एक शब्द ने मचा दिया सियासी बवाल : ‘पनौती’ को लेकर भाजपा कांग्रेस में वार-पलटवार

  • सपा प्रमुख ने भी बीजेपी को घेरा
  • दिग्विजय ने भी मोदी-शाह को लपेटा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राजस्थान के चुनावी समर से उठा एक शब्द देश के सियासी माहौल को गरमा रहा है। आम व खास जन से लेकर सोशल मीडिया तक खूब चर्चा में है ये शब्द पनौती। भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी को अभी घेर ही रही थी कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले को और भी बढ़ा दिया।
दिग्विजय सिंह ने पनौती शब्द को परिभाषित करते हुए ट्वीट किया है। ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए लिखा, पनौती का क्या अर्थ है? मैंने पता लगाया यह एक नकारात्मक शब्द। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि विश्वकप का फाइनल मुकाबला जो गुजरात में हुआ वो अगर लखनऊ में होता तो टीम इंडिया को कई लोगों का आशीर्वाद मिलता। अगर मैच लखनऊ में होता तो टीम इंडिया को विष्णु जी, अटल बिहारी वाजपेयी का भी आशीर्वाद मिलता और हमारी टीम जीत जाती।

अच्छा भला हमारे लडक़े वर्ल्ड कप  जीत जाते, लेकिन… : राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जालोर में चुनाव प्रचार करते हुए वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की हार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अच्छा भला हमारे लडक़े वल्र्ड कप जीत जाते, लेकिन पनौती ने हरवा दिया। दरअसल, राहुल गांधी जनसभा में पीएम मोदी का जिक्र कर निशाना साध रहे थे। इसी दौरान जनसभा में कुछ लोग पनौती पनौती चिल्लाने लगे। बता दें कि अहमदाबाद में खेले गए विश्व कप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 241 रनों का लक्ष्य दिया था। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 50 ओवर पूरा होने से पहले ही इस लक्ष्य को हासिल करके विश्व कप की ट्रॉफी को छठी बार जीता था।

राजनीति को खेलों में लेकर आ गई है बीजेपी : अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में बीजेपी पर हमला बोला है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स के जरिये कहा कि भाजपा के राज में खिलाडिय़ों के साथ अपमानजनक व्यवहार का उदाहरण न केवल महिला कबड्डी खिलाड़ी हैं, बल्कि अब क्रिकेटर भी हो रहे हैं। क्रिकेट में भारत के लिए पहला वर्ल्ड कप जीतने वाले और देश के आदर्श कपिल देव को विश्व कप के फाइनल में आमंत्रित न करने से उनका जो निरादर हुआ है, उससे देश की खेल प्रेमी जनता बेहद दुखी है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने खेलों का अवांछित राजनीतिकरण करके अच्छा नहीं किया। मालूम हो कि 1983 का क्रिकेट विश्वकप जीतने वाले भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव को फाइनल मैच में बुलाया नहीं गया था। कपिल देव ने उस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था।

भाजपा ने मोदी जी को पनौती क्यों मान लिया : दिग्विजय

कांग्रेस नेता दिग्विजय ने कहा कि जब कोई काम होते-होते रह जाए तो उस इंसान को पनौती कह दिया जाता है पनौती शब्द का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो अपने आस-पास के लोगों के लिए दुर्भाग्य या बुरी खबर लाता है, इसीलिए इसे नकारात्मक शब्द कहते हैं, विश्व कप प्रारंभ होते ही सोशल मीडिया पर यह शब्द ट्रेंड करने लगा। यह किसके लिए कहा गया? स्टेडियम में हजारों लोग थे। भाजपा ने मोदी जी को पनौती क्यों मान लिया? वे तो उनकी उनकी नजर में विश्वगुरु हैं ।

राहुल मांगे माफी : प्रसाद

दरअसल एक सभा के दौरान राहुल गांधी ने विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की हार के परिपेक्ष में पनौती शब्द का इस्तेमाल किया था, इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री मोदी को गाली देने का आरोप लगाया और उनसे माफी मांगने की मांग की। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि हार की हताशा में राहुल गांधी इतने परेशान हो गए हैं कि अब प्रधानमंत्री मोदी को गाली दे रहे हैं। रविशंकर प्रसाद का कहना है, प्रधानमंत्री मोदी खिलाडिय़ों के पास जाकर उनकी मदद करते हैं, स्नेह करते हैं और उनका मनोबल बढ़ाते हैं, आज भारत के खिलाड़ी एशियाड में, ओलंपिक में, पैरा ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, हमारे क्रिकेट खिलाडिय़ों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, ठीक है, हार-जीत होती रहती है उसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ऐसे शब्दों का प्रयोग पहले उनके समर्थक करें और फिर राहुल गांधी स्वयं भी अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ऐसे शब्द का प्रयोग करते हैं, यह निंदनीय है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस शब्द को पीड़ादायक बताते हुए राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की।

बदले की भावना से काम कर रही मोदी सरकार : खरगे

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मामले में 752 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। ईडी ( द्वारा दिल्ली, मुंबई और लखनऊ समेत देश के कई ठिकानों पर कार्रवाई की गई है। केंद्रीय एजेंसी द्वारा जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है, उसमें दिल्ली स्थित नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग, लखनऊ का नेहरु भवन और मुंबई का हेराल्ड हाउस शामिल है। वहीं इस मामले में कांग्रेस ने आपत्ति की है। अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि मोदी सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में 751.9 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया गया है। जिसमें एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की दिल्ली, मुंबई और लखनऊ जैसे कई शहरों में फैली 661.69 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां है। यंग इंडियन (वाईआई) द्वारा नेशनल हेराल्ड मनी लांड्रिंग केस को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं से पूछताछ की जा चुकी है। पिछले साल ईडी ने सोनिया गांधी से इस संबंध में कई दिनों तक घंटों पूछताछ की थी, वहीं राहुल गांधी से भी इस मामले में सवाल-जवाब किए थे।

Related Articles

Back to top button