यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस ने रालोद से शुरू किया संवाद
- रालोद से सीटों के गठबंधन को लेकर संवाद का रास्ता खोला
नई दिल्ली। यूपी चुनाव से ठीक पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के राजनीतिक जुझारूपन के बढ़ते ग्राफ के बीच कांग्रेस ने चुनावी तालमेल की संभावनाओं को भी टटोलने की कसरत शुरू कर दी है। इसी क्रम में कांग्रेस ने रालोद से सीटों के गठबंधन को लेकर संवाद का रास्ता खोला है। समझा जाता है कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस चुनाव स्क्रीनिंग समिति के अध्यक्ष दीपेंद्र हुडृडा ने गठबंधन की संभावनाओं को लेकर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी से बातचीत की है। पार्टी सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मिले संकेतों के बाद दीपेंद्र हुडृडा ने जयंत चौधरी से विधानसभा चुनाव में गठबंधन और सीटों के तालमेल को लेकर बात की है। हालांकि अभी यह बातचीत बेहद शुरुआती है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के इन कदमों से समाजवादी पार्टी पर दबाव बढ़ेगा जो कांग्रेस से चुनावी तालमेल को लेकर इच्छुक नहीं है। वैसे प्रियंका गांधी की पिछले कुछ अर्से से सूबे में जारी सियासी गतिविधियों और योगी सरकार से आमने-सामने की लड़ाई में विपक्ष की ओर से उनके सबसे आगे दिखने से भी सपा पर दबाव बढ़ रहा है। खासकर लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर प्रियंका ने जिस तरह का जुझारूपन दिखाया है उसके बाद से कांग्रेस कार्यकर्ता अचानक उत्तर प्रदेश में जग गए हैं। पार्टी चुनाव में इसका अधिकतम फायदा उठाने की कोशिश में है। इसीलिए रालोद के जरिए गठबंधन की संभावनाओं को फिर से आगे बढ़ाने का प्रयास शुरू हुआ है। वैसे दीपेंद्र और जयंत ने सहयोग और मेल की बात कर तालमेल की सियासी संभावनाओं का रास्ता खुला होने का संकेत भी दिया है। दीपेंद्र ने राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता स्व.नाथूराम मिर्धा की जयंती पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण ङ्क्षसह के साथ एक तस्वीर ट्वीट करते हुए उन्हें याद किया तो जयंत चौधरी ने भी जवाबी टवीट में तस्वीर की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज भी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दूसरे राज्यों के किसान भाइयों से बहुत मेल व लगाव है और कुछ नेताओं में भी। दीपेंद्र ने इसके प्रति उत्तर में किए गए टवीट में राजनीतिक संकेत देते हुए कहा ये मेल, ये लगाव बना रहे भाई। आगे और बढ़ें, ताकत एकता में होती है। साथी से बढ़ती है।