प्रदेश में लागू हो तंबाकू स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी का लखनऊ मॉडल: उपेंद्र

कोरोना संक्रमण के दौर में तंबाकू उत्पादों के विक्रय को नियंत्रित करने पर दिया जोर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यूपी सरकार के खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी और अमित यादव एमएलसी शाहजहांपुर ने नगर विकास मंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर तंबाकू स्ट्रीट वेंडर पालिसी नगर निगम लखनऊ के मॉडल को संपूर्ण प्रदेश में लागू करने की मांग की है। पत्र में कहा गया कि इससे युवाओं को बचाया और प्रधानमंत्री के संकल्प स्वच्छ भारत मिशन की परिकल्पना को साकार किया जा सकेगा।
उपेंद्र तिवारी ने कहा कि तंबाकू स्ट्रीट वेंडर पालिसी को नगर निगम लखनऊ द्वारा 23 नवम्बर 2019 को लागू कर दिया गया था। जिसका मूल उद्देश्य तंबाकू विक्रेताओं का पंजीकरण कर तंबाकू उत्पादों के विक्रय और विनिमय पर नियंत्रण करना था। कोटपा नियमावली के अनुसार ही नगर निगम लखनऊ द्वारा तंबाकू वेंडर लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत जोनवार तंबाकू विक्रेताओं को लाइसेंस नगर निगम द्वारा निर्गत किये जा रहे हैं। आपको बता दें कि तंबाकू का उपयोग करने में युवाओं की सहभागिता हर रोज 5500 से ज्यादा होती है जबकि इसके प्रयोग से 2200 लोग प्रतिदिन मरते हैं। कोविड के संक्रमण को दृषिटगत रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रदेश सरकार द्वारा भी तंबाकू और पान मसाले पर रोक लगा दी गई थी। इसको देखते हुए तंबाकू और उसकी बिक्री को नियंत्रित करने के लिए तंबाकू स्ट्रीट वेंडर पालिसी की आवश्यकता है।

आठ साल बाद पकड़ा गया पुलिस अभिरक्षा से भागा इनामी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बाराबंकी। हरदोई जेल से बहराइच पेशी पर ले जाते समय ढाबे पर खाना खाने के दौरान हथकड़ी सहित पुलिस अभिरक्षा से फरार हुए बावरिया गिरोह के सदस्य को एसटीएफ नोएडा ने गिरफ्तार किया है। इसके तीन साथी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस बदमाश पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
मसौली थाना क्षेत्र के बहराइच हाईवे पर थाने के निकट स्थित ढाबे से 12 जुलाई 2012 को चार शातिर अपराधी पुलिस को चकमा देकर भाग गए थे। इनमें काशीराम नगर के गंजडूडवारा निवासी फौजी उर्फ इफ्तखार, भरे, जुगनू और धूम उर्फ इफ्तखार शामिल हैं। धूम उर्फ इफ्तखार हाल में मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना थाना क्षेत्र में रहा था। उसके तीनों साथी गिरफ्तार हो चुके थे, लेकिन यह आठ साल से फरार था। इस पर आईजी अयोध्या संजीव गुप्ता ने नौ जून को ही 50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया था। अप्रैल 2011 में इस गिरोह ने हरदोई में एक घर में घुसकर यूकेलिप्टिस के डंडों से परिवारजन पर हमला कर लूटपाट कर फरार हो गए थे। इसमें एक की मौत हो गई थी।

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