हादसे में प्रभावितों को मिले पूरी मदद : महबूबा
- आग से तबाह हुए हाउसबोटों का किया दौरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में डल झील पर लगी भीषण आग से क्षतिग्रस्त कई हाउसबोटों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावितों से मुलाकात की और हादसे के प्रति दुख प्रकट किया। महबूबा मुफ्ती ने इसे लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से प्रभावित हाउसबोट मालिकों को आसान ऋ ण और अन्य आवश्यक चीजें प्रदान करने की मांग की।
एक्स पर अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी यात्रा की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सुप्रीमो ने उम्मीद जताई कि भविष्य में फायर स्टेशन ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद करेंगे। शनिवार को श्रीनगर जिले में डल झील पर एक हाउसबोट में आग लग गई। फिर उसने अपने आसपास के चार अन्य हाउसबोट और पांच हट को चपेट में ले लिया। इससे तीन पर्यटकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान अनिन्दया कौशाल, दास गुप्ता और मोहम्मद मोइनुद के रूप में हुई है, जो हाउसबोट सफीना में रुके हुए थे। तीनों बंगला देश के रहने वाले थे।
पीडीपी छोड़ आजाद से जुड़े चचेरे भाई सरवर
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को एक बड़ा झटका देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के चचेरे भाई सरवर मुफ्ती ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी का दामन थाम लिया है। अनंतनाग के बिजबिहाड़ा इलाके में डीपीएपी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में हुए समारोह में पार्टी में शामिल हुए। इससे पहले आजाद सहित अन्य नेताओं के साथ मुफ्ती मुहम्मद सईद की कब्र पर फातिहा पढऩे के लिए पादशाही बाग पहुंचे। वहां कब्रिस्तान के गेट पर ताला लगा था, जिस कारण उन्हें बाहर ही फातिहा पढऩी पढ़ी। इस बीच डीपीएपी नेता मोहम्मद अमीन भट ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कब्रिस्तान का गेट रवींद्र रैना के लिए खुला था, लेकिन आजाद के लिए बंद कर दिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री आजाद ने कहा कि पीडीपी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती साहब मेरे अच्छे साथी रहे और में उन के मकबरे पर फातिहा पढऩे के लिए आया था, लेकिन अफसोस से गेट पर ताला लगा हुआ था। पीडीपी कमरे के अंदर एक और बाहर दूसरी बात करती है। भाजपा के लिए कब्रिस्तान पर कोई ताला नहीं लगता, लेकिन मेरे लिए द्वार बंद कर दिए जाते हैं।