अमेरिका में राहुल का बयान भारत में घमासान
- सैन फ्रांसिस्को में मोदी सरकार को घेरा
- बोले-सरकार ने भारत जोड़ो यात्रा को रोकने की कोशिश की
- भाजपा का पलटवार- देश का कर रहे अपमान
- भगवान से भी ज्यादा जानते हैं पीएम : राहुल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सैन फ्रांसिस्को। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश यात्रा के दौरान दिये गए बयान के बाद एक बार फिर देश में घमासान मच गया है। जहां विदेश में राहुल ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है वहीं बीजेपी ने उनपर देश को अपमानित करने का आरोप लगाया है। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय प्रवासियों की एक सभा को दिए संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने उनकी भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। लेकिन कुछ भी काम नहीं आया और यात्रा का प्रभाव बढ़ गया। राहुल गांधी अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे। राहुल गांधी की टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के कुछ सप्ताह पहले आई है। राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर पीएम मोदी 22 जून को अमेरिका पहुंचेंगे। राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर संविधान पर हमला करने का आरोप लगाया और कहा कि वे देश को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं. अमेरिका के अपने छह दिवसीय दौरे के दौरान 52 वर्षीय राहुल गांधी के भारतीय-अमेरिकियों से बात करने, वॉल स्ट्रीट के अधिकारियों से मिलने और विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत करने की उम्मीद है, वह 4 जून को न्यूयॉर्क में जेविट्स सेंटर में एक सार्वजनिक सभा के साथ अपनी यात्रा समाप्त करने वाले हैं। उन्होंने कहा देश में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें लगता है वो सब कुछ जानते हैं, भगवान से भी ज्यादा जानते हैं, वो भगवान के साथ बैठ सकते हैं और उन्हें भी समझा सकते हैं,मुझे लगता है हमारे देश के प्रधानमंत्री उनमें से एक हैं।
भारत जोड़ो यात्रा आसान नहीं थी
राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव को लोगों के साथ शेयर करते हुए कहा, मैंने जब ये यात्रा शुरू थी तो 5-6 दिन बाद महसूस हुआ कि ये यात्रा आसान नहीं होगी, हजारों किलोमीटर की यात्रा को पैदल तय करना बेहद मुश्किल दिख रहा था, लेकिन मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था,उन्होंने बताया, मैं, कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक रोजाना 25 किलोमीटर की यात्रा तय कर रहे थ, तीन हफ्ते बाद मुझे लगा कि मैं अब थक नहीं रहा हूं, मैंने लोगों से भी पूछना छुरू किया कि क्या वो थकान महसूस कर रहे हैं? लेकिन किसी ने इसका जवाब हां में नहीं दिया, उस यात्रा में केवल कांग्रेस नहीं चल रही थी बल्कि पूरा भारत कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा था।
महिलाओं की सुरक्षा बड़ा सवाल
वूमेन बिल के लिए हम कमिटेड हैं, हम पिछली सरकार में उसे लाना चाहते थे लेकिन कुछ हमारे सहयोगी पार्टियां उस पर तैयार नहीं थीं लेकिन मुझे विश्वास है कि हम अगली सरकार में लाने के लिए कमिटेड हैं।
जातिगत जनगणना भेदभाव की सीमा को प्रकट करेगा
राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना के लिए अपनी पार्टी के आह्वान को दोहराया। उन्होंने कहा कि यह समाज के एक्स-रे की तरह होगा, जो जातिगत भेदभाव की सीमा को प्रकट करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि न्याय और मनरेगा जैसी योजनाएं गरीबों को आर्थिक न्याय दिलाने में मदद करेंगी।
विदेशों में जाकर भारतीयता को अपमानित किया : अनुराग
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के विदेश में दिये गए बयान पर कहा, राहुल गांधी जी की हर विदेश यात्रा भारत का अपमान करने में कहीं पीछे नहीं रहती है और इस बार की प्रायोजित, ये विदेश यात्रा भी उसी दिशा में है, जहां वह अपमान तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का करना चाहते हैं, लेकिन अंत में देश का अपमान करने से नहीं हटते हैं, आज राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारत, भारतीयों और भारतीयता को अपमानित करते हैं, बदनाम करते हैं और कीचड़ उछालते हैं, ये देश को कभी स्वीकार नहीं होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने दी ईडी को राहत
- छत्तीसगढ़ मेंशराब घोटाले का मामला
- आरोपियों ने याचिका वापस ली
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने ईडी की कार्रवाई को चुनौती देने वाली अर्जी पर कड़ी टिप्पणी की है। जिसके बाद आरोपियों ने याचिका वापस ले ली है। सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि मनी लांड्रिंग एक्ट के प्रावधानों को सही ठहराया जा चुका है, फिर भी आरोपी गिरफ्तारी से राहत के लिए उन्हें चुनौती दे रहे हैं। यह न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग है। सुप्रीम कोर्ट की ईडी की कार्रवाई को चुनौती देने वाली याचिका पर टिप्पणी के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता एएन सिंघवी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के कुछ प्रावधानों की वैधता को चुनौती देने वाली अख्तर ढेबर की याचिका वापस ले ली। इसी तरह छत्तीसगढ़ के आबकारी अधिकारी निरंजन दास की याचिका भी वापस ले ली गई। बता दें कि इससे पूर्व ईडी की कार्रवाईयों के खिलाफ लगी सभी 6 याचिकाएं हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थीं। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि आज की स्थिति में ऐसा कोई भी तथ्य नहीं है। जिसके आधार पर इन याचिकाओं को स्वीकार किया जाए। हालांकि, हाईकोर्ट ने अपने आदेश में यह जरूर कहा कि मानहानि की क्षतिपूर्ति के लिए याचिकाकर्ता चाहें तो सिविल कोर्ट में जा सकते हैं।
केरल और बिहार समेत तीन राज्यों में एनआईए की छापेमारी
- पीएफआई के 25 ठिकानों पर फुलवारी शरीफ मामले में कार्रवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के फुलवारी शरीफ मामले में राष्टï्रीय जांच एजेंसी कर्नाटक, केरल और बिहार में करीब 25 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने दक्षिण कन्नड़ जिले में प्रतिबंधित पीएफआई कार्यकर्ताओं से जुड़े 16 ठिकानों पर छापेमारी की। साजिश से जुड़े संदिग्धों के परिसरों पर अभी भी छापे मारे जा रहे हैं, जो कि पीएफआई और उसके नेताओं और कैडरों की हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने से संबंधित है, जो पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में उस उद्देश्य के लिए इक_े हुए थे।
पहले भी 6 लोगों को किया था गिरफ्तार
इससे पहले, 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और तत्काल मामले में पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख और दस्तावेज जब्त किए गए थे, जो कि पिछले साल 12 जुलाई को बिहार के पटना जिले के फुलवारीशरीफ पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और पिछले साल 22 जुलाई को हृढ्ढ्र द्वारा फिर से पंजीकृत किया गया था। इस साल 4-5 फरवरी को, एनईए ने बिहार के मोतिहारी में 8 स्थानों पर भी तलाशी ली और दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने हत्या को अंजाम देने के लिए हथियार और गोला-बारूद की व्यवस्था की थी। गिरफ्तार लोगों की पहचान तनवीर रजा उर्फ बरकती और मोहम्मद आबिद उर्फ आर्यन के रूप में हुई है।