बेबाक बयानों से मेकर्स बुरा-भला बोलने लगते हैं: स्वरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर इन दिनों अपने मदरहुड को एंजॉय कर रही हैं। शादी के बाद स्वरा ने बड़े पर्दे से दूरी बनाई हुई है। वीरे दी वेडिंग, तनु वेड्स मनु, रांझणा और अनारकली ऑफ आरा जैसी फिल्मों में स्वरा ने अपना जबर्दस्त अभिनय प्रदर्शन दिखाया गया है। अभिनेत्री को उनके बेबाक बयानों के लिए भी जाना जाता है। स्वरा को लगता है कि अपनी बात स्पष्ट तरीके से रखने और राजनीतिक विचारों के कारण उन्हें काम के कम अवसर मिले हैं।
स्वरा भास्कर ने हाल ही में एक बातचीत में कहा, मुझे एक विवादास्पद अभिनेत्री के रूप में टैग किया गया है। निर्देशक, निर्माता और वितरक आपके बारे में बुरा बोलना शुरू कर देते हैं। आपकी एक छवि बन जाती है। ऐसा नहीं है कि यह मुझे चिंतित नहीं करता है, लेकिन मैं खुद को बचाए रखने में कामयाब रही हूं। मगर जो बात मुझे सबसे ज्यादा दुख पहुंचाती है, वह यह है कि मैं उस चीज से संतुष्ट नहीं हो पाई जिसे मैं सबसे ज्यादा पसंद करती हूं और वो अभिनय है। अभिनेत्री ने कहा, मेरी बेटी राबिया के जन्म से पहले अभिनय मेरा सबसे बड़ा जुनून और मेरा सबसे बड़ा प्यार था। मुझे अभिनय और अभ्यास पसंद था। मैं बहुत सारी भूमिकाएं और अभिनय करना चाहती थी। मुझे उतने मौके नहीं मिले जितने मैं चाहती थी। इतने सारे अभिनय प्रोजेक्ट न मिलने की एक कीमत है, जिसमें वित्तीय और भावनात्मक दोनों शामिल हैं। प्रतिष्ठा को लेकर चिंता है। स्वरा ने कहा, मैं ऐसा नहीं दिखाना चाहती कि मैं परेशान हूं। मैंने यह रास्ता चुना। मैंने तय किया कि मैं मुखर रहूँगी और मुद्दों पर अपनी राय रखूंगी और मुद्दों पर अपनी राय रखूंगी। मैं चुप रहना भी चुन सकती थी। पद्मावत में जौहर वाले सीन पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुझे खुला पत्र लिखने की कोई जरूरत नहीं थी। मुझे ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा, आप मुझसे सारी शिकायतें कर सकते हैं। आप मुझे पसंद या नापसंद कर सकते हैं। मुझे लगता है कि जो लोग मुझसे नफरत करते हैं, वो भी ये नहीं कह सकते, मैं झूठी हूं या ये नकली हूं। वे यह नहीं कह सकते कि मैं कोई और होने का दिखावा कर रही हूं। लोगों के साथ बातचीत के अनुसार मेरी राय नहीं बदलती। मैं सबके साथ एक जैसी हूं। अगर मैं यह सब नहीं कहती तो घुट घुट के मर जाती।