भाजपा के बड़े-बड़े दावे हवा में उड़े: जयराम

मुरैना सभा के बाद पीएम मोदी से कांग्रेस नेता ने पूछे तीन तीखे सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दूसरे दिन मध्य प्रदेश के दौरे पर रहे। प्रधानमंत्री की मध्य प्रदेश में बढ़ती सक्रियता पर कांग्रेस नेता जय राम रमेश ने उनसे तीन के सवाल पूछे हैं। उन्होंने पूछा कि मुरैना में सेना भर्ती को लेकर भाजपा के बड़े-बड़े वादों का क्या हुआ? मध्य प्रदेश के गांवों में अभी भी पानी और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव क्यों है? मुरैना भारत की बिजली चोरी की राजधानी क्यों बन गई है? जब तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2018 में मुरैना का दौरा किया, तो उन्होंने वादा किया था कि एक या दो साल के भीतर वहां एक सैनिक स्कूल स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने कहानियां सुनाईं कि कैसे, जब भी वह देश भर की सीमा चौकियों पर जाती हैं, तो उन्हें भिंड-मुरैना के सबसे अधिक सैनिक वहां तैनात मिलते हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल से मुरैना के शिक्षित युवा सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा कर सकेंगे। उसी कार्यक्रम में तत्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि वे भिंड-मुरैना क्षेत्र में सेना का स्थानीय भर्ती कार्यालय स्थापित करेंगे। छह साल बाद, इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ है। इसके बजाय, अग्निपथ के माध्यम से, मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों की पवित्रता और भिंड-मुरैना के हज़ारों महत्वाकांक्षी युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर दिया है। निर्मला सीतारमण के जोशीले वादों का क्या हुआ? उन लोगों ने मध्य प्रदेश के युवाओं के साथ विश्वासघात क्यों किया है?

तो क्या स्वच्छ भारत और हर घर जल के बड़े-बड़े वादे भी सिर्फ जुमले थे?

मोदी सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) ने मध्य प्रदेश के ग्रामीण हिस्सों, विशेष रूप से आदिवासी बस्तियों में नाकाम रहा है। 2020 की एक रिपोर्ट के अनुसार, 4.5 लाख शौचालय गायब पाए गए, और बजट से 540 करोड़ रुपए सरकारी अधिकारियों द्वारा निकाल लिए गए थे। जबकि जल और स्वच्छता विभाग का दावा है कि जिन 99.6 प्रतिशत घरों में शौचालय की सुविधा थी, उनके पास बहते पानी की भी सुविधा थी, लेकिन जमीनी हकीकत बिलकुल अलग तस्वीर पेश करती है। शौचालय बिना सेप्टिक गड्ढों के बनाए गए हैं, और कई गांवों में पानी की कमी शौचालय के नियमित उपयोग में एक बड़ी बाधा रही है। पानी की उपलब्धता में गिरावट आई है। उदाहरण के लिए, शिवपुरी में, लगभग 500 गांव ऐसे हैं जो फरवरी तक ही अपने वर्ष की 50प्रतिशत जल आपूर्ति समाप्त कर देते हैं। क्या स्वच्छ भारत और हर घर जल के बड़े-बड़े वादे भी सिर्फ जुमले थे?

कांग्रेस की बुद्धि पर मंथरा बैठ गई : शिवराज सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा संसदीय क्षेत्र की गंजबासौदा विधानसभा के ग्राम मानोरा से जन-आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ किया। इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम राजनीति में केवल दो ही उद्देश्यों से हैं। पहला देश की सेवा और दूसरा जनता की सेवा। मैं आपकी जिंदगी बेहतर बनाने में अपनी अंतिम सांस तक लगा दूंगा, किसी पद की ख्वाहिश नहीं है। जनता की सेवा कर, ये जिंदगी सफल और सार्थक हो जाए। मेरे लिए जनता की सेवा ही भगवान की पूजा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी की अमर्यादित भाषा पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी जी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, ये भारत के संस्कार नहीं हैं। दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जिनको दुनिया के दर्जनों देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। आज केवल भारत ही नहीं दुनिया की आस हैं नरेन्द्र मोदी जी। उनके बारे में अपशब्दों का प्रयोग करना यही दर्शाता है कि कांग्रेस बौखलाई है, उसका अस्तित्व समाप्त होने वाला है। हार का डर ऐसा है कि वो सीट छोडक़र भाग रहे हैं। उस बौखलाहट में उन्होंने दिमागी संतुलन खो दिया है। राहुल गांधी जी का मानसिक उपचार कराने की आवश्यकता है, उनका इलाज होना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में बचा क्या है। उनकी सबसे बड़ी नेता मैडम सोनिया हार के डर से चुनाव नहीं लड़ रही हैं, उन्होंने राज्यसभा में बैकडोर से एंट्री ले ली है। राहुल गांधी अमेठी छोडक़र वायनाड चले गए हैं। रणछोड़दास बन गए हैं।

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