विपक्ष के निशाने पर फिर आए पीएम मोदी

  • कांग्रेस बोली- प्रधानमंत्री के झूठ से अब जनता थक चुकी है
  • न्याय पत्र की गारंटी से हताशा में अनाप-शनाप बोल रहे पीएम
  • कांग्रेस व एनसीपी समेत कई पार्टियों ने काम करने के तरीके पर उठाए सवाल
  • पवार बोले – एक व्यक्ति के पीछे राजनीति का घूमना लोकतंत्र के लिए खतरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव करीब आते जा रहे हैं। सियासी दलों का एक-दूसरे पर हमले तेज हो रहे हैं। विपक्ष के निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी व बीजेपी हैै। महाराष्ट्र  के दिग्गज नेता शरद पवार से लेकर कांग्रेस के जयराम रमेश ने पीएम पर तीखा प्रहार करते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि आज राजनीति व्यक्ति केंद्रीत हो गई है जो देश के लिए घातक है।
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि पीएम न्यायपत्र के वादे से हताश हो गए हैं इसलिए अनाप-शनाप बोल रहें हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उनकी गारंटी से परेशान हैं और अपनी कुर्सी को बचाने के लिए हताशा में बेबुनियाद बयान दे रहे हैं। विपक्षी दल की ओर से यह प्रतिक्रिया तब सामने आई है, जब प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की छाप है और उसके नेताओं के बयान राष्ट्रीय एकता और सनातन धर्म के प्रति शत्रुता दिखाते हैं।

मोदी सरकार ने सफाई कर्मियों से अन्याय किया

कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर सफाई कर्मचारियों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया और कहा कि अगर वह सत्ता में आई तो मैला ढोने की कुप्रथा को समाप्त करके इसमें लगे लोगों को किसी अन्य कार्य के लिए प्रशिक्षित करने के बाद रोजगार प्रदान करेगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बिना उपकरण के सीवर में उतरने के बाद गैस रिसाव के कारण एक सफाई कर्मचारी की मौत के संबंध में मीडिया में आई एक खबर एक्स पर साझा की। रमेश ने लिखा, पांच अप्रैल 2024 को प्रधानमंत्री के खुद के लोकसभा क्षेत्र में एक सफाई कर्मी की सीवर में बिना उपकरण के उतरने पर गैस रिसाव के कारण मौत हो गई। बनारस में यह नया मामला नहीं है – भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हमें बताया गया था कि पिछले दस साल में बनारस में 25 से भी अधिक मौत सीवर में उतरने से हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ़, मोदी सरकार सफाई कर्मचारियों के प्रति ऐसे अन्याय कर रही है, दूसरी तरफ़ कांग्रेस ने अपने न्याय पत्र में उनके लिए कुछ वादे किए हैं।

चार जून के बाद पीएम को लंबी छुट्टी पर जाना होगा : जयराम

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, भारत के लोग प्रधानमंत्री के झूठ से अब थक चुके हैं। चार जून के बाद उन्हें लंबी छुट्टी पर जाना होगा। यह भारत के लोगों की गारंटी है। लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना 4 जून को होनी है। रमेश ने कहा कि कांग्रेस की पांच न्याय गारंटी दस साल के अन्याय के बाद भारत के लोगों में एक नई उम्मीद जगा रही है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट मं कहा कि कांग्रेस की गारंटी समय की मांग है और यह देश के पीडि़त लोगों की आवाज है। उन्होंने कहा, इस गारंटी कार्ड से परेशान प्रधानमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए हताशा में आधारहीन बातें कर रहे हैं।

कृषि मंत्री रहते मैने की थी गुजरात की मदद : शरद पवार

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के बारामती में पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा, जब मैं केंद्रीय कृषि मंत्री था, तब बिना किसी पक्षपात के गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद की थी, लेकिन आज वही व्यक्ति मेरे खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहा है। आज अगर कोई पीएम के खिलाफ टिप्पणी करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने की मांग करने वाले को कोर्ट ने फटकारा

  • अदालत ने भारी जुर्माना लगाया पब्लिसिटी के लिए न लाएं रिट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पद से हटाए जाने की मांग करने वाली याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट से सोमवार को फटकार लगाई। हाई कोर्ट ने कहा कि पब्लिसिटी के लिए ये किया जा रहा है। हम याचिकाकर्ता पर भारी जुर्माना लगाएंगे। आम आदमी पार्टी के ही पूर्व विधायक रहे संदीप कुमार ने दिल्ली आबकारी नीति के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी और जेल जाने के बाद उन्हें पद से हटाने के लिए कोर्ट का रुख किया था।
संदीप कुमार की याचिका की दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद ने आलोचना की।

दो याचिकाएं पहले भी हो चुकी हैं खारिज

इससे पहले अन्य लोगों की ओर से दायर इसी तरह की दो याचिकाएं पहले ही हाई कोर्ट की ओर से खारिज कर दी गई थीं। जस्टिस मनमोहन और मनमीत पीएस अरोड़ा की पीठ ने 4 अप्रैल को इस मुद्दे पर एक जनहित याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया और कहा था कि मुख्यमंत्री बने रहना केजरीवाल की व्यक्तिगत इच्छा है। एक और जनहित याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि याचिकाकर्ता ऐसी कोई कानूनी बंदिश साबित करने विफल रहा है ।

के. कविता को कोर्ट से नहीं मिली राहत

  • अंतरिम जमानत की मांग खारिज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राउज एवेन्यू कोर्ट से बीआरएस एमएलसी के कविता को एक बड़ा झटका लगा है। बीआरएस नेता के कविता की अंतरिम जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी है। बीआरएस नेता ने अपने नाबालिग बेटे की स्कूल परीक्षाओं के आधार पर अंतरिम जमानत की मांग की थी। उत्पाद नीति मामले में ईडी की रिमांड के बाद से वह न्यायिक हिरासत में हैं। विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि उन्हें अंतरिम जमानत देने का यह सही समय नहीं है।
बता दें कि के कविता को ईडी ने 15 मार्च को दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद अगले दिन उन्हें सात दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया गया। बाद में उसकी हिरासत में पूछताछ तीन दिन के लिए बढ़ा दी गई। बीते दिनों दिल्ली की अदालत ने सीबीआई को बीआरएस नेता से पूछताछ की अनुमति दी थी। सीबीआई ने कोर्ट में याचिका दाखिल करके के कविता से न्यायिक हिरासत में पूछताछ की अनुमति मांगी थी।

16 वर्षीय बेटे की परीक्षाओं का दिया था हवाला

कविता ने अंतरिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था और कहा था कि उनके 16 वर्षीय बेटे की परीक्षाएं हैं और उसे अपनी मां के नैतिक और भावनात्मक समर्थन की जरूरत है। बीआरएस नेता को पिछले मंगलवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।

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