हरियाणा में शांति बनाए रखें लोग: केजरीवाल
- नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा बहुत परेशान करने वाली
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद कई इलाकों में तनाव का माहौल बना हुआ है। इसी घटना को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बयान जारी किया है। उन्होंने अपने ट्विट हैंडल से ट्वीट करते हुए हिंसा प्रभावित इलाकों के लोगों से शांति और भाईचारे की अपील की है। हरियाणा के नूंह (मेवात) में सांप्रदायिक हिंसा बेहद परेशान करने वाली है। पूर्वोत्तर में मणिपुर के बाद अब हरियाणा में इस तरह की वारदात अच्छे संकेत नहीं हैं।
हरियाणा की समस्त जनता से मेरी हाथ जोडक़र प्रार्थना है कि ऐसे नाज़ुक समय में हम शांति और आपसी भाईचार कायम रखें। सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर नूंह हिंसा को लेकर कहा कि नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा बहुत परेशान करने वाली है। मणिपुर के बाद हरिणाया में इस तरह की हिंसा का संकेत अच्छा नहीं है। मैं हरियाणा की समस्त जनता से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे नाजुक वक्त में हम शांति और आपसी भाईचार कायम रखें। अमन विरोधी ताकतों के खिलाफ हम सभी को मिलकर काम करना होगा। हरियाणा के नूंह (मेवात) में सांप्रदायिक हिंसा बेहद परेशान करने वाली है। पूर्वोत्तर में मणिपुर के बाद अब हरियाणा में इस तरह की वारदात अच्छे संकेत नहीं हैं। हरियाणा की समस्त जनता से मेरी हाथ जोडक़र प्रार्थना है कि ऐसे नाज़ुक समय में हम शांति और आपसी भाईचार कायम रखें। अमन विरोधी ताकतों और हिंसा की सियासत को हम सभी को मिल-जुलकर हराना है।
एसआईटी गठित कर जांच करवाई जाए
केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की अध्यक्षता में दो अलग-अलग एसआईटी की भी मांग की हैं, जिनमे से एक हत्या, लापता व्यक्तियों आदि के सभी मामलों की जांच की निगरानी करें और दूसरी विशेष रूप से यौन उत्पीडऩ के मामलों को देखे। इसके अलावा आयोग ने सिफारिश की है कि यौन हिंसा के सभी मामलों को सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए और सुनवाई राज्य के बाहर विशेषकर दिल्ली में एक फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीडि़त लोगों और उनके परिवारों को तत्काल 25 लाख रुपये का मुआवजा पैकेज प्रदान किया जाना चाहिए।
मणिपुर में लगे राष्ट्रपति शासन : स्वाति मालीवाल
मणिपुर में चल रही हिंसक झड़पों के संबंध में दिल्ली महिला आयोग ने राष्ट्रपति को अंतरिम रिपोर्ट भेजी है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने रिपोर्ट में कहा है कि मणिपुर मई 2023 से जातीय संघर्षों से जूझ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई, कई घर, सांस्कृतिक स्थल और धार्मिक स्थल नष्ट हो गए और अनगिनत परिवारों का विस्थापन हो गया। इस कारण राज्य में राष्ट्रपति शाासन लगाया जाए। मालीवाल ने महिलाओं के साथ यौन हिंसा को दर्शाने वाले वायरल वीडियो के सामने आने के बाद अपनी सहयोगी वंदना सिंह के साथ 23 जुलाई को चुराचांदपुर, मोइरांग, कोंगपोकपी और इंफाल जिलों सहित हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था और हिंसा से प्रभावित लोगों से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने राज्य के राज्यपाल से भी मुलाकात की थी। पुलिस की निष्क्रियता और मिलीभगत के खिलाफ प्राप्त शिकायतों की जांच करे।