अचानक साइकिल से एम्स पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
नई दिल्ली। दिल्ली में इन दिनों जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारियां जोरशोर से की जा रही है। होटल, पर्यटन आदि के क्षेत्र में जोरदार तैयारियां की जा रही है, जिससे दुनिया भर से आने वाले वीवीआईपी मेहमानों से समक्ष भारत की साख ऊंची हो। इन तैयारियों पर केंद्र सरकार के कई विभाग और नेता भी बारीकी से नजर रख रहे है।
इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया अपने चिरपरिचित अंदाज में ही साइकिल से दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल पहुंच गए। अचानक पहुंचने पर उन्होंने एम्स अस्पताल में जी20 समिट से संबंधित तैयारियों का जायजा भी लिया। जानकारी के अनुसार सोमवार यानी 28 अगस्त को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल के कामकाज का आकलन करने के लिए साइकिल से एम्स पहुंचे। शुरुआत में उन पर किसी का ध्यान नहीं गया क्योंकि उनके साथ पर्याप्त सुरक्षा नहीं थी लेकिन बाद में अस्पताल के गार्डों ने उन्हें पहचाना। इसके बाद मनसुख मंडाविया ने कुछ विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की और तैयारियों के संबंध में जानकारी हासिल की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया मंगलवार को जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के मुख्य स्थल मंडपम में स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण भी करेंगे। सूत्रों ने कहा कि केंद्र ने किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए मंडपम के परिसर के भीतर एक अत्याधुनिक चिकित्सा आपातकालीन सुविधा बनाई है। इसमें विभिन्न सार्वजनिक अस्पतालों से चुने गए विशेषज्ञ डॉक्टरों और नर्सों सहित स्वास्थ्य अधिकारी तैनात रहेंगे। सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा, जरूरत पडऩे पर आपातकालीन चिकित्सा उपचार प्रदान करने के लिए एम्स और राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई है।
सूत्रों के मुताबिक जिन होटलों में वीवीआईपी अतिथियों के ठहरने का इंतजाम हैं उन होटलों में प्राथमिक देखभाल दी जाएगी। जरुरत पडऩे पर मेहमानों को विशेष उपचार के लिए संलग्न अस्पतालों में भेजा जाएगा। इसके अलावा, सभी प्रमुख अस्पतालों को आपदा के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया जा रहा है।
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया कम सुरक्षा और आम व्यक्ति की तरह अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे हो। इससे पहले इसी प्रकार निरीक्षण करने के दौरान उन्हें एक सुरक्षा गार्ड का डंडा भी खाना पड़ा था। दरअसल 24 अगस्त 2021 को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया एक आम मरीज बनकर सफदरजंग अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे और बेंच पर जाकर बैठ गए। तभी गार्ड ने आकर उन्हें हटने के लिए कहा और डंडा मारा। गार्ड ने कहा कि यहां बैठना मना है। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से भी मिलने की गुजारिश की थी मगर उन्हें मिलने नहीं दिया गया था। इस घटना का जिक्र उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे पूछा था कि उन्होंने ये सब देखने के बाद क्या किया। इसका जवाब उन्होंने दिया कि उस समय कुछ डॉक्टरों को निलंबित किया जा सकता था मगर उन्हें मौका दिया गया है ताकि भविष्य में स्थिति सुधर सके।