वार-पलटवार से गरमाने लगा देश का सियासी माहौल
- कांग्रेस-आप और द्रमुक ने बीजेपी पर किए तीखे प्रहार
- स्टालिन व उद्धव का दावा- 4 जून के बाद मोदी सरकार का दौर होगा खत्म
- राजग व इंडिया गठबंधन ने तेज किए दौरे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जैसे-जैसे वोटिंग के दिन नजदीक आते जा रहे हैं सियासी वार-पलटवार में तेजी भी आती जा रही है। भाजपा व कांग्रेस में जहां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी है। वहीं इंडिया गठबंधन के अन्य दलों के निशाने पर भी भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। हालांकि सबसे ज्यादा इस समय आप मोदी पर तीखे प्रहार कर रही है। गौरतलब हो कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह जेल से बाहर आने के बाद लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। उन्होंने शनिवार को एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। वहीं, उन्होंने दावा किया कि तिहाड़ जेल मैनुअल के हिसाब से सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्नी सुनीता से नहीं मिलने दिया जा रहा। संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि भाजपा तिहाड़ प्रशासन पर दबाव बना रही है कि कोई दिल्ली सीएम केजरीवाल से मिलने न पाए। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल की पत्नी सुनीता और सीएम भगवंत मान से भी जंगले में मिलवाया जा रहा है।
इंडिया गठबंधन चार जून को ‘सुखद जीत’ हासिल करेगा : स्टालिन
राहुल गांधी के प्यारे भाव से भावविभोर हुए सीएम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम के स्टालिन ने शनिवार को कहा कि ‘इंडियाÓ गठबंधन चार जून को सुखद जीत हासिल करेगा। स्टालिन शुक्रवार को राज्य के दौरे पर आये कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मैसूर पाक प्राप्त करने पर अभिभूत थे। स्टालिन ने कहा कि उनके भाई के प्यारे भाव ने उन्हें भावविभोर कर दिया। दोनों नेताओं ने कोयंबटूर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया था। स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्सÓ पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें राहुल गांधी कोयंबटूर में उनके (स्टालिन) लिए मैसूर पाक खरीदने के लिए सड़क के डिवाइडर को फांदकर मिठाई की एक दुकान की ओर तेजी से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। स्टालिन ने कहा, ”मेरे भाई राहुल गांधी के इस प्यारे भाव से भावविभोर हो गया। चार जून को ‘इंडिया’ (गठबंधन) निश्चित तौर पर जीत हासिल करेगा।
केजरीवाल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 15 अप्रैल को करेगा सुनवाई
दिल्ली शराब घोटाले मे गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 15 अप्रैल को सुनवाई करेगा। केजरीवाल ने ईडी द्वारा अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच इस याचिका पर सुनवाई करेगी। बता दें दिल्ली उच्च न्यायालय से कोई राहत पाने में असफल होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।’आप ने दावा किया था कि, ”तथाकथित आबकारी नीति घोटाला केजरीवाल और उनकी पार्टी को खत्म करने की सबसे बड़ी राजनीतिक साजिश है। आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली उच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट मामले में अरविंद केजरीवाल को वैसी ही राहत देगा, जैसी उसने पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को जमानत देकर दी थी।
सीएम केजरीवाल की पत्नी के साथ अपराधियों की तरह हो रहा व्यवहार : संजय सिंह
आप सांसद संजय सिंह ने कहा, जब अरविंद केजरीवाल की पत्नी ने उनसे मिलने के लिए आवेदन किया तो उनसे कहा गया कि आप उनसे आमने-सामने नहीं बल्कि खिड़की के जरिए मिल सकते हैं बीच में ग्लास होगा। ऐसा अमानवीय व्यवहार क्यों? इसी तिहाड़े जेल में सैकड़ों मुलाकातें आमने-सामने बैठाकर काराई गई हैं। लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री की मुलाकात उनकी पत्नी एक अमानवीय तरीके से, अपमानित करने के उद्देश्य से, उनका मनोबल तोडऩे के उद्देश्य से कह दिया कि खिड़की में आपकी मुलाकात होगी। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि खूंखार अपराधियों को भी बैरक में मिलने की इजाजत है, लेकिन दिल्ली के तीन बार के सीएम को अपनी पत्नी से एक खिड़की के माध्यम से मिलने की इजाजत है।
भाजपा कर्नाटक में सरकार गिराने की कर रही साजिश
- सिद्धारमैया का दावा- विधायकों से की गयी 50 करोड़ की पेशकश
- सीएम के आरोपों को बीेजेपी ने किया खारिज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिणी राज्य में ऑपरेशन लोटस चलाने की कोशिश कर रही है। एक चैनल से विशेष साक्षात्कार में, मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों को जहाज से कूदने के लिए 50 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। यह प्रतिक्रिया तब आई जब सिद्धारमैया से भाजपा के बारे में पूछा गया, उन्होंने आरोप लगाया कि अगर सबसे पुरानी पार्टी कर्नाटक में लोकसभा चुनाव हार जाती है तो उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर जाएगी। सिद्धारमैया ने कहा, वे पिछले एक साल से मेरी सरकार को तोडऩे की कोशिश कर रहे हैं। हमारे विधायकों को 50 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। उन्होंने कोशिश की और असफल रहे। यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव हारने पर कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के लिए गिरना आसान होगा, सिद्धारमैया ने दृढ़ता से इसे खारिज कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, संभव नहीं है। हमारे विधायक नहीं छोड़ेंगे। एक भी विधायक हमारी पार्टी नहीं छोड़ेगा। सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
राजग को अबकी बार सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिलेंगी: सिद्धारमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि चुनाव में विपक्षी गठबंधन इंडिया को भले ही पूर्ण बहुमत न मिले, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को भी केंद्र में सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीट नहीं मिलेंगी। राज्य में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं के बारे में बात करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी कर्नाटक में 15-20 सीटें जीतेगी। सिद्धरमैया ने न केवल चुनावों के बारे में टिप्पणी की, बल्कि राज्य सरकार में अपनी स्थिति के बारे में भी बात की। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद क्या उन्हें उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोडऩी पड़ेगी, इन अटकलों पर उन्होंने कहा कि यह इस पर निर्भर करेगा कि पार्टी आलाकमान क्या फैसला करता है। सिद्धरमैया ने कहा, यह सब आलाकमान के फैसले पर निर्भर करता है। यदि आलाकमान मुझे पद पर बनाए रखने का निर्णय करता है तो मैं बना रहूंगा अन्यथा आलाकमान जो तय करेगा, वैसा ही करूंगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि वह चार साल बाद चुनावी राजनीति में नहीं रहेंगे और केवल राजनीति में सक्रिय रहेंगे।
मुख्यमंत्री फर्जी आरोप लगा रहे : एस प्रकाश
उधर बीजेपी सांसद एस प्रकाश ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के सभी आरोपों का खंडन किया और उन्हें दुर्भाग्यपूर्ण बताया। एस प्रकाश ने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह केवल समाज के एक वर्ग की सहानुभूति जीतने के लिए बार-बार ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जो उनका समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रमुख मुद्दों और कर्नाटक में सिद्धारमैया की कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, मुख्यमंत्री फर्जी आरोप लगा रहे हैं। भाजपा सांसद ने कहा, लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में 28 सीटें जीतने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, सिद्धारमैया केवल चुनाव के बाद अपने पैर जमाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।