गठबंधन में नीतीश को लेकर पशोपेश, अब देवीलाल की जयंती में नहीं पहुंचने पर उठे सवाल
नई दिल्ली। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोक दल की ओर से पूर्व उपमुख्यमंत्री ताऊ देवीलाल की जयंती आयोजित की जा रही है। इस कार्यक्रम के लिए विपक्षी गठबंधन की अगुवाई करने वाले और बिहार के मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी न्यौता भेजा गया, लेकिन वह जयंती में शामिल नहीं हुए। कैथल में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में आज विपक्ष के तमाम नेता पहुंचेंगे। नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी के बाद सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। इसको लेकर अब सीएम नीतीश का बयान भी सामने आया है।
मीडिया ने जब देवीलाल की जयंती में नहीं जाने को लेकर नीतीश कुमार से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि लोग यूं ही कयास लगाते रहते हैं। मैं इन सब बातों पर ध्यान नहीं देता। मैं विपक्षी एकजुटता में लगा हुआ हूं और यही मेरा मकसद है। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह पूरी तरह से राजकीय समारोह है। मैं सभी राजकीय समारोहों की तरह इस समारोह में भी लंबे समय से आता रहा हूं। मैं सबका सम्मान करता हूं।
देवीलाल की जयंती में नहीं गए नीतीश को लेकर सियासी अटकलें इसलिए लग रही हैं, क्योंकि हाल ही में दो मौके ऐसे आए, जब कहा जाने लगा कि नीतीश की एक बार फिर बीजेपी से नज़दीकियां बढ़ रही हैं। हाल ही में नीतीश कुमार जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति की ओर से दिए गए भोज में शिरकत करने के लिए दिल्ली गए थे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उनकी एक तस्वीर वायरल हुई थी। इतना ही नहीं गृह मंत्री अमित शाह के तेल और पानी के मिलन से जुड़े एक बयान को लेकर भी नीतीश चर्चा में आ गए।
बता दें कि पटना में नीतीश कुमार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी के साथ शामिल हुए। आज नीतीश कुमार कैबिनेट की अहम बैठक भी है। इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। बैठक को लेकर नीतीश ने बताया कि तेजस्वी यादव को कल कहीं बाहर जाना है, लिहाजा मंगलवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक एक दिन पहले आज बुलाई गई है।