AAP सांसद संजय सिंह का बड़ा दावा, बिहार में सभी सीटों पर अकेले लड़ेगी चुनाव

वोटर लिस्ट पुनर्निरक्षण मामले पर संजय सिंह ने कहा कि मैं तो उसका भुक्त भोगी हूं. दिल्ली चुनाव में जिस तरह चुनाव आयोग का जो कारनामा दिखा है.

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: वोटर लिस्ट पुनर्निरक्षण मामले पर संजय सिंह ने कहा कि मैं तो उसका भुक्त भोगी हूं. दिल्ली चुनाव में जिस तरह चुनाव आयोग का जो कारनामा दिखा है.

2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी बगैर गठबंधन के चुनाव मैदान में रहेगी और अधिकांश सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेगी. इस बात की को लेकर आज आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पटना में मीडिया से बात करते हुए बताया और कहा कि हमने सभी जगह पर अपने मुद्दे पर बिजली पानी शिक्षा जैसे मूलभूत मुद्दे पर चुनाव लड़ा है और आज हम 12 वर्षों में राष्ट्रीय पार्टी बनकर उभरे हैं.

संजय सिंह ने कहा कि बिहार में भी इसी मुद्दे पर हम अकेले चुनाव लड़ेंगे को मेरे साथ कोई भी गठबंधन नहीं होगा. वोटर लिस्ट पुनर्निरक्षण मामले पर संजय सिंह ने कहा कि मैं तो उसका भुक्त भोगी हूं. दिल्ली चुनाव में जिस तरह चुनाव आयोग का जो कारनामा दिखा है, बीजेपी के जो मंत्री हैं. उनके यहां कैसे-कैसे वोट पड़े थे. उनके इलाके में किस तरह वोटिंग की गई थी.

आप सांसद ने कहा कि हमारी पत्नी को हराया गया था, किस तरह केजरीवाल जी को हराया गया था. वहां बीजेपी के जरिए पैसे बांटे गए थे. कपड़े बांटे जा रहे थे, लेकिन चुनाव आयोग की आंख बंद थी. उन्होंने कहा कि बिहार में तो उससे भी बदतर स्थित होने वाली है. इसका हम लोग विरोध कर रहे हैं.

बिहार के लोगों को तो मतदान का अधिकार ही छीना जा रहा है इसकी लड़ाई हम लोग लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले हमने पटना में कार्यक्रम किया. दूसरा कार्यक्रम किशनगंज में करूंगा और उसी के लिए आया हूं. किशनगंज में बड़ी सभा करके वहां के मतदाताओं से बात करूंगा.

महागबंधन पर संजय सिंह ने कसा तंज

बीजेपी के साथ-साथ महागबंधन पर भी सांसद संजय सिंह ने तंज कसा है. उन्होंने 9 जुलाई को महागठबंधन के जरिए हुए बंद पर कहा कि “मैं वीडियो देख रहा था कि किस तरह से कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को काफिले वाले गाड़ी पर चढ़ने नहीं दिया गया उन्हें रोक दिया गया. तो पप्पू यादव ऐसे वरिष्ठ नेता को रोक दिया गया यह तो महागठबंधन के नेताओं को सोचना चाहिए और कांग्रेस के नेताओं को सोचना चाहिए कि अपने बड़े-बड़े नेताओं को किस तरह से रख रहे हैं, अगर इस तरह करेंगे तो फिर क्या स्थिति होगी.”

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