प्रियंका ने संभाली कमान, रायबरेली अमेठी में कांग्रेस जोश में

भूपेश व गहलोत करेंगे पर्यवेक्षण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस पार्टी अमेठी और रायबरेली की सीट हर हाल में अपने पास बनाए रखना चाहती है। इसके लिए दोनों ही सीटों पर प्रियंका गांधी अपनी 40 सदस्यीय टीम के साथ काम पर लगी हुई हैं। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ भुएमऊ गेस्ट हाउस में प्रियंका ने मैराथन बैठक की। कांग्रेस के वॉर रूम से जो बात छन कर आई है, उसमें रायबरेली के साथ अन्य सीटों पर कांग्रेस मुद्दों की बौछार कर चुनावी रण को अपने माकूल बनाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस की 25 गारंटी से चुनाव को धार दिया जाएगा तो महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे चुनाव प्रचार में अहम तीर होंगे। इसके तहत वह घर-घर में दस्तक देंगी और नुक्कड़ सभाएं करेंगी।
वहीं, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अमेठी लोकसभा सीट पर व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायबरेली सीट की जिम्मेदारी देते हुए पर्यवेक्षक तैनात किया है। रायबरेली सीट पर राहुल गांधी प्रत्याशी हैं जबकि अमेठी सीट पर गांधी परिवार के करीबी रहे किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। लंबे समय तक चली रस्साकशी के बाद गांधी परिवार ने अंतिम दिन रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा को चुनाव लड़ाने का फैसला लिया था। नामांकन के वक्त सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राबर्ट वाड्रा ने भी राहुल के नामांकन में शामिल होकर एकजुटता का संदेश दिया था। इन दोनों सीटों की कमान प्रियंका गांधी को सौंपी गई है। पार्टी की ओर से अभी तक अधिकृत कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है, लेकिन प्रियंका गांधी की 40 सदस्यी टीम रायबरेली पहुंच गई है। यह टीम प्रियंका के चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार कर रही।

सियासी धार को मजबूत करेंगी कांग्रेस नेत्री

पार्टी के रणनीतिकारों की मानें तो प्रियंका गांधी के रायबरेली में रुकने की कई वजह है। वह यहां रुककर रिश्तों की दुहाई देंगी और इसके जरिए सियासी धार को मजबूत करेंगी। ऐतिहासिक तथ्य देखें तो 1952 से 62 तक फिरोज गांधी, 1962 से 1967 तक आरपी सिंह और फिर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यहां से रिश्ते मजबूत किए। बीच में एक दौर ऐसा भी आया कि पारिवारिक नजदीकी लोगों को रायबरेली की कमान मिली, लेकिन 1999 में सोनिया गांधी ने फिर इस क्षेत्र की कमान संभाल ली।

जिसे डर लगता है वो पीछे हट जाए : प्रियंका

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव की कमान संभालने के लिए रायबरेली पहुंच गई हैं। उन्होंने भुएमऊ गेस्ट हाउस में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हालात बहुत खराब हैं। मैं यहां आ गई हूं। चुनाव में 329 घंटे बाकी हैं। लगातार काम करना है। हर हाल में जीत दर्ज करनी है। मैं आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ूंगी। अभी जिसे डर लगता है वो पीछे हट जाए फिर नहीं हटने दूंगी। उन्होंने कहा कि रायबरेली वो किला है जिसे भाजपा ढहा नहीं पाई है। यहां पर हमारी जीत का संदेश दूर तक जाएगा। तैयार हो जाइए। चुनाव तक लगातार काम करना है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों के जज्बात उभारकर वोट की राजनीति कर रही है। युवा रोजगार की नौकरी की मांग करते हैं भाजपा पाकिस्तान की बात कर रही है। जनता महंगाई से परेशान है लेकिन उस पर कुछ नहीं करते हैं।
कहा कि भाजपा ने इलेक्टोरल बांड लाकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लिस्ट सामने आई तो पता चल गया। भाजपा इलेक्टोरल बांड के जरिए धन देने वालों के नाम गुप्त रखती है।

बूथवार निगरानी करेंगी

सूत्रों के मुताबिक प्रियंका रायबरेली और अमेठी के बूथवार निगरानी करेंगी। इसके लिए पार्टी की ओर से उनकी टीम को दोनों लोकसभा क्षेत्र की कमेटियों की सूची रविवार को सौंप दी गई है। प्रदेश मुख्यालय से सभी कमेटियों को अलर्ट रहने का भी संदेश दिया गया है। वह सोशल मीडिया अभियान पर भी नजर रखेंगी। उनकी टीम में कई ऐसे विशेषज्ञ भी शामिल हैं, जो फेसबुक, ट्विटर, इंट्राग्राम और व्हाट्स एप पर नजर रखते हुए उनके संचालन के लिए रणनीति तैयार करेंगे। यह रणनीति प्रियंका गांधी के निर्देश के तहत बनेगी। चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी अलग-अलग संगठनों के लोगों से संवाद करेंगी। इसके लिए रायबरेली और अमेठी के विभिन्न सामाजिक संगठनों की सूची भी इक_ा की गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी रायबरेली से ही अन्य राज्यों में कुछ समय के लिए चुनाव प्रचार के लिए जा सकती हैं।

मोदी इतने बड़े नेता हैं तो देश में रोजगार दिलाएं

अपने भाषण में प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर एक के बाद एक तीखे प्रहार किए। कहा कि मोदी यदि विश्व के सबसे बड़े नेता हैं तो देश में रोजगार क्यों नहीं लाते हैं। सत्ता पाने के लिए अरबपतियों से सांठगांठ करते हैं और कांग्रेस को सबसे भ्रष्ट पार्टी बताते हैं। परिवारवाद की बात करते हैं, लेकिन उनकी ही पार्टी में भाई, बहन, चाचा, चाचियां इक_े हो रहे हैं। क्या यह परिवारवाद नहीं है। प्रियंका ने कहा कि चुनाव के समय दो-दो सीएम को जेल में डाल देते हैं। यह सब क्यों कर रहे हैं। सिर्फ सत्ता में आने के लिए। इन सभी की बड़े अरबपतियों से सांठगांठ है। 50 हजार रुपये की खातिर किसान आत्महत्या कर रहा है, क्योंकि वह अपना कर्ज चुका नहीं पा रहा है। अपनी बेटियों की शादी नहीं कर पा रहा है। उनका पैसा माफ नहीं कर रहे हैं, लेकिन अरबपतियों का पैसा माफ कर रहे हैं। यह सच्चाई आपको नहीं दिखाएंगे।

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