकारी इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों से जनसंपर्क में रहें, जनता की समस्याएं सुनें एवं उसका समय से समाधान भी करें। मंत्री वीसी के जरिए कहा कि कार्यालय व आसपास स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति पर गंभीरता से अमल किया जाए। विभाग की कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाएं तथा बिचौलियों एवं दलालों से दूर रहें। प्रमुख सचिव समाज कल्याण हिमांशु कुमार ने कहा कि विभाग में किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर तत्काल उसकी सूचना निदेशालय को दी जाए। छात्रों की संवेदनशीलता को समझें और पूरी सजगता बरतें। छात्रों को कोरोना से बचाव के समुचित इंतजाम करें तथा पढ़ाई के दौरान अवसाद से ग्रस्त होने वाले छात्रों को चिह्नित करें। उन्हें तत्काल स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को शेष 40 जिलों में शीघ्र शुरू करें।
स्थानांतरण नीति के तहत तबादलों संग बदलेंगी कर्मचारियों की सीटें
लखनऊ। प्रदेश की स्थानांतरण नीति के तहत इस सत्र में राज्य कर्मचारियों के तबादले तो होंगे ही, उनकी कुर्सियां भी बदलेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए अगले 100 दिनों में प्रदेश में कार्मिकों के पटल परिवर्तन की प्रभावी व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया है। वर्ष 2022-23 से 2026-27 तक के लिए राज्य की वार्षिक स्थानांतरण नीति अप्रैल के अंत तक जारी करने का निर्देश भी दिया है। मंत्रिपरिषद के समक्ष नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग की कार्ययोजनाओं के प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया। शासन से लेकर फील्ड स्तर तक के सरकारी कार्यालयों में बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी वर्षों से एक ही कुर्सी पर जमे हुए हैं। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है, लाल फीताशाही भी पनपती है। इसलिए मुख्यमंत्री ने 100 दिनों में कार्मिकों के पटल परिवर्तन की व्यवस्था को लागू करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि चयन वर्ष 2022-23 में सीधी भर्ती के लिए सभी विभागों की ओर से अधियाचन (भर्ती प्रस्ताव) 31 मई से पहले भेज दिया जाए। ताकि उप्र लोक सेवा आयोग और उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर सकें।