संसद में आठवें दिन भी हंगामा, कामकाज ठप
मणिपुर को लेकर मानसून सत्र में बवाल जारी
विपक्ष पीएम के बयान पर अड़ा, सरकार बोली चर्चा से भाग रहा विपक्ष
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दूसरे सप्ताह का पहला दिन फिर हंगामें की भेंट चढ़ गया। सत्र के आठवें दिन भी विपक्ष मणिुपर मामले में पीएम के बयान की मांग कर रहा है तो सत्ता पक्ष कह रहा है कि विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। विपक्ष के बवाल के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई है। इससे पहले मणिपुर का दौरा करने वाले इंडिया गठबंधन के सांसदों और अन्य विपक्षी नेताओं ने आज संसद भवन में कांग्रेस के संसदीय कार्यालय में एक बैठक की।
इस बैठक में विपक्ष की आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। इस बैठक में सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खरगे भी मौजूद रहे।
अविश्वास प्रस्ताव पर हम चर्चा के लिए तैयार : अनुराग
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष की अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग पर कहा कि अगर आपको याद हो कि 2018 में भी यह जानते हुए भी अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था कि भाजपा और एनडीए के पास बहुमत है। जब भी सभापति चाहेंगे इस पर चर्चा होगी। हम तैयार हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा सासंद इस चर्चा में भाग लें। विपक्ष का असली चेहरा देश के सामने आना चाहिए। उधर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में कहा कि हम मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन विपक्ष सांसद, सदस्यों को मिली आजादी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। सरकार चर्चा चाहती है लेकिन विपक्ष संसद सत्र के अहम नौ दिन पहले ही बर्बाद कर चुका है।
स्पीकर और सभापति से मिलेंगे विपक्षी सांसद
विपक्षी गठबंधन के सांसद राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात करेंगे। विपक्षी सांसदों की मांग है कि उन्हें उनके-उनके सदनों में मणिपुर के जमीनी हालात पर बोलने की इजाजत दी जाए।
दिल्ली अध्यादेश अलोकतांत्रिक : राघव चड्ढा
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि संसद में आज पेश किया जाने वाला अध्यादेश अलोकतांत्रिक है। यह ना सिर्फ संविधान के खिलाफ है बल्कि यह दिल्ली के दो करोड़ लोगों के भी खिलाफ है। भाजपा यह समझ चुकी है कि दिल्ली में वह खत्म हो गई है इसलिए उनकी पार्टी का नेतृत्व ऐसे फैसले लेकर दिल्ली सरकार को बर्बाद करना चाहते हैं।
मणिपुर में हालात बेहद गंभीर : अधीर रंजन
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारी सिर्फ ये मांग है कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए,मणिपुर में हालात बेहद गंभीर हैं। देश को बचाने की जरूरत है। भाजपा और उसके सहयोगियों को भी मणिपुर का दौरा करना चाहिए और सभी को मणिपुर के हालात की समीक्षा करनी चाहिए।
विपक्ष की जिम्मेदारी : मेघवाल
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि हमने जब उनकी मणिपुर पर चर्चा की मांग को स्वीकार किया तो उन्होंने प्रधानमंत्री के सदन में आकर जवाब देने की मांग रखी। विपक्ष की जिम्मेदारी है कि मसला शांतिपूर्ण समाधान की तरफ बढ़े। वे ऐसे मसले पर भी राजनीति कर रहे हैं। आज जो बिल लगे हैं वह आएंगे। जब दिल्ली अध्यादेश बिल लगेगा तब बताएंगे।
दिल्ली अध्यादेश पर असमंजस
संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि दिल्ली अध्यादेश आज सदन में पेश नहीं किया जाएगा। इस बिल को 25 जुलाई को मोदी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई थी। केंद्र ने 19 मई को अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग पर अध्यादेश कर सुप्रीम कोर्ट के 11 मई के उस फैसले को पलट दिया, जिसमें ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार दिल्ली सरकार को मिला था। राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के चीफ व्हिप सुशील कुमार गुप्ता ने व्हिप जारी किया है। इसमें आप के सभी राज्यसभा सांसदों को 4 अगस्त तक सदन में मौजूद रहने को कहा गया है।
अमिताभ ने यूपी सरकार की राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में की शिकायत
मोहर्रम की घोषित छुट्टी रद्द करने पर योगी सरकार पर बिफरे अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मोहर्रम के दिन घोषित छुट्टी होने के बाद भी विद्यार्थियों की छुट्टी निरस्त कर स्कूल बुलाए जाने के मामले सहित तमाम मामलों को प्रस्तुत करते हुए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को शिकायत भेजी है।
अपनी शिकायत में अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि 2017 में बनी मौजूदा उत्तर प्रदेश सरकार लगातार ऐसी ऐसी नीतियां ला रही है और ऐसे कार्य कर रही हैं, जो प्रथमदृष्टया गंभीर प्रश्नचिन्ह उत्पन्न करती हैं। उन्होंने कहा कि एक और मौजूदा सरकार बहुसंख्यक समाज के सभी त्योहारों में विभिन्न धार्मिक स्थलों पर भारी धनराशि खर्च करती है और सरकार के मंत्री और बड़े-बड़े अधिकारी स्वयं इन कार्यक्रमों में खुलकर प्रतिभाग करते हैं, इसके विपरीत अल्पसंख्यक समाज से जुड़े त्योहारों के संबंध में निरंतर कड़े निर्देश निर्गत किए जा रहे दिखते हैं, इतना ही नहीं राज्य सरकार द्वारा विगत दिनों जो तमाम नए कानून बनाए गए हैं उनके संबंध में भी तमाम लोगों की यह स्पष्ट धारणा है कि इनके पीछे सिर्फ राजनैतिक एजेंडा छिपा है। अमिताभ ठाकुर ने अपनी शिकायत में सरकार के असमान कार्य और आचरण से जुड़ी विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों का भी विशेष उल्लेख किया है।
