दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आप को मिला कांग्रेस का समर्थन
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र के अध्यादेश पर दिल्ली के लोगों के साथ खड़े होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े को धन्यवाद दिया है। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी लगातार अध्यादेश को लेकर कांग्रेस से समर्थन की मांग कर रही थी। विपक्षी दलों की बैठक से पहले कांग्रेस ने अध्यादेश को लेकर बड़ा बयान दिया था और कहा था कि वह ऐसे किसी भी चीज का विरोध करेगी जो लोकतंत्र और संवैधानिक ढांचा को नुकसान पहुंचाएगा। कांग्रेस के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने विपक्षी एकता मंच की बैठक में शामिल होने को लेकर रजामंदी दे दी।
कांग्रेस के लिए परिस्थितियां फिलहाल आसान नहीं है। आम आदमी पार्टी पंजाब और दिल्ली में सत्ता में है। पंजाब में कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है तो वहीं दिल्ली में भी कांग्रेस लगातार आम आदमी पार्टी के खिलाफ रहती है। बताया जा रहा है कि दोनों ही राज्यों के कांग्रेस नेता इसके खिलाफ थे। हालाकि, इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से सवाल पूछा गया। खडग़े ने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति (केजरीवाल) के बारे में नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर देश के लोकतंत्र और संविधान को झटका लगता है तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम एकजुट होकर लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए काम करें। कोई भी व्यक्ति देश से बड़ा नहीं है।
समर्थन देने के लिए केजरीवाल के खडग़े का धन्यवाद किया। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के लोगों के साथ खड़े रहने के लिए खडग़े जी को धन्यवाद। यह अध्यादेश भारत विरोधी और राष्ट्र विरोधी है और इसका डटकर मुकाबला किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि इन दोनों चीजों(विपक्ष की बैठक और दिल्ली अध्यादेश) का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा संघीय ढांचें की रक्षा में खड़ी रही है। कांग्रेस पार्टी हमेशा भाजपा द्वारा राज्यपाल और उपराज्यपाल के दूरुपयोग का विरोध करती आई है।