4पीएम के स्टिंग से तनिष्क को पांच सौ करोड़ का नुकसान
- स्टिंग के बाद शेयर चार परसेंट गिरा लोगों ने की कार्रवाई की मांग
- 4पीएम ने फर्जी नामों से बिल काटकर करोड़ों के कालेधन के बदले सोना देने को तैयार तनिष्क की खोली थी पोल
- विपक्ष ने बोला हमला, कहा कालेधन को सफेद करने में जुटे लोगों पर कार्रवाई करे सरकार
- 4पीएम के स्टिंग के बाद तनिष्क की फेसबुक पर लोगों ने उठाए सवाल
- ईडी, आयकर और केंद्रीय गृह मंत्रालय तक से की गई है शिकायत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। करोड़ों की ब्लैक मनी को सोने से बदलने को तैयार नामचीन ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क की पोल जब 4पीएम ने स्टिंग के जरिए खोली तो शेयर बाजार में भूचाल आ गया। देखते-देखते तनिष्क के शेयर कल से आज तक चार परसेंट गिर गए। ज्वैलरी के बड़े ब्रांड तनिष्क को पांच सौ करोड़ का नुकसान हो गया। वहीं 4पीएम के खुलासे के बाद लोगों ने इस मामले पर तनिष्क के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर विपक्ष ने कालेधन को सफेद करने वालों के खिलाफ केंद्र सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की है।
देश में कालेधन को सफेद करने का धंधा अभी भी जारी है। इस मामले में 4पीएम ने करोड़ों के कालेधन को सोने में बदलकर सफेद करने को तैयार तनिष्क ब्रांड का स्टिंग किया था। इस स्टिंग के सामने आते ही सरकार में हड़कंप मच गया था। वहीं इस खुलासे के बाद तनिष्क जैसे ब्रांड की साख को बड़ा झटका लगा है। 4पीएम की खबर के बाद तनिष्क को न केवल एक दिन में करोड़ों का नुकसान हुआ है बल्कि उसके शेयर पर भी बड़ा असर पड़ा है। तनिष्क के शेयर में चार फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। लोगों ने तनिष्क के फेसबुक पर उसके इस प्रकार के लेन-देन के मामले को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। यही नहीं लोगों ने सरकार से तनिष्क के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और इसकी विस्तृत जांच की मांग की है। दूसरी ओर विपक्ष ने इस मामले में सरकार पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की है। इसके पहले सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने भी ईडी, आयकर विभाग और गृहमंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिखकर इसकी जांच कर संबंधित धाराओं में कार्रवाई करने की मांग की थी।
क्या है नियम
सरकार का नियम है कि यदि आप दो लाख से अधिक की कीमत का सोना खरीदते हैं तो आपको अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड देना पड़ेगा। कुछ दिन पूर्व सरकार ने यह भी तय किया था कि दस लाख से अधिक का सोना खरीदने वाले की जानकारी ईडी और इनकम टैक्स को संबंधित संस्थान देंगे। उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड भी देंगे।
ऐसे किया गया था खुलासा
4पीएम के अंडरकवर रिपोर्टर ने स्टिंग के जरिए इस खेल का खुलासा किया। जब तनिष्क जैसे बड़े ब्रांड के यहां 4पीएम का अंडरकवर रिपोर्टर जाता है और उसके मैनेजर से बात करता है तो सारा मामला सामने आ जाता है। जब रिपोर्टर कहता है कि दो-तीन करोड़ का सोना खरीदना है तो तनिष्क के मैनेजर अर्पित टंडन कहते हैं कि चिंता मत करिए। सारा पैसा एडजस्ट हो जाएगा। किसी भी चिंटू, मिंटू, पिंटू के नाम बिल काट देंगे, जिनके आधार और पैन कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी। दो लाख से कम के बिल कटेंगे और आपका सारा पैसा एडजस्ट हो जाएगा। कोई भी आठ-दस नाम दे दीजिए। चिंता मत करिए हम उन नामों पर बिल काट देंगे और आपका सारा ब्लैक मनी व्हाइट हो जाएगा।
तनिष्क के इस स्टिंग ने साबित कर दिया है कि सरकार के ब्लैक मनी पर किये गये वायदे सिर्फ खोखले हैं। हकीकत यह है कि सरकार कालाबाजारी करने वाले उद्योगपतियों को संरक्षण देने में जुटी है। यह राष्टï्रीय डकैती है।
उदयवीर सिंह, एमएलसी, सपा
आपके अखबार ने आंख खोलने वाली खबर प्रकाशित की। आप बधाई के पात्र हैं। भारत सरकार को चाहिए कि इस खबर का संज्ञान ले और ऐसे लोगों पर कार्रवाई करे जो कालेधन को सफेद कर रहे हैं।
सुरेंद्र राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेस
4पीएम ने जिस निर्भीकता से ये खुलासा किया है, वह बधाई का पात्र है। इस मामले में सरकार जांच कराएगी और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। सरकार कालेधन को सफेद करने वालों को किसी भी हाल में बख्शेगी नहीं।
कुमार अशोक पांडेय, प्रवक्ता, भाजपा