उन्होंने इसे भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्षता के मौलिक सिद्धांत तथा अनुच्छेद 14 और 15 का उल्लंघन बताते हुए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से इस प्रकरण में हस्तक्षेप करते हुए राज्य में संवैधानिक मर्यादाओं को पूर्ण रूप से स्थापित कराने का अनुरोध किया है। यह जानकारी डॉ नूतन ठाकुर पदाधिकारी आजाद अधिकार सेना ने दी है।
कांस्टेबल ने जयपुर-मुंबई ट्रेन में की अंधाधुंध फायङ्क्षरग, एएसआई समेत चार की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र के पालघर में जयपुर-मुम्बई एक्सप्रेस ट्रेन में एक आरपीएफ कांस्टेबल ने अपने सीनियर एएसआई पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। इस घटना में एएसआई और 3 अन्य यात्रियों की गोली लगने से मौत हो गई। चेतन नाम के कांस्टेबल ने फायरिंग की। जिसे मीरा रोड से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरपीएफ जवान द्वारा फायरिंग करने की वजह अभी पता नहीं चल सकी है। मामले की जांच चल रही है। पश्चिमी रेलवे ने बताया कि पालघर स्टेशन पार करने के बाद एक आरपीएफ कांस्टेबल ने चलती जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन के अंदर गोलीबारी की। एक आरपीएफ एएसआई और तीन अन्य यात्रियों को गोली मारने के बाद आरोपी दहिसर स्टेशन के पास ट्रेन से बाहर कूद गया।
कांस्टेबल और एएसआई में हुई थी कहासुनी
घटना सोमवार सुबह करीब 5 बजे के करीब को घटी। ट्रेन के क्च 5 कोच में यह फायरिंग हुई। फायरिंग में 4 लोगों को गोली लगने से मौत हो गई। हालांकि फायरिंग होने की वजह का अभी पता नहीं चला है, लेकिन बताया जा रहा है कि आरपीएफ कांस्टेबल और उसके सीनियर एएसआई में किसी बात को लेकर तनातनी और कहासुनी हो गई थी। जिसके बाद कांस्टेबल ने गुस्से में आग बबूला होकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग पालघर और मुंबई के बीच दहिसर इलाके में ट्रेन में हुई। आरपीएफ कांस्टेबल चेतन को मानसिक तनाव में बताया जा रहा है।
रेलवे अधिकारी जांच में जुटे
मुंबई में डीआरएम नीरज वर्मा ने बताया कि सुबह छह बजे के करीब हमें सूचना मिली कि आरपीएफ जवान ने फायरिंग की है, जिसमें चार लोगों की मौत हुई। आरोपी कांस्टेबल एस्कोर्ट ड्यूटी पर तैनात था। रेलवे अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और घटना की आगे की जांच की जा रही है। मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। मृतकों के परिजनों को मुआवजे का एलान किया जाएगा। आरपीएफ आईजी प्रवीण सिन्हा ने घटना को लेकर बताया कि वह (चेतन कुमार चौधरी) थोड़ा गरम खून था. दोनों के बीच कोई झगड़ा नहीं हुआ था। आपा खोने की वजह से उसने अपने सीनियर एएसआई टीका राम मीणा पर गोली चलाई, फिर जो दिखा उसपर गोली चला दी।
मणिपुर की पीडि़त महिलाएं सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं
केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ दी याचिका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मणिपुर में निर्वस्त्र घुमाई गईं पीडि़त दो महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। दोनों ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ अपील की है। इसमें क्या कहा है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ की बेंच सुनवाई कर रही है।
उधर, आदिवासी इलाकों में अलग प्रशासन की मांग को लेकर कुकी महिलाओं ने नेशनल हाईवे नंबर 102 को पिछले पांच दिन से जाम कर रखा है। कुकी संगठनों की हजारों महिलाओं ने टेंग्नोउपाल में सेना के दस वाहनों को मोरेह जाने से रोक दिया। जिसके बाद सैनिकों को एयरलिफ्ट कर मोरेह भेजना पड़ा।नेशनल हाईवे 102 इंफाल को म्यांमार सीमा से सटे मोरेह से जोड़ता है। कुछ दिन पहले म्यांमार से मणिपुर में 718 अवैध प्रवासी इसी रास्ते से घुसे थे। सरकार अब अवैध प्रवासियों की बायोमीट्रिक काउंटिंग करा रही है।
बिष्णुपुर में फिर हिंसा 9 साल की छात्रा गोली लगने से घायल
मणिपुर के बिष्णुपुर में रविवार (30 जुलाई) को फिर हिंसा भडक़ गई। क्वाक्ता गांव में कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों में फायरिंग से 9 साल की छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। चुराचांदपुर में भी हिंसा की घटनाएं हुईं।
मणिपुर गवर्नर से मिलकर दिल्ली लौटे ‘इंडिया’ के 21 सांसद
मणिपुर दौरे से लौटे विपक्षी सांसदों ने सोमवार को संसद में अपनी रिपोर्ट इंडिया के लीडर्स को सौंपी। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा कि इंडिया पार्टी के नेताओं की एक बैठक हो रही है। मणिपुर का दौरा करने गए प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर में जो कुछ भी देखा, उसके बारे में जानकारी दी जाएगी। अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, लेकिन पीएम मोदी संसद में आने के लिए तैयार नहीं हैं। मणिपुर गए इंडिया के सांसदों में शामिल फूलो देवी ने बताया कि पीडि़त कह रहे हैं कि पुलिस मौजूद है, लेकिन वो कुछ कर नहीं रही।