NEET-UG परीक्षा विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने NTA द्वारा दायर याचिका पर जारी किया नोटिस
NEET-UG विवाद का मामला थमनें का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (15 जुलाई) को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा NEET-UG 2024 परीक्षा से...
4PM न्यूज़ नेटवर्क: NEET-UG विवाद का मामला थमनें का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (15 जुलाई) को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा NEET-UG 2024 परीक्षा से संबंधित दायर याचिकाओं पर नोटिस जारी किया है। जिसमें राजस्थान हाई कोर्ट के समक्ष लंबित मामलों को सुप्रीम कोर्ट में स्थानांतरित करने की मांग की गई है। आपको बता दें कि NEET-UG 2024 के नतीजों को वापस लेने और परीक्षा को नए सिरे से आयोजित करने के निर्देश देने की मांग की गई है, जिसमें परीक्षा में पेपर लीक होने और गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। इस मामले में अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और प्रश्नपत्र लीक होने, कंपनसेटरी नंबर देने और एनईईटी-यूजी के प्रश्न में विसंगति का मुद्दा उठाया था।
ऐसे में मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही CBI ने इस मामले में अभी तक 6 प्राथमिकी दर्ज की है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में करीब 57 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 12 को केंद्रीय एजेंसी ने और बाकी आरोपियों को विभिन्न राज्य पुलिस बलों ने गिरफ्तार किया है। वहीं अभी तक 22 लोगों को जमानत मिल चुकी है।
जानिए क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि NTA सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नीट-यूजी का आयोजन करती है। इस साल 5 मई को यह परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 571 शहरों के 4,750 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 23 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा का रिजल्ट 4 मई को आया, जिसमें 67 अभ्यर्थी को पूरे 720 अंक प्राप्त हुए और दो को 718 और 719 अंक दिए गए। इसे लेकर अभी तक विवाद जारी है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- नीट परीक्षा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है।
- जब इतनी संख्या में अभ्यर्थियों को कुल अंक प्राप्त हुए हैं।
- परीक्षा में फर्जीवाड़ा और पेपर लीक मामले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया है।
- NEET-UG 2024 में 5 मई को 23.33 लाख छात्रों ने 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर परीक्षा दी, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे।
- NEET-UG 2024 के प्रश्न पत्र के लीक होने, प्रतिपूरक अंक देने और विसंगति का मुद्दा उठाया था।