कृष्ण गोपाल की जगह अब अरुण कुमार देखेंगे संघ-भाजपा समन्वय का काम
- चित्रकूट बैठक में बदलीं जिम्मेदारियां
चित्रकूट। राष्टï्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रांत प्रचारक बैठक के अंतिम दिन अखिल भारतीय कार्यकारिणी ने कई पदाधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया है। बैठक शुरू होने के बाद से ही पदाधिकारियों के दायित्वों में बदलाव के कयास लगाए जा रहे थे। दायित्व परिवर्तन के लिए कई नाम फाइनल किए जा चुके हैं। संघ से इसकी पुष्टि तो नहीं की गई, हालांकि सूत्रों के मुताबिक संघ और भाजपा के बीच समन्वय का काम अब सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल की जगह सह सरकार्यवाह अरुण कुमार देखेंगे। वैसे तो प्रांत प्रचारकों की बैठक हर साल जुलाई में होती है लेकिन यूपी चुनाव से पहले यह बैठक काफी अहम मानी जा रही थी। पहले से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर संघ की तरफ से भाजपा के साथ समन्वय रखने की जिम्मेदारी सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल के बजाय किसी अन्य को दी जा सकती है। देर रात इस पर फैसला ले भी लिया गया कि अब कृष्ण गोपाल की जगह अरुण कुमार जिम्मेदारी निभाएंगे। इसी तरह बंगाल और ओडिशा के क्षेत्र प्रचारक का दायित्व देख रहे प्रदीप जोशी को संघ का अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख बनाया गया है। कोरोना के चलते पिछले दो वर्ष से नहीं हो सका संघ का शिक्षा वर्ग इस साल भी नहीं होगा।
आरएसएस ने शुरू किया ‘जीवनÓ
अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की बैठक के तीसरे दिन तय हुआ कि तीसरी लहर में संक्रमण को थामने के लिए संघ के प्रशिक्षित स्वयंसेवक दो लाख 50 हजार जगह पहुंचेंगे। कोरोना से बचाव के अभियान में संघ तमाम स्वयंसेवी लोगों और संस्थानों को भी अपने से जोड़ेगा। तीसरे दिन सरसंघचालक, सरकार्यवाह और सभी सह सरकार्यवाह देश के 44 प्रांत प्रमुखों सहित 132 स्वयंसेवकों से वर्चुअली मुखातिब हुए। बैठक में तय किया गया कि संभावित तीसरी लहर से पहले 40 वर्ष तक के युवा स्वयंसेवकों को बचाव कार्य में लगाया जाएगा। उनका अगस्त माह में प्रशिक्षण पूरा कर लिया जाएगा। सितंबर से जनजागरण में हर गांव व बस्ती में कई स्वयंसेवी लोगों व संस्थाओं को अभियान में जोड़ा जाएगा।