भारी बारिश में बह गया दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे का हिस्सा, 14 अगस्त तक रेड अलर्ट
नई दिल्ली। दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर भारी बरसात के बाद हुए भूस्खलन से हाईवे का एक हिस्सा पूरी तरह से धंस गया है। हाईवे बंद होने से देहरादून जाने वाले हजारों वाहन जाम में फंस गए। ये हादसा मामला दून हाईवे माता डाट काली मंदिर के पास हुआ है। शिवालिक की पहाडिय़ों पर सैलाब आने से सडक़ का ये आधा हिस्सा टूट गया है। इस घटना की जानकारी मिलते ही यूपी-उत्तराखंड की पुलिस और अन्य राहत टीमें मौके पर पहुंची और हाईवे पर आए मलबे को हटाने के साथ-साथ हाईवे को ठीक करने का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया। जाम में फंसे वाहनों को दूसरे वैकल्पिक मार्गों से देहरादून और दिल्ली की तरफ भेजा जा रहा है। उत्तराखंड में भारी बारिश का प्रकोप जारी है। बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जानकारी के मुताबिक मूसलाधार बारिश से दो लोगों की मौत हो गई और दो लोग जख्मी भी हो गये। लगातार बारिश के चलते यहां नदी-नाल उफान पर हैं। पानी रिहायशी इलाकों में भी घुस गया है। जिसके बाद कई जगहों फंसे लोगों का रेस्क्यू किया गया।
जानकारी के मुताबिक ऋषिकेश के पास चौरासी कुटिया क्षेत्र में एक दीवार ढह जाने से मलबे में दबकर एक शख्स की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। मृतक की पहचान राजस्थान के रहने वाले 84 वर्षीय गजानन के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक नैनीताल के कालाढूंगी में उफनाई बौर नदी के किनारे जा रहे दो किशोरों के पैर फिसल गये, और उसमें गिर कर तेज धार में बह गये। जानकारी मिलने के बाद जिला आपदा प्रबंधन विभाग से तलाशी अभियान चलाया। अधिकारी शैलेष कुमार के मुताबिक रेस्क्यू में 15 वर्षीय नितिन तिवारी का शव बरामद कर लिया गया है जबकि 15 वर्षीय उसके चचेरे भाई पंकज तिवारी को सही सलामत बाहर निकाल लिया गया।
भारी बारिश के चलते उत्तराखंड में पौड़ी, चमोली, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत जिलों में कक्षा पहली से 12वीं तक के स्कूलों में गुरुवार को छुट्टी करनी पड़ी। मौसम विभाग ने टिहरी, देहरादून, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले में 14 अगस्त तक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इससे पहले चार अगस्त को केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड में डाटपुलिया के पास भी भूस्खलन के हादसे हुए थे, जिसमें लापता लोगों में से दो और व्यक्तियों के शव निकाले गये हैं। इन शवों की पहचान नेपाली नागरिक वीर बहादुर और रूद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि के बष्टी गांव के रणवीर सिंह के रूप में हुई थी। गौरीकुंड भूस्खलन में अब तक पांच शव बरामद हो चुके हैं। कुल 23 लोग उस हादसे के शिकार हुए थे। बताया जा रहा है कि 18 अभी भी लापता हैं।