आप से घबराई भाजपा ने फिर चला गिरफ्तारी दांव!
- गृह मंत्रालय ने शराब घोटाले में ईडी को दी मुकदमा चलाने की अनुमति
- केजरीवाल व सिसोदिया होंगे गिरफ्तार!
- थ्रिल व सस्पेंस से भरपूर हुआ दिल्ली विस चुनाव
- बीजेपी इस बार किसी भी कीमत पर दिल्ली की गद्दी पर काबिज होना चाहती है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली में विस चुनाव के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए जाने लगें हैं। सियासी गलियारे में चर्चा है कि वहां की सत्ता में बैठी आप सरकार की लोकप्रियता से घबराई भाजपा ने एक और बड़ा दांव चल दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली शराब घोटाला मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग केस में अरविंद केजरीवाल पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है।
ताजा अनुमति से दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की समस्याएं बढऩा तय है। अनुमति मिलने के बाद ईडी उन्हें पूछताछ के लिए गिरफ्तार भी कर सकती है। केजरीवाल पहले ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार किये जाने की राजनीतिक भविष्यवाणी कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली की मौजूदा सीएम आतिशी को भी गिरफ्तार किये जाने की बात कही थी। हालांकि बीजेपी के लिए केजरीवाल को चुनाव के दौरान गिरफ्तार करना एक आग के दरिया में तैर कर जाने जैसा साबित होगा। क्योंकि केजरीवाल की गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी को भवनात्मक तौर पर लोगों का सपोर्ट मिलेगा।
राजनीतिक घेराबंदी
भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बहुत पहले से ही राजनीतिक घेराबंदी शुरू कर दी थी। लंबे समय से दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने की कोशिशें कर रही बीजेपी एक बार फिर से पांच साल के इंतेजार करने के मूड में नहीं है। फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ा रही । आरोप—प्रत्यारोप के बाद ईडी को मुकदमा चलाने की अनुमति मिलना आम आदमी पार्टी के खिलाफ बीजेपी की रणनीति बताई जा रही है।
वक्त बताएगा अवसर या आपदा
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका ने उन्हें एक बार फिर दिल्ली की राजनीति में चर्चा का केंद्र बिंदु बना दिया है। ईडी को अनुमति मिलना केजरीवाल को घेरने के तौर देखा जा रहा है। राजनीतिक विषलेशकों का यही कहना है कि केजरीवाल मानसिक रूप से एक मजबूत नेता है और उन्हें गिरफ्तारी का भय दिखा कर झुकाया नहीं जा सकता और न ही उनको समझौते के लिए मजबूर किया जा सकता है। हालांकि बीजेपी केजरीवाल की गिरफ्तारी को एक अवसर के तौर पर देख रही है। क्योंकि बीजेपी ने केजीरवाल के खिलाफ एक निगेटिव चुनावी कैंपेन चलाया। यदि एक बार फिर केजरवाल गिरफ्तार होते हैं तो बीजेपी को आप के खिलाफ लोगों में नाराजगी पैदा करने का मौका मिलेगा। बीजेपी इसे दिल्ली के विकास के खिलाफ केजरीवाल की साजिश के रूप में पेश कर सकती है। हालांकि, यह भी संभावित है कि इससे आप को सहानुभूति मिल जाए। आम आदमी पार्टी इस पूरे प्रकरण को जनता के बीच राजनीतिक प्रताडऩा का शिकार हो रहे प्रकरण के तौर जनता के बीच में जा सकती है।
दिल्ली के उपराज्यपाल पहले दे चुके हैं मंजूरी
दिल्ली के उपराज्यपाल विजय कुमार सक्सेना पहले ही अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे चुके हैं। पिछले साल नवंबर में, सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि ईडी को सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने से पहले पूर्व अनुमति प्राप्त करनी होगी। अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में दावा किया गया था कि उनके खिलाफ ईडी का आरोप पत्र अवैध है, क्योंकि अभियोजन शिकायत दायर करने से पहले अधिकारियों की पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। दिसंबर 2024 में, ईडी ने उपराज्यपाल को एक पत्र लिखकर कहा था कि मंजूरी दी जानी चाहिए क्योंकि केजरीवाल ‘किंगपिन और प्रमुख साजिशकर्ता’ हैं।
राहुल गांधी ने केजरीवाल व पीएम मोदी पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने राष्ट्रीय राजधानी की सफाई को लेकर पूर्व सीएम और उनके सहयोगी दल अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष किया। कांग्रेस नेता ने अपने एक्स अकाउंट पर राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में गंदगी को दिखाते हुए एक वीडियो साझा किया। उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है देखो दिल्ली देखो,चमकती हुई दिल्ली..पेरिस है पेरिस। केजरीवाल पर निशाना साधते हुए गांधी ने याद दिलाया कि आप प्रमुख ने कहा था कि वह दिल्ली को साफ करेंगे, भ्रष्टाचार हटाएंगे और राष्ट्रीय राजधानी को पेरिस में बदल देंगे। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, वास्तव में क्या हुआ – प्रदूषण के कारण कोई घूम नहीं सकता और महंगाई बढ़ रही है। गांधी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार हटाने की बात की थी। क्या उन्होंने भ्रष्टाचार हटा दिया है? जैसे मीडिया के माध्यम से मोदी जी का प्रचार, एक के बाद एक झूठे वादे करना, वह (केजरीवाल) उसी रणनीति का पालन कर रहे हैं। इसमें कोई अंतर नहीं है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि दोनों नेताओं के बीच कोई अंतर नहीं है और वे नहीं चाहते कि पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को उनका उचित हिस्सा मिले। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सार्वजनिक बैठक में केजरीवाल पर विशेष रूप से निशाना साधते हुए, गांधी ने कहा कि आप संयोजक राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण, भ्रष्टाचार और मुद्रास्फीति के बावजूद मोदी की प्रचार और झूठे वादों की रणनीति का पालन कर रहे थे।