इंडिया अलायंस को अपनाओ भाजपा को भगाओ
केजरीवाल का भाजपा पर हमला, बोले- सभी लोग एकजुट हों और अंधभक्तों से दूर रहें
- संजय सिंह जेल में निष्क्रिय संगठन को हम करेंगे तैयार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इंडिया अलायंस को अपना विकल्प बनाओ और 2024 में भाजपा को भगाओ। सभी लोग एकजुट हो और अंधभक्तों से दूर रहो। अंधभक्त सिर्फ एक व्यक्ति से प्यार करते हैं, वे देश से कभी प्यार नहीं कर सकते। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने तरक्की का एक भी कम नहीं किया। आज देश महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसी तीन समस्याओं से जूझ रहा है। भाजपा को हराना ही सबसे बड़ी देशभक्ती है।
दिल्ली में साफ हवा के मामले पर भी सीएम ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने दावा किया आप सरकार इस पर ठोस काम कर रही है। वहीं दिल्ली के मुख्य सचिव द्वारा पॉल्यूशन लेवल हाई होने के बाद इसे कंट्रोल करने वाली सरकारी एजेंसियों के ग्रीवांस रिड्रेसल ऐप या वेबसाइट को खंगाला जा रहा है। ताकि यह पता चल सके कि पॉल्यूशन संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए किस एजेंसी ने क्या किया और इसके समाधान के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। जनवरी से लेकर अब तक 25 सरकारी एजेंसियों से रेकॉर्ड मांगे गए हैं। अब तक 70,791 शिकायतें मिली हैं।
गांव-गांव में पहुंचेगी आप : सभाजीत
लखनऊ। आप के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा है कि एक महीने के अंदर संगठन के लोगों से वार्ता कर और सभी मंडल में बैठक कर नई कार्यकारिणी का गठन करेंगे। हाल ही में विधानसभा व जिला स्तर पर पदाधिकारी बनाए गए हैं। संगठन को गांव-गांव तक ले जाने पर भी काम शुरू हो गया है। जल्द ही संगठन पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। उधर आम आदमी पार्टी (आप) ने लोकसभा चुनाव से पहले निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष और महासचिव पर ही भरोसा जताया है। लेकिन पदाधिकारियों के सामने करीब डेढ़ साल से प्रदेश में निष्क्रिय पड़े संगठन को फिर से तैयार करना बड़ी चुनौती है। लंबे समय से प्रदेश से लेकर बूथ स्तर तक का संगठन भंग होने से कार्यकर्ताओं में मायूसी है, ऐसे में उनमें जोश भरकर चुनाव में उपस्थिति दर्ज कराना चुनौतीपूर्ण होगा। आप का प्रदेश संगठन जुलाई 2022 से भंग चल रहा है। लेकिन प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह कार्यक्रम कर रहे थे। हाल में उनकी गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने पहले के पदाधिकारियों पर ही भरोसा दिखाया है। पर संजय सिंह की गैरमौजूदगी के बीच लोकसभा चुनाव की तैयारी को गति देना बड़ी चुनौती होगी। नए प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह व महासचिव दिनेश पटेल को चुनाव के लिहाज से जमीनी स्तर तक संगठन तैयार करना होगा। एक तरफ जहां सभी पार्टियां पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी हैं, वहां अभी पार्टी को प्रदेश में पहले पदाधिकारी चुनने और फिर चुनावी प्रक्रिया को गति देनी है।