यूपी में गर्मी ने तोड़ा 52 साल का रिकॉर्ड, चढऩे लगा पारा
कानपुर। चंद दिनों पहले तक ठंड से ठिठुर रहे लोगों के लिए खिली हुई धूप राहत लेकर आई थी लेकिन जिस तेजी से पारा चढ़ रहा है वह आने वाले दिनों एक नई मुश्किल खड़ी कर सकता है। फरवरी महीने की शुरूआत में ही गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है।
यूपी में गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मंगलवार को कानपुर में गर्मी ने 52 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले, कानपुर में 1971 में एक से 10 फरवरी के बीच दिन का पारा 30.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। वहीं, लखनऊ, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज समेत कई शहरों के तापमान में उछाल आया है।
कानपुर में मंगलवार-बुधवार की रात न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, मार्च महीने से गर्मी और सताने वाली है। तेज बदलाव के बीच मार्च महीने में ही तापमान 40 डिग्री तक जा सकता है।
यूपी के तकरीबन सभी शहरों में दिन के वक्त अच्छी धूप खिल रही है। यही वजह है कि गर्मी का एहसास बढ़ गया है। पूर्वांचल में लोगों को अभी भी हल्की ठंड का अहसास हो रहा है। सुबह से ही बादलों का असर आसमान में दिख रहा है। दिन में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। वहीं, न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। प्रयागराज से लेकर बलिया तक 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हवाओं का असर दिख रहा है।
पश्चिम यूपी में एनसीआर के इलाके गाजियाबाद और नोएडा में भी बुधवार की सुबह लोगों को सुहावनी लगी। बसंत के मौसम का असर दिखने लगा। लखनऊ और आस-पास के इलाकों में बुधवार को शहर में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। हवाओं का असर नहीं होने से उमस में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा सकती है। धूप सामान्य खिलती रहेगी।
बरेली में बुधवार सुबह मौसम साफ है। धूप खिली है। आज तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि 15 फरवरी के बाद से गर्मी तेजी से बढ़ेगी। अगले 48 घंटे तक मौसम साफ रहने का अनुमान है, लेकिन उसके बाद फिर से तापमान में गिरावट आ सकती है। आज यहां पारा 8 डिग्री पर रहा।
मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि कानपुर में एक से छह फरवरी तक अधिकतम तापमान में आठ डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एक फरवरी को पारा 20 डिग्री था, जो मंगलवार को 30 डिग्री पर पहुंच गया। इससे उलट रात के तापमान में कभी कम तो कभी ज्यादा तापमान हो रहा है।
मौसम विज्ञानी के मुताबिक रात के तापमान में भी 3 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ अधिकतम पारा 11.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। यह सामान्य निर्धारित तापमान से भी 2.1 डिग्री अधिक है। इन पूरे वर्षों में 10 फरवरी के बीच कभी दिन का तापमान इतना नहीं हुआ।
वर्ष 2011 में आज की तारीख में दिन का तापमान इसके करीब पहुंचा था। फरवरी में हमेशा अधिकतम पारा 19 से लेकर 28 फरवरी के बीच ही रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि गर्मी तेज पडऩा शुरू हो गई है।
इस बार अधिक तपिश के चलते समय से पहले फसलें पक सकती हैं। पिछले वर्ष मार्च में आया मौसम में बदलाव अभी से जोर पकडऩे लगा है। ऐसे में इस सीजन की फसल गेंहू फोर्स मैच्योरिटी का शिकार हो सकती हैं। इससे फसलों का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होगा। मौसम विभाग ने पिछले पांच दशकों के डेटा का अध्ययन किया है।