अपराधियों के हौसले बुलंद: फिर समाने आई यूपी पुलिस की लापरवाही
पीएसी इंस्पेक्टर को गोलियों से भूना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में फिर पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है। राजधानी लखनऊ में पीएसी के एक इंस्पेक्टर को गोलीमार कर हत्या कर दी गई है। वहीं बहराइच में पांच तीन दिन से लापता दो लोगों के शव मिलने पर पुलिस के कामकाज पर लोगों ने आपत्ति की हैं। सीएम योगी के अपराध मुक्त प्रदेश बनाने के दावे की हवा प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों ने निकाल दी है। गौरतलब हो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इंस्पेक्टर की गोलियों से भूनकर हत्या करने की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, लखनऊ के कृष्णानगर के मानस विहार में घर के दरवाजे पर पीएसी में तैनात एक इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तफ्तीश शुरू की है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। मानस विहार निवासी सतीश कुमार (52) चतुर्थ वाहिनी पीएसी प्रयागराज में क्वार्टर मास्टर के पद पर तैनात थे। वह अपनी पत्नी व बेटी के साथ दीवाली पर एक रिश्तेदार के घर डिनर करने गए थे। रात करीब दो बजे वह वापस लौटे। वह कार से उतरकर घर का गेट खोल ही रहे थे तभी एक बदमाश आया और उन पर फायरिंग कर दी। इंस्पेक्टर को तीन गोलियां लगीं। उनकी पत्नी व बेटी ने पुलिस को सूचना दी। डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल ने बताया कि मामले में अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। पांच टीमें गठित की गई है। सीसीटीवी फुटेज से सुराग जुटाए जा रहे हैं। जल्द वारदात का खुलासा किया जाएगा।
पत्नी ने लगाया महिला पर हत्या कराने का आरोप
इस बीच इंस्पेक्टर की पत्नी ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पत्नी भावना के मुताबिक उनके पति आशिक मिजाज के थे। जिसको लेकर घर में तनाव था। जनवरी में उन्हें 10 साल की बेटी ने घर में एक सेक्स वर्कर के साथ देख लिया था। मृतक सतीश कुमार (52) की पत्नी भावना ने बताया कि सतीश घर में भी कॉलगर्ल को बुलाते थे। जनवरी में उन्हें बेटी ने घर में एक कॉलगर्ल के साथ देख लिया था। उसके शोर मचाने में जब मैं पहुंची तो कॉलगर्ल भाग गई। वह कॉलगर्ल श्रंगार नगर वाले मकान में अन्य साथियों के साथ रहती है। जिसके चलते उस मकान में यह ले भी नहीं जाते थे। भावना ने बताया कि उनके इस तरह कई बार करने के चलते मकान खाली कराने का हम लोग दबाव बना रहे थे। मुझे आशंका है कि वही कॉलगर्ल मकान हाथ से न निकल जाए, इसलिए पति की हत्या करा दी।
पांच दिन से लापता दो दोस्तों की मौत से बहराइच में बवाल
उत्तर प्रदेश के बहराइच स्थित जरवलरोड थाना क्षेत्र के एक ही गांव के दो युवक बीते पांच दिन से लापता थे। दोनों के परिजन उनकी तलाश कर रहे थे। सोमवार को दोनों के शव गांव के पास तालाब में उतराते मिले। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोनों मृतकों के परिजन हाइवे पर आ गए और रास्ता जाम कर दिया। सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी ने कड़ी कार्रवाई का आश्वाशन देकर जाम हटाया। गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। जरवलरोड थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुस्तफाबाद के मजरा चुरईपुरवा निवासी महेश (37) व राजू (23) पांच दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए थे। जिसके बाद से परिजन दोनों की तलाश कर रहे थे। परिजनों ने जरवलरोड़ थाने पर तहरीर देकर पुलिस से भी दोनों को तलाशने की मांग की थी। लेकिन आरोप है पुलिस लापरवाह बनी रही और परिजनों से स्वयं ढूंढने को कहकर वापस कर दिया। इसी बीच सोमवार को थाना क्षेत्र के रिठौढा में लखनऊ-बहराइच हाइवे किनारे स्थित लोहिया तालाब में दोनों के शव उतराते मिले। एक साथ दो शव मिलने से गांव में हडक़ंप मच गया। रोते बिलखते परिजन घटना स्थल पर पहुंचे। वहीं इस दौरान परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने लखनऊ-बहराइच हाइवे जाम कर दिया। सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी दद्दन सिंह ने परिजनों का मान-मनौव्वल कर जाम हटाया। थाना प्रभारी दद्दन सिंह ने बताया की शवों को कब्जे में लेकर पोटमार्टम के लिए भेज दिया है। जांच की जा रही है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हाइवे पर बिलख रहे परिजनों ने आरोप लगाया कि दोनों शवों पर चोट के निशान हैं। पांच दिन से सभी तालमटोल कर रहे थे। ऐसे में अगर थाना प्रभारी गंभीरता से दोनों की तलाश करते तो उनकी जान बच जाती। दो-दो मौत से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
भाजपा-कांग्रेस में कोईअंतर नहीं: ओवैसी
- बोले- सिर्फ कपड़ों और दाढ़ी पर राजनीति करनी आती है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर कटाक्ष किया था कि वह आरएसएस की कठपुतली हैं और अल्पसंख्यक वर्ग को निशाना बनाकर राजनीति करते हैं। इस पर पलटवार करते हुए ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ कपड़ों और दाढ़ी पर राजनीति करनी आती है। जब कुछ नहीं मिलता, तो वे ऐसी राजनीति करने लगते हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने सार्वजनिक रैली में कहा, आपके (रेवंत रेड्डी) पास हमारे खिलाफ आलोचना करने के लिए कुछ भी नहीं है, आप हमारे कपड़ों और दाढ़ी के बारे में बोलते हैं और हम पर हमला करते हैं, आप आरएसएस की कठपुतली हैं, भाजपा और कांग्रेस के बीच कोई अंतर नहीं है।
तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख ने रविवार को ओवैसी पर हमला करते हुए कहा था कि वह शेरवानी के नीचे खाकी निकर पहनते हैं। ओवैसी ने तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख पर हमला करते हुए कहा, तेलंगाना पीसीसी प्रमुख ने चड्ढी पहनकर आरएसएस सदस्य के रूप में शुरुआत की और फिर एबीवीपी में चले गए। इसके बाद तेलुगु देशम में शामिल हो गए और अब कांग्रेस में आ गए हैं, किसी ने सही कहा है कि कांग्रेस के गांधी भवन पर मोहन भागवत का कब्जा है और वे जैसे चाहें कांग्रेस चलाएंगे।
ट्रक के नीचे घुसी कार, 6 की मौत
- दिल्ली से हरिद्वार जा रहे थे लोग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुजफ्फरनगर। यूपी के मुजफ्फरनगर में मंगलवार (14 नवंबर) सुबह हुए भीषण सडक़ हादसे में छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। ये हादसा हाईवे पर अनियंत्रित कार के ट्रक के नीचे घुसने से हुआ है। कार के ट्रक से टकराने के बाद सडक़ पर चीख पुकार मच गई। कार सवार दिल्ली से हरिद्वार जा रहे थे। सडक़ हादसे में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।
मौके पर पुलिस बल मौजूद है, मृतकों के शवों की सिनाख्त कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, ये घटना थाना छपार क्षेत्र में एनएच-58 की है, सुबह सडक़ हादसे की सूचना मिली थी। राजमार्ग पर हुई दुर्घटना में कार सवार छह लोगों की मौत हुई है। पीडि़त, जो दिल्ली के थे, हरिद्वार जा रहे थे। घटना सुबह करीब चार बजे हुई है।
मोदी व खरगे ने नेहरू को याद किया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, हमारे पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि। सोनिया गांधी, राहुल, गांधी सहित कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने भी चाचा नेहरू को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,पंडित जवाहर लाल नेहरू एक सोच हैं।
उत्तराखंड टनल में धंसाव, 40 मजदूर फंसे
- ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है ये टनल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
देहरादून। उत्तरकाशी के बडक़ोट में निर्माणाधीन टनल में धंसाव के बाद फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को पचास घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबा हटाने में खासी दिक्कतें आ रही हैं, जितना मलबा नीचे से हटाया जा रहा है ऊपर से मिट्टी उतनी ही गिर रही है।
अधिकारियों ने देहरादून से ऑगर ड्रिलिंग मशीन मंगाई है, जिसके जरिये 900 मिमी का स्टील पाइप डाला जाएगा। टनल के अंदर चालीस मजदूर फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए तीसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, अबतक टनल में फंसे मजदूरों से वॉकी टॉकी के जरिए संपर्क किया जा रहा है, इसके साथ ही पाइप के जरिये ऑक्सीजन का भी प्रबंध किया गया है और खाने-पीने का सामान मजदूरों तक पहुंचाया जा रहा है, श्रमिकों के पास रोशनी के लिए मशालें भी हैं।
उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम को जोडऩे वाली ये सुरंग 4.5 किमी है लंबी
ये टनल ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है। इसके तहत उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम को जोड़ा जा रहा है। ये सुरंग 4.5 किमी लंबी है, जिसका निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) की देखरेख में नवयुग इंजीनियरिंग द्वारा किया जा रहा है। इसके अगले फरवरी तक पूरा होने की उम्मीद थी, लेकिन इस हादसे के बाद इसमें और वक्त लग सकता है।
ऊपर से लगातार गिर रहा है मलबा
रंजीत सिन्हा ने बताया कि सुरंग क्षेत्र की चट्टान काफी ढीली हैं, यहां की मिट्टी भुरभुरी है, जिसकी वजह से मलबा हटाने पर ऊपर से और मलबा गिर रहा है। ऐसे में शॉटक्रीट तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसके तहत जैसे ही मलबा हटाया जाता है, उसके तुरंत बाद हाई प्रेशर के साथ छत पर कंक्रीट फेंका जाता है। इस तकनीक से हमें आंशिक सफलता मिल रही है। आपदा सचिव ने बताया कि एक दूसरा विकल्प भी तलाशा जा रहा है, जिसके तहत मलबे में छेद करने के लिए देहरादून से एक ड्रिलिंग मशीन मंगाई गई है। इसके जरिए अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए 900 मिमी स्टील पाइप डालकर रास्ता बनाया जाएगा. उम्मीद है कि बुधवार से टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
बाहरी राज्यों के श्रमिक फंसे
इस टनल में कई राज्यों के मजदूर फंसे हुए हैं। उत्तरकाशी आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर दी गई लिस्ट के मुताबिक टनल में फंसे मजदूरों में सबसे ज्यादा झारखंड के 15 मजदूर हैं। दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश हैं, जिसके 8 मजदूर फंसे हुए हैं। इसके अलावा बिहार के 3, बंगाल के 4, उत्तराखंड के 2, हिमाचल का 1, असम के 2, उड़ीसा के 5 मजदूर शामिल हैं